बेंगलुरु। कर्नाटक में नाबालिगों से यौन उत्पीडऩ के मामले में लिंगायत मठ के प्रमुख संत शिवमूर्ति मुरुघा शरणारू को सोमवार को पुलिस ने हावेर जिले से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी संत कर्नाटक के चित्रदुर्ग में प्रमुख मुरुघा मठ का मुख्य पुजारी है। यह वहीं संत हैं, जिनसे राहुल गांधी ने पिछले दिनों दीक्षा ली थी और संत ने राहुल गांधी के भारत का प्रधानमंत्री बनने की भविष्यवाणी की थी। संत पर मठ द्वारा संचालित संस्था में छात्राओं का यौन शोषण करने का आरोप है। इस मामले में संत के अलावा संस्था के वार्डन समेत चार अन्य के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज है।
दो नाबालिगों की ओर से शिकायत दर्ज कराने के बाद मैसूर शहर पुलिस ने शिवमूर्ति मुरुघा शरणारू के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
दो बालिकाओं ने दर्ज कराई शिकायत
मठ द्वारा संचालित स्कूल में पढऩे वाली दो लड़कियों ने मैसूर में एक गैर सरकारी संगठन ओडानाडी सेवा संस्थान से संपर्क किया कर आपबीती बताई। यह संस्था तस्करी और यौन शोषण की शिकार महिलाओं और बच्चों के बचाव, पुनर्वास और सशक्तिकरण के लिए काम करती है। इन बालिकाओं की आपबीती सुनने के बाद इस संस्था ने जिला बाल कल्याण समिति को इस बारे में सूचित किया।
शिकायत के अनुसार, मुरुघा मठ के छात्रावास में रहने वाली 15 और 16 साल की लड़कियों का साढ़े तीन साल से अधिक समय तक यौन शोषण किया गया।
पुलिस कर रही है जांच- सीएम
इस मामले को लेकर रविवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा था कि पुलिस घटना की जांच कर रही है और जांच पूरी होने के बाद सच्चाई सामने आ जाएगी।
राहुल गांधी ने ली थी दीक्षा
चित्रदुर्ग का मुरुघ मठ राज्य में प्रसिद्ध है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी हाल ही मुरुघा मठ पहुंचे थे। राहुल गांधी ने जगद्गुरु मुरुगराजेंद्र विद्यापीठ मठ के मुख्य पुजारी से ‘लिंग दीक्षा’ प्राप्त की थी। यौन उत्पीडऩ में के मामले में उसी संत को गिरफ्तार किया गया है, जिससे राहुल गांधी ने दीक्षा ली थी। इस संत ने साथ ही यह भविष्यवाणी भी की थी कि राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री बनेंगे।