खराब मौसम का फायदा उठाकर चीन व पाकिस्तान की सेनाएं भारत की सीमा में घुसपैठ करती रहती हैं, लेकिन अब भारत की सीमा में घुसपैठ करना चीन व पाकिस्तान की सेनाओं के लिए संभव नहीं होगा। इसका श्रेय जाता है भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को।
अब दुश्मनों की एक एक हरकत की खबर भारतीय सेना बेहद करीब से मॉनीटर कर सकेगी और चीन पाकिस्तान जो हमेशा धोखा देने में लगे रहे हैं, उन्हें अब भारतीय जवान रियल टाइम मुंहतोड़ जबाव दे सकेंगे। पिछले साल ही खराब मौसम का फायदा उठाते हुए चीनी सैनिकों ने भारत में घुसपैठ की थी, लेकिन अब चीनी सैनिकों और पाकिस्तान के सैनिकों को भारतीय सेना सटीक समय पर मुंहतोड़ जबाव देने वाली है।
इस माह लांच होगा सैटेलाइट
इसी माह 28 तारीख को इसरो जीआई सैटेलाइट-1 लॉन्च करने जा रहा है, जिसे खास तौर पर देश के सरहद की सुरक्षा के लिए डिजाइन किया गया है। इस सैटेलाइट के माध्यम से सीमा पर होने वाली एक एक हरकत पर रियल टाइम नजर रखी जाएगी। यानि, सरहद पर दुश्मनों की हर एक हलचल को भारतीय जवान देख सकेंगे और उसी के मुताबिक अपनी तैयारी कर सकेंगे। जीआई सेट-१ सैटेलाइट को जीएसएलवी-एफ-10 रॉकेट से अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। इसे 28 मार्च को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्पेस सेंटर से अंतरिक्ष में स्थापित करने के लिए छोड़ा जाएगा। इसरो के एक अधिकारी ने मिशन के बारे में कहा है कि ये एक जीयो इमेजिंग सैटेलाइट है, जिससे सीमा की हर जानकारी मिल सकेगी, विशेष रूप से मौसम की। रिपोर्ट के मुताबिक, रॉकेट के जरिए अंतरिक्षयान को जियोसिंक्रोनस कक्षा में स्थापित किया जाएगा। जिसे बाद में जियो स्टेशनरी कक्षा में स्थापित कर दिया जाएगा। इस सैटेलाइट की दूरी पृथ्वी से 36 हजार किलोमीटर होगी।