
मदनगंज किशनगढ़. किशनगढ़ के निकटवर्ती गांव डींडवाड़ा से बीहड़ वाले बालाजी के लिए पदयात्रा निकाली गई। डींडवाडा गाँव से विश्राम बोकण ने बताया कि मंगलवार, 15 नवंबर को डींडवाड़ा से पहली बार योग गुरु सरदार महाराज के सानिध्य में बीहड़ में स्थित प्रसिद्ध बीहड़ वाले बालाजी के लिये योगमय पैदल यात्रा निकाली गयी, जिसमें सैकड़ों साधक हनुमान ध्वज और तिरंगे के साथ भजन कीर्तन व नृत्य करते हुए गये। यह यात्रा श्री देवनारायण मन्दिर से चली और मार्ग में आये ठाकुर जी महाराज मन्दिर, महादेव मन्दिर, गणेश मन्दिर, तेजाजी महाराज मन्दिर, शीतला माता मन्दिर, हनुमान मन्दिर, घांस बाबा आदि स्थानों पर पुष्पार्पण करते हुए श्रीमन् नारायण, हर हर शम्भु व वन्दे मातरम् जैसे मंत्रों का उच्चारण करते हुए गंतव्य स्थान पर पहुंचे।
वहाँ पहुँच कर ब्रह्म कुटीरम् के योग गुरु सरदार महाराज का प्रवचन हुआ जिसमें योग गुरु ने बताया कि रामभक्त हनुमान से संयम, सदाचार, बल और बुद्धि की शिक्षा लेनी चाहिये। कोषाध्यक्ष रामावतार वैष्णव नलू ने बताया कि इसी अवसर पर योग, उपनिषद् , आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा, मनोविज्ञान, शरीर विज्ञान आदि के माध्यम से समाज में शान्ति, स्वास्थ्य और सजगता के प्रसार के उद्देश्य से योग गुरु सरदार महाराज द्वारा स्थापित ब्रह्म कुटीरम् योग संस्थान का राजस्थान सहकारिता विभाग में पंजीकरण होने से संस्था का स्थापना दिवस भी मनाया गया। योग गुरु ने बताया कि इस संस्थान का उद्देश्य संविधान के अनुसार विज्ञान सम्मत निष्काम कर्मयोग द्वारा पर्यावरण संरक्षण के साथ सर्वजनहित के लिये शारीरिक, भावनात्मक, बौद्धिक, आध्यात्मिक और सामाजिक स्वास्थ्य उपलब्ध कराना है।
पुजारी महेन्द्र पुरी ने हनुमान चालीसा का पाठ करके बालाजी को चूरमे का भोग लगाया, तत्पश्चात् सभी ने भोजन-प्रसाद ग्रहण किया। रामनारायण बावला, रतन डोई बान्दरसिन्दरी, गोपाल खद्दावा, घनश्याम नुवाद, जीतराम भड़ाणा, धर्मराज, निर्मल आदि ने सेवा कार्य में विशेष सहयोग किया।