समर्पण समाज गौरव 2022 से सम्मानित
जयपुर. राजस्थान के लाखों अभिभावकों एवं विद्यार्थियों को राहत के लिए संघर्षरत अभिभावक एकता आंदोलन के अध्यक्ष, सामाजिक कार्यकर्ता योगी मनीष विजयवर्गीय को शिक्षा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान पर सिक्किम के पूर्व राज्यपाल व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एस. एन. भार्गव ने राष्ट्रीय स्तर के अवार्ड “समर्पण समाज गौरव 2022“ से सम्मानित किया गया।
राष्ट्रीय स्तर के इस सार्वजनिक समारोह के आयोजक समर्पण संस्थान के अध्यक्ष डॉ. दौलतराम माल्या ने बताया कि संस्कार एवं संस्कृति युक्त गुरु शिष्य परंपरा तथा गुरुकुल शिक्षा व्यवस्था के प्रबल पक्षधर, आध्यात्मिक वक्ता एवं लेखक योगी मनीष विजयवर्गीय का अवार्ड चयन समिति ने अभिभावक आंदोलन के तहत उनके लबे जमीनी संघर्ष के मद्देनजर चयन किया। शिक्षा के क्षेत्र में सेवा के नाम पर व्यापार, भ्रष्टाचार एवं शोषण के विरुद्ध निर्भीक एवं निष्पक्ष जमीनी संघर्ष करते हुए योगी मनीष एवं उनकी टीम ने जयपुर, कोटा, अजमेर, उदयपुर, जोधपुर, बीकानेर, भीलवाड़ा आदि प्रदेश के विभिन्न शहरों के करीब डेढ़ करोड़ विद्यार्थियों एवं अभिभावकों के हितो की रक्षा के लिए आवाज उठा उन्हें राहत पहुंचाई। कोरोना जैसे विकट समय से अब तक अभिभावकों की मांगों को लेकर दिए गए धरने, प्रदर्शन, ज्ञापन एवं अनशन के तहत निजी स्कूलों, सरकार, शिक्षा विभाग, पुलिस प्रशासन के समक्ष प्रदेश के अभिभावकों के प्रतिनिधि के रूप में विजयवर्गीय ने आंदोलन खड़ा किया।
विजयवर्गीय ने प्रदेश के नामचीन बड़े-बड़े स्कूलों द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवमानना एवं मनमानी फीस वसूली की शिकायतें तथ्यों के आधार पर शिक्षा मंत्री, निदेशक माध्यमिक शिक्षा एवं संबंधित शिक्षा अधिकारियों को पहुंचाई जिसके कारण विभाग को उन स्कूलों के खिलाफ जांच विठानी पड़ी और ऐसे स्कूल बैकफुट पर आए और अभिभावकों को राहत दी। अभिभावक आंदोलन के प्रभाव से राष्ट्रीय स्तर पर भी अभिभावक प्रतिनिधि प्रेरित हुए और अन्य राज्यों में आंदोलन खड़ा हुआ जिससे देशभर के अभिभावकों को राहत मिली।
समारोह की चयन समिति के अध्यक्ष पूर्व जिला न्यायाधीश उदय चंद् बारूपाल ने बताया कि योगी मनीष शिक्षा क्षेत्र के साथ-साथ आध्यात्मिक वक्ता एवं लेखक के रूप में योग को जन-जन तक पहुंचाने का भी कार्य कर रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन राजस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में भी समाज की सेवा कर रहे हैं। ऐसे लोक कल्याणकारी निस्वार्थ सेवाभावी व्यक्तित्व का अभिनंदन समर्पण संस्थान के लिए गौरव की अनुभूति है।