
मदनगंज-किशनगढ़.
राजकीय महाविद्यालय किशनगढ़ की एनएसयूआई इकाई कार्यकारिणी जिलाध्यक्ष भगवान सिंह चौहान द्वारा घोषित की गई। किशनगढ़ एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने नवीन कार्यकारिणी का माला पहनाकर स्वागत किया व सदैव संगठन के लिए तत्पर रहने का संकल्प लिया गया। इकाई अध्यक्ष प्रियांशु भाटी, उपाध्यक्ष कमल डबरिया, महासचिव शेखर मेहरा, सचिव करण यादव व अभय सिसोदिया व कला संकाय अध्यक्ष अखिल कुमावत, वाणिज्य संकाय अध्यक्ष रेणु कंवर, विज्ञान संकाय अध्यक्ष अमन जैन व विद्यालय अध्यक्ष उपेन्द्र सिंह का स्वागत कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया। इस दौरान पार्षद महेंद्र यादव, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष तेजपाल बजाड़, विकास बैरवा, कमल डीडवानिया, निधि यादव, शादाब खान, जीतराम बैरवा, दाऊद उटंडा, बाबूलाल नायक, राहुल बैरवा, अशोक दिवान, अशफाक खान, विवेक गहलोत, प्रशांत कुमावत, कुशाल सिवासिया, कुलदीप सिंह, आशीष मालाकार, विजय जांगीड़, देवेश कुमावत, समीर खान, संजय गुर्जर, मोहित मालाकार आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय में हो स्थाई कुलपति
राजस्थान केन्द्रीय विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने केद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, सांसद राज्यसभा भूपेंद्र यादव व लोकसभा भागीरथ चौधरी को विश्वविद्यालय में स्थाई कुलपति तुरंत प्रभाव से नियुक्ति करवाने एवं विश्वविद्यालय ऑफलाइन मोड में कक्षाएं पुन: प्रारंभ करवाने के लिए ज्ञापन भेजा है।
इस ज्ञापन में छात्रों ने लिखा है कि हम सभी ने मिलकर कॉरोना जैसी घातक जानलेवा बीमारी को हराया है। उसके लिए हम सभी का धन्यवाद अर्पित करते है। अब सब सामान्य हो गया है तो शिक्षा जो कि विद्यार्थी हो या कोई आम नागरिक सबके लिए जरूरी है उस पर भी ध्यान देना जरूरी है। अभी ऑनलाइन पढ़ाई में विद्यार्थियों को बहुत सी परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है जैसे की नेटवर्क समस्या, मेंटल हेल्थ, फिटनेस और हम में से कुछ विद्यार्थी गरीब परिवार से है तो वो इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से पढ़ाई करने मे असमर्थ है। इससे विद्यार्थी शिक्षा से दूर हो रहे है और हमारा भविष्य खतरे मे जाता प्रतीत हो रहा हैं।
राजस्थान केन्द्रीय विश्वविद्यालय में अक्टूबर 2020 से स्थाई कुलपति की नियुक्ति नही हुई है तो जल्दी से जल्दी स्थाई कुलपति की नियुक्ति विश्वविद्यालय में की जाए।
राजस्थान राज्य में सभी शैक्षणिक संस्थान खुल गये है और अन्य राज्य के केन्द्रीय विश्वविद्यालय भी खुल रहे है। राजस्थान केन्द्रीय विश्वविद्यालय में पिछले वर्ष भी पीएच.डी और एमएससी के विद्यार्थियों को बुलाया था और अबकी बार भी केवल उनको बुलाने के दिशा.निर्देश आये है। जो बाकी विद्यार्थी है उनकी पढ़ाई के बारे मे विश्वविद्यालय कुछ नहीं सोच रहा तो तत्काल प्रभाव से सभी विद्यार्थियों को अक्टूबर माह तक विश्वविद्यालय बुलाने के लिए नोटिस जारी हो जिससे सभी विद्यार्थी विश्वविद्यालय में आकर अपना अध्ययन कार्य कर सके।
विद्यार्थियों के विश्वविद्यालय पहुँचने के बाद एंड ऑफ सेमेस्टर एग्जाम की तैयारी के लिए कम से कम 45 दिनों का समय दिया जाए जिससे जिन विद्यार्थियों के पास ऑनलाइन पढ़ाई के लिए सुविधा उपलब्ध नहीं थी वो विश्वविद्यालय में रहकर परीक्षा की तैयारी बिना किसी दबाव के कर सके।
जब तक विश्वविद्यालय सभी विद्यार्थियों को नहीं बुलाता है तब तक के लिए जो विद्यार्थी विश्वविद्यालय के बाहर कमरा लेकर रह रहे है उनके लिए लाइब्रेरी में आकर अपना अध्ययन कार्य करने की अनुमति दी जाए। जिससे विद्यार्थियों को ऑनलाइन क्लास में आ रही तकनीकी समस्या का भी समाधान हो सके।