मेमू ट्रेन को झंडी दिखाने के दौरान भावुक हुई वसुंधरा राजे, बोलीं – आज दादा होते तो बहुत खुश होते

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झालावाड़/जयपुर, 5 जनवरी। पूर्व सीएम व भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुन्धरा राजे ने कहा कि एक समय था जब झालावाड़ में भाजपा के कार्यकर्ता उन्हें ट्रेन का मॉडल भेंट किया करते थे। तब झालावाड़ के लिए रेल एक बड़ा सपना था। आज उसी झालावाड़ में तीन-तीन यात्री ट्रेने दौड़ रही है। उन्होंने भावुक होकर कहा कि उनके बड़े भाई तत्कालीन रेल मंत्री स्व. माधव राव सिंधिया ने झालावाड़ में रेल का सपना साकार करने में उनका भरपूर सहयोग तो किया। साथ ही धैर्य रखने की भी सलाह दी क्योंकि रेल लाने में वक्त बहुत लगता है। आज दादा होते तो बहुत ख़ुश होते।
राजे बारां से बीना व झालावाड़ सिटी से कोटा के लिए सांसद दुष्यंत सिंह द्वारा मेमू ट्रेन को झंडी दिखाकर रवाना करने के अवसर पर वर्चुअली सम्बोधित कर रही थी। सांसद ने बारां में चालक दल का सम्मान भी किया।
पूर्व सीएम ने मेमू ट्रेन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव का आभार जताया। सांसद दुष्यंत सिंह के प्रयासों की सराहना की।

वर्ष 2013 मेें आई झालावाड़ मेें ट्रेन

उन्होंने कहा कि 21 जून 2013 को पहली यात्री रेल कोटा-झालावाड़ सिटी शुरू हुई। तब उन्होंने और सांसद दुष्यंत सिंह ने उस ट्रेन में बैठ कर सफऱ किया। इसके बाद 5 मार्च 2015 को कोटा-बीना पेसेंजर का झालावाड़ तक विस्तार किया गया। फिर झालावाड़ को राजधानी जयपुर से सीधे जोडऩे के लिए 13 मार्च 2019 को कोटा-श्रीगंगानगर सुपर फास्ट एक्सप्रेस शुरू हुई।
राजे ने कहा कि अब झालावाड़ विकास की पटरी पर और अधिक दौड़ेगा। उन्होंने कहा 1989 में मैं सांसद का चुनाव लडऩे पहली बार झालावाड़ आई थी। तब के झालावाड़ और आज के झालावाड़ में ज़मीन आसमान का फर्क़़ है। आज यह शहर यहां के लोगों के आशीर्वाद और हमारे प्रयासों से कहां से कहां पहुंच गया है। जो झालावाड़ एक क़स्बे के रूप में पहचाना जाता था,आज देश की पहचान बन गया है।

विकास कार्यों से बदली सूरत

पूर्व सीएम वसुन्धरा राजे ने कहा मेडिकल कॉलेज, थर्मल प्लांट, खेल संकुल, मिनी सचिवालय, राजगढ़ परियोजना, गागरीन परियोजना, परवन सिंचाई परियोजना, काली सिंध पुलिया, भँवरा सा डेम, सिटी फ़ॉरलेन, इंजीनीयरिंग कॉलेज, होर्टिकल्चर कॉलेज, लॉ कॉलेज, चारों विधान सभा में डिग्री कॉलेज, इंडोर स्टेडियम, सेटेलाइट हॉस्पिटल, बकानी, सुनेल और असनावर में तहसील
झालरापाटन में गोमती सागर निर्माण, केन्सर हॉस्पिटल, गावड़ी तालाब पर हट और पाथ वे, एयरपोर्ट, विज्ञान पार्क, हर्बल गार्डन और पोलोटेक्निकल कॉलेज विकास के ऐसे काम हैं, जिन्होंने झालावाड़ की सूरत बदल दी।

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