
जयपुर। कॉर्पोरेट्स परस्त तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने एवं विद्युत संशोधन विधेयक वापस लेने की मांग को लेकर विगत 10 माह से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलनरत किसानों के संयुक्त मोर्चे के आह्वान पर 27 सितंबर को भारत बंद के समर्थन में केंद्रीय श्रमिक संगठनों ने जयपुर में शानदार प्रदर्शन किया।
सुबह 11 बजे एटक, सीटू, इंटक, एचएमएस, आरसीटू के झंडे लेकर श्रमिकों का हुजूम शहीद स्मारक पर एकत्र हुआ एवं जयपुर के मिर्जा स्माइल रोड होते हुए, सांगानेरी गेट, बड़ी चौपड़, चांदपोल होते हुए जिला कलक्टे्रट तक रैली निकाली। इस रैली में श्रमिक संगठनों के साथ ही महिला संगठन, विद्यार्थी संगठन, सामाजिक संगठन भी शामिल हुए। रैली का नेतृत्व एटक के राज्य महासचिव कामरेड कुणाल रावत, एप्सो के महासचिव रमेश शर्मा, एचएमएस के मुकेश माथुर, सीटू के प्रदेश अध्यक्ष रविन्द्र शुक्ला, किसान नेता राजाराम मील, तारासिंह सिद्दू, सविता चतुर्वेदी ने किया। जयपुर शहर में जहां से भी रैली गुजरी, वहां किसानों के समर्थन में व्यपारियों ने अपनी दुकानें एवं प्रतिष्ठान बंद रखे। जिला कलेक्टर कार्यालय पर रैली सभा में बदल गई, जिसे सभी केंद्रीय ट्रेड यूनियन नेताओं सहित कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने भी सम्बोधित किया ।
बिजली कर्मचारी भी हुए शामिल
किसानों के समर्थन में आयोजित इस रैली में बड़ी संख्या में बिजली कर्मचारी भी शामिल हुए। राजस्थान बिजली वर्कर्स फैडरेशन (एटक) के प्रदेश महासचिव केशव व्यास के नेतृत्व में बड़ी संख्या में बिजली कर्मचारियों ने भी भारत बंद कार्यक्रम में हिस्सा लिया। साथ ही उन्होंने बताया कि किसान कृषि कानून निरस्त करने के साथ साथ सार्वजनिक बिजली क्षेत्र को बेचने वाले विद्युत संशोधन विधेयक की वापसी के लिए भी संघर्ष कर रहे हैं। इसलिए यह लड़ाई अकेले किसानों की ही नहीं बल्कि बिजली कर्मचारियों की भी लड़ाई है। ऐसे में प्रत्येक मोर्चे पर राजस्थान बिजली वर्कर्स फैडरेशन के बैनर तले बिजली कर्मचारी किसानों का पूरा सहयोग करेंगे। भारत बंद में माइको बोस लेबर यूनियन, होटल एवं रेस्टोरेंट लेबर यूनियन सहित कई कर्मचारी एवं श्रमिक संगठन शामिल हुए।