52 सेकंड में 100 किलोमीटर की स्पीड पकड़ी वंदे भारत ट्रेन ने

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आत्मनिर्भर भारत की तेज रफ्तार, वंदे भारत एक्सप्रेस ने बनाया नया स्पीड रिकॉर्ड

नई दिल्ली. भारतीय रेलवे
की हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत का नया अवतार यानि ‘वंदे भारत 2’ अपने परीक्षण में सफल रही है। इससे पहले भी वंदे भारत के नाम कई कीर्तिमान रहे हैं। अब वंदे भारत एक्सप्रेस ने नया रिकॉर्ड बनाया है।

52 सेकेंड में 100 K.M. प्रति घंटे की रफ्तार पकड़कर बनाया अनूठा रिकॉर्ड

दरअसल, वंदे भारत ट्रेन ने महज 52 सेकेंड में 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़कर अनूठा रिकॉर्ड बनाया है। यानि पिकअप स्पीड के मामले में अब भारतीय ट्रेन और भी तेज फर्राटा भरेंगी। हाल ही में इस ट्रेन का परीक्षण किया गया जिसमें भारतीय रेलवे को यह सफलता हाथ लगी है।

कई एशियाई देशों को छोड़ा पीछे

भारत की पहली हाई स्पीड ट्रेन कहलाने वाली ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ ने अपने हाल के टेस्ट में नया रिकॉर्ड (वंदे भारत एक्सप्रेस रिकॉर्ड) बनाते हुए सिर्फ 52 सेकेंड में 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ी है। केवल इतना ही नहीं वंदे भारत ट्रेन ने स्‍पीड पकड़ने के मामले में जापान की बुलेट ट्रेन को भी पीछे छोड़ दिया है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्‍णव ने इस संबंध में अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो शेयर कर बताया है कि इस सेमी हाईस्‍पीड ट्रेन ने कैसे बुलेट ट्रेन को भी पीछे छोड़ दिया है। उन्‍होंने इसे भारत के लिए गौरव करने वाला पल भी बताया है। इसी के साथ भारतीय रेलवे ने ट्रेनों का सुस्त स्वरूप बदलते हुए हाई स्पीड ट्रेन का यह पायदान हासिल किया है। बताना चाहेंगे कि इस रेस में न सिर्फ बुलेट ट्रेन बल्कि एशिया के तमाम देश पीछे छूट गए हैं।

नई वंदे भारत ट्रेन ने क्वालिटी और राइडिंग इंडेक्स में किया बेहतरीन प्रदर्शन

परीक्षण में वंदे भारत ट्रेन 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पर पहुंची। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वंदे भारत ट्रेन टेस्टिंग का एक वायरल वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर भी किया है। पूरी तरह देश में बनी और डिजाइन की गई सेमी हाईस्‍पीड ट्रेन वंदे भारत ने बुलेट ट्रेन की स्‍पीड को भी पीछे छोड़ दिया है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्‍णव ने एक वीडियो शेयर कर बताया है कि कैसे भारत की इस ट्रेन ने स्‍पीड पकड़ने के मामले में बुलेट ट्रेन को भी पीछे छोड़ दिया है। ये वीडियो अब वायरल भी हो गया है।

केंद्रीय मंत्री ने मेड इंडिया कैप्‍शन के साथ ट्विटर पर वीडियो शेयर किया है। उन्‍होंने कहा कि ट्रेन की स्‍पीड 180 किलोमीटर के पार जाने के बावजूद गिलास का पानी बाहर नहीं छलक रहा। यह भारत की एडवांस्‍ड तकनीक का नायाब नमूना है। हमारी वंदे भारत ट्रेन पूरी तरह देश में डिजाइन और बनाई गई है। ट्रेन की स्‍पीड का यह ट्रायल राजस्‍थान के कोटा से नागदा रेलवे स्‍टेशन के बीच किया गया, जहां कई बार ट्रेन ने 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ी।

स्‍पीडोमीटर पर कितनी है ट्रेन की गति

वीडियो में चलती ट्रेन के अंदर मोबाइल फोन की स्‍क्रीन पर स्‍पीडोमीटर से ट्रेन की गति नापी गई है। इसमें दिखाया है कि स्‍पीडोमीटर पर ट्रेन की गति 180 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 183 किलोमीटर की रेंज में दिख रही है। ट्विटर पर शेयर किए गए इस वीडियो पर तमाम यूजर्स के कमेंट आ रहे हैं और रेलवे व भारत सरकार की इस उपलब्धि पर बधाई दी जा रही है।

वहीं वंदे भारत के नए रिकॉर्ड के संबंध में रेल राज्य मंत्री रावसाहेब पाटिल दानवे ने भी ट्वीट कर बताया है कि वंदे भारत एक्सप्रेस ने 52 सेकेंड में 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़कर स्पीड का नया रिकॉर्ड बनाया है। मंत्री ने बताया पिछला रिकॉर्ड 54.6 सेकेंड में 100 किमी प्रति घंटा रफ्तार का था और इसका ट्रायल रन पूरा हो गया है। आत्मनिर्भर भारत की तेज रफ्तार।

अभी दो रूट पर चल रही वंदे भारत

वंदे भारत एक्‍सप्रेस भारत की सेमी हाईस्‍पीड इंटरसिटी ईएमयू ट्रेन है। भारतीय रेलवे फिलहाल इसे दो रूट पर चला रही है। एक दिल्‍ली से श्री माता वैष्‍णों देवी कटरा के लिए चलती है और दूसरी नई दिल्‍ली से वाराणसी के लिए जाती है।

बेहतरीन सुविधाओं से लैस है वंदे भारत

वंदे भारत ने 180 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम गति, 430 टन के बजाय 392 टन का कम वजन और मांग पर वाई-फाई कंटेंट उपलब्ध होने जैसी बेहतरीन सुविधाओं से लैस है। नई वंदे भारत में 32 इंच के एलसीडी टीवी भी हैं जबकि इससे पहले की वंदे भारत में एलसीडी टीवी 24 इंच के थे। ट्रैक्शन मोटर की धूल रहित स्वच्छ वायु कूलिंग के साथ 15 प्रतिशत अधिक ऊर्जा कुशल एसी ट्रेन यात्रा को और भी अधिक आरामदायक बनाती है। एग्जीक्यूटिव क्लास के यात्रियों को दी जा रही साइड रिक्लाइनर सीट की सुविधा अब सभी श्रेणियों में उपलब्ध कराई जा रही है।

वायु शुद्धिकरण के लिए भी सुविधा

वंदे भारत एक्सप्रेस के नए डिजाइन में वायु शुद्धिकरण के लिए रूफ माउंटेड पैकेज यूनिट (आरएमपीयू) में फोटो-कैटेलिटिक अल्ट्रावायलेट एयर प्यूरिफिकेशन सिस्टम भी लगाया गया है। केंद्रीय वैज्ञानिक उपकरण संगठन (सीएसआईओ), चंडीगढ़ की सिफारिश के अनुसार, इस सिस्टम को आरएमपीयू के दोनों सिरों में स्थापित किया गया है, ताकि ताजी हवा और वापस आ रही हवा के माध्यम से आने वाले कीटाणुओं, बैक्टीरिया, वायरस, इत्यादि से युक्त हवा को फिल्टर और साफ किया जा सके। इसे कोरोना से बचाव को ध्यान में रखते हुए लगाया गया था।

मेक इन इंडिया के तहत ट्रेन का हुआ है निर्माण

उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ प्रोग्राम के तहत वंदे भारत ट्रेन पूरी तरह से भारतीय निर्मित हाई स्पीड ट्रेन है। वंदे भारत में अलग से कोई इंजन नहीं जोड़ा गया है। वंदे भारत ट्रेन 16 डिब्बों के साथ 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पहुंची है।

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