जयपुर। एसीबी ने मंगलवार को हनुमानगढ़ के जिला कलक्ट्रेट कार्यालय में सहायता शाखा के कनिष्ठ सहायक सुभाष स्वामी (30) पुत्र दयाराम स्वामी निवासी मक्कासर व उसके दलाल जगरूप सिंह (32) पुत्र चनन सिंह निवासी चिस्तियां को दो लाख रुपए की रिश्वत राशि सहित गिरफ्तार किया। एसीबी टीम को परिवादी की ओर से शिकायत दी गई थी कि उसके पिता की मृत्यु कोरोना काल में हुई थी। इसके बाद कोरोना वारियर के तौर पर राज्य सरकार से पचास लाख रुपए की सहायता राशि की फाइल को स्वीकृत करवाने की एवज में सुभाष स्वामी ने पांच प्रतिशत यानी ढाई लाख रुपए रिश्वत की मांग की।
दलाल व बाबू को किया गिरफ्तार
एसीबी डीजी भगवानलाल सोनी ने बताया कि शिकायत पर एसीबी टीम ने जब सत्यापन करवाया तो बहुत सी जानकारी संदिग्ध मिली। इसके बाद हनुमानगढ़ एसीबी कार्यालय के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तेजपाल के निर्देशन में मंगलवार को ट्रेप की कार्रवाई की। इस दौरान कलक्ट्रेट के सहायता शाखा के कनिष्ठ सहायक सुभाष स्वामी व उसके दलाल जगरूप सिंह को दो लाख रुपए की रिश्वत राशि सहित गिरफ्तार किया। एसीबी की टीम दोनों आरोपियों के घरों की तलाशी में लगी हुई है।
इनको दी जाती है सहायता राशि
कोरोना वॉरियर की सहायता राशि उन लोगों के परिजनों को दी जाती है, जिन लोगों की मृत्यु कोरोना के दौरान लोगों की मदद करते हुए हैै। इसमें चिकित्सा कर्मी, पुलिसकर्मी, पत्रकार व ऐसे ही अन्य लोगों व सरकारी कार्मिकों को शामिल किया गया है, जिनकी मृत्यु कोरोना में लोगों की मदद के दौरान हो गई। इस सहायता राशि में मृतक के परिजनों को पचास लाख रुपए दिए जाते हैं।
