जयपुर.
दिनांक- 29 सितम्बर 2022
दिन . गुरुवार
विक्रम संवत् नल नाम संवत्सर. 2079
शक संवत् . 1944
अयन . दक्षिणायन
ऋतु . शरद
मास . आश्विन
पक्ष . शुक्ल
तिथि . चतुर्थी रात्रि 12.08 तक तत्पश्चात पंचमी
नक्षत्र विशाखा 30 सितम्बर सुबह 05.13 तक तत्पश्चात अनुराधा
योग . विष्कम्भ रात्रि 12.56 तक तत्पश्चात प्रीति
अभिजित मुहूर्त 11.48 से 12.50
राहु काल . दोपहर 02.00 से 03.30 तक
सूर्योदय . 06.17
सूर्यास्त . 06.17
दिशा शूल . दक्षिण दिशा में
ब्राह्ममुहूर्त . प्रात: 04.54 से 05.42 तक
निशिता मुहूर्त . रात्रि 12.06 से 12.54 तक
व्रत पर्व विवरण- नवरात्रि माँ कूष्मांडा देवी की पूजा
नवरात्रि के चौथे दिन कूष्मांडा माता की पूजा की जाती है। और माता को मालपुए का भोग लगाया जाता है। इससे माँ के भक्तों की बुद्धि का विकास होता है। और मनोबल में वृद्धि होती है।
पंडित धर्मेंद्र शास्त्री, सूर्य नगर, गोपालपुरा बाइपास जयपुर, मोबाइल नंबर 9351530266.
