सांसद दीयाकुमारी ने संसद में उठाया मुद्दा

राजसमन्द.
लोकसभा में मानसून सत्र के पहले ही दिन सांसद दीयाकुमारी ने राजस्थान में 5वें संभावित बाघ अभयारण्य के रूप में कुंभलगढ़ को विकसित करने की मांग उठाते हुए कहा कि कुम्भलगढ़ अभ्यारण्य 1280 वर्ग किलोमीटर से अधिक में फैला है जो कि सरिस्का से बड़ा है और यहां 1970 के दशक से बाघों की उपस्थिति दर्ज की गई है।
नियम 377 के तहत लोकसभा में बोलते हुए सांसद दीयाकुमारी ने कहा कि वर्तमान में शिकार का आधार प्रारंभिक चरण में 4 बाघों के लिए पर्याप्त है और आने वाले वर्षों में कम से कम 45 बाघों को रखने की क्षमता रखता है। रणथंभौर में बाघों की बढ़ती आबादी नए इलाके की तलाश में संरक्षित क्षेत्रों से भटक रही है और इसके परिणामस्वरूप मानव और बाघों के बीच संघर्ष देखने को मिल रहा है।
सांसद ने कहा कि मौजूदा टाइगर रिजर्व को संरक्षित करते हुए नए टाइगर रिजर्व विकसित करना बहुत महत्वपूर्ण है तथा देश में बाघ संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए कुम्भलगढ़ में बाघों को लाने की प्रक्रिया को भी गति देना चाहिए।
प्रश्न काल में कौशल विकास के सम्बंध में पूछा प्रश्न
आसन के माध्यम से सांसद दीयाकुमारी ने कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री से प्रश्न करते हुए पूछा कि देश में जिले वार प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्रों की संख्या का विवरण क्या है तथा पिछले तीन वर्षों में राजस्थान सहित पूरे देश में प्रशिक्षित छात्रों एवं प्रशिक्षण के बाद कार्यरत छात्रों की कुल संख्या का आंकड़ा क्या है।
रेलवे ने चलाया विशेष जांच अभियान
जयपुर.
उत्तर पश्चिम रेलवे जयपुर मंडल की मंडल रेल प्रबंधक मंजूषा जैन ने ट्रेनों में बिना टिकट यात्रा की रोकथाम के लिए टिकट चेकिंग में सख्ती दिखाने एवम कोविड प्रोटोकॉल को कड़ाई से लागू करने के निर्देश दिए है। इसी अनुपालन में माह जुलाई 2021 में विशेष टिकट चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है तथा बिना मास्क यात्रा करने या स्टेशन में प्रवेश करने वालों पर जुर्माना लगाया जा रहा है। इस अभियान के तहत सोमवार 19 जुलाई तक जयपुर रेल मंडल के रेलमार्गों पर विभिन्न ट्रेनों एवम स्टेशनों पर लिए गए चेकिंग में कुल 8209 व्यक्तियों के विरुद्ध अनाधिकृत टिकट या अनबुक्ड लगेज के साथ यात्रा करने के मामले दर्ज किए गए। इन मामलों में जुर्माने और अतिरिक्त किराए के रूप में 39,61,815 रुपए वसूले गए। इनके अतिरिक्त बिना मास्क यात्रा करने या स्टेशन में प्रवेश करने वाले 725 व्यक्तियों पर 87,090 रुपयों का जुर्माना लगाया गया। बिना टिकट यात्रा करना एक सामाजिक बुराई है अत: रेल प्रशासन सभी यात्रियों से अनुरोध करता है की वे वैध टिकट के साथ ही यात्रा करें तथा कोविड प्रोटोकॉल की पूर्ण रूप से पालना करें।