एक बंदूक, चार देशी कट्टे व 9 कारतूस जब्त
करौली 20 जनवरी। डीएसटी व थाना श्रीमहावीरजी पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर पूर्वी राजस्थान में आतंक के पर्याय बने कोडिया गैंग के मुख्य सरगना 5000 के इनामी बदमाश लाला कोडिया उर्फ कमलकिशोर पुत्र काडु राम को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान उसके दो साथियों पप्पू उर्फ पीएल पुत्र गोपाल मीना निवासी भडक्या थाना कुडग़ांव एवं ओमप्रकाश उर्फ ओपी पुत्र मानसिंह निवासी सरमथुरा जिला धौलपुर को भी पकड़ लिया गया। इनके पास से एक बंदूक 12 बोर, चार देशी कट्टे, 9 कारतूस एवं एक बोलेरो गाड़ी जप्त की गई। ये फायरिंग कर दहशत फैलाने व जानलेवा हमला के आधा दर्जन संगीन प्रकरणों में वांछित चल रहे थे। पप्पू व ओमप्रकाश भी 2-2 हजार रुपयए के इनामी बदमाश है।
कोडिया गांव में थी दो गैंग
करौली एसपी शैलेंद्र सिंह इंदौलिया ने बताया कि श्रीमहावीरजी थाना अंतर्गत कोडिया गांव में दो गैंग सक्रिय हैं, जिनमें से एक गैंग का सरगना भुरू उर्फ भूर सिंह मीणा है। जिसकी गैंग के सक्रिय सदस्य उसके दोनों भाई राजेश मीणा व राजकुमार मीणा तथा चचेरा भाई अजय उर्फ हनी मीना है। इस गैंग को थाना महावीरजी पुलिस द्वारा पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है।
दूसरी गैंग लाला कोडिया गैंग है, जिसका मुख्य सरगना लाला उर्फ कमलकिशोर मीना है तथा गैंग के सक्रिय सदस्य पप्पू उर्फ पी एल मीणा, ओम प्रकाश उर्फ ओपी मीणा व हिस्ट्रीशीटर मुकेश मीणा निवासी गावंडी है। भुरू कोडिया व लाला कोडिया गैंग एक दूसरे की जान के दुश्मन बने हुए थे। दोनों गैंगों में कभी भी गैंगवार की घटना हो सकती थी।
एसपी इंदौलिया ने बताया कि 10 जनवरी की रात के समय थाना सदर हिंडौन क्षेत्र के गांव कोटरा ढहर में लाला कोडिया व उसके साथियों ने एक घर में घुसकर फायरिंग कर इलाके में दहशत फैला दी थी। सोशल मीडिया पर गैंगवार होने की सूचना मिलने पर घटना को गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रकाश चंद के नेतृत्व में थानाधिकारी श्रीमहावीरजी धर्म सिंह व डीएसटी प्रभारी यदुवीर सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गई थी।
बुधवार को मुखबिर से सूचना मिली कि एक बोलेरो गाड़ी में रानोली की तरफ से हथियार सहित कुछ बदमाश आ रहे हैं। सूचना पर डीएसटी व थाना पुलिस ने किरवाड़ा गांव से आगे भोटवाडा की तरफ नाकाबंदी की। थोड़ी देर बाद एक बोलेरो गाड़ी पुलिस टीम को देख वापस जाने लगी। गाड़ी का पीछा किया तो गाड़ी छोड़ कर तीन व्यक्ति खेतों में भागने लगे, जिन्हें टीम ने दबोच लिया, जो इनामी कुख्यात अपराधी लाला कोडिया व उसके साथी ओमप्रकाश उर्फ ओपी व पप्पू उर्फ पीएल निकले। जिनकी तलाशी में अवैध हथियार भी मिले।