
भारतीय मजदूर संघ ने जयपुर में किया था आयोजन
अजमेर संभाग से भी कर्मचारियों और मजदूरों ने लिया भाग
मदनगंज-किशनगढ़.
भारतीय मजदूर संघ राजस्थान के आह्वान पर 6 मई को प्रदेश भर से हजारों मजदूरों ने राज्य सरकार का विरोध करते हुए रैली निकालकर प्रदर्शन किया। भारतीय मजदूर संघ से संबंध राजस्थान जलदाय कर्मचारी महासंघ के प्रदेश महामंत्री किशोर नाथ सिसोदिया ने बताया कि जयपुर में गवर्नमेंट हॉस्टल के पास स्थित शहीद स्मारक से मजदूरों ने रैली निकालकर सिविल लाइन फाटक के बाहर रोष भरा प्रदर्शन किया। इस रैली में भारतीय मजदूर संघ से संबंधित विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। प्रदर्शनकारी श्रमिक कर्मचारियों की सभा को अखिल भारतीय महामंत्री विनय कुमार सिन्हा व क्षेत्रीय संगठन मंत्री राज बिहारी शर्मा ने संबोधित करते कहा कि आज श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना सरकारों की जिम्मेदारी है किंतु सरकारे अपने दायित्व को समझ नहीं पा रही हैं एयदि राजस्थान की सरकार भी नींद से नहीं जागेगी तो भारतीय मजदूर संघ इसे भी जगाने का माद्दा रखता है। तत्पश्चात भारतीय मजदूर संघ ने राजस्थान सरकार के विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले श्रमिकों की मांगों का करीब 25 सूत्री मांग पत्र पेश किया जिसमें जलदाय सहित आंगनबाड़ी, विद्युत, रोडवेज, भवन निर्माण, सहकारी समितियां, लोक जुंबिश, कृषि उपज मंडी, जनता जल योजनाएं, हैंडपंप मिस्त्री, थैला मजदूर, बीड़ी श्रमिक, पावरलूम, पोस्टल मार्बल सहित विभिन्न क्षेत्र के श्रमिकों की मांग शामिल रहे।
इस कार्यक्रम में अजमेर संभाग से भी बड़ी संख्या में श्रमिकों, कर्मचारियों ने भाग लिया है। जलदाय श्रमिक संघ के जिलाध्यक्ष पूसाराम जाट, जिला महामंत्री कानमल माली, जिला संगठन मंत्री राजेंद्र कुमार माली ने कहा कि 35 वर्ष की निरंतर सेवा के बाद भी अभी तक भी जल्द ही कर्मचारियों को वर्कचार्ज कर्मचारी ही माना जा रहा है जो कि कानून का खुला दुरुपयोग है। भारतीय मजदूर संघ ने अपने इस मांग पत्र में जलदाय कर्मचारियों की इस प्रमुख मांग को शामिल करते ऐसे सभी श्रमिकों को को नियमित कर्मचारी मानकर नियमित पदोन्नति का लाभ देने की मांग रखी गई है।
मौके पर ही राज्य सरकार ने भारतीय मजदूर संघ को अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत करने का आग्रह किया तत्पश्चात संघ का सात सदस्य प्रतिनिधि मंडल सरकार को अपना मांग पत्र पेश करने गया जबकि इससे पहले करीब 3 वर्ष से राजस्थान सरकार भारतीय मजदूर संघ से बात करना नहीं चाह रही थी एवं नाहीं भारतीय मजदूर संघ से संबंध श्रम संगठनों के द्वारा प्रस्तुत मांग पत्र पर वार्ता कर रही थी। इस मौके पर संघ के 7 सदस्य प्रतिनिधि मंडल को सरकार ने विश्वास दिलाया कि आपके मांग पत्र को गंभीरता से लेकर अलग-अलग विभागों के मंत्रियों के साथ संबंधित इकाई के पदाधिकारियों को साथ लेकर वार्ता की जाएगी एवं मांगों का निपटारा किया जाएगा। पुरुष कार्यकर्ताओं के साथ महिला कार्यकर्ताओं ने भी बड़ी संख्या में इस कार्यक्रम में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की है। आंगनबाड़ी सहित विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत महिला कार्यकर्ता उपस्थित रही।