
आठ साल में बढ़ी रेल नेटवर्क की मजबूती
जयपुर.
उत्तर पश्चिम रेलवे पर भी विगत 8 वर्षों में आधारभूत ढांचे को सुदृढ़ करने के लिये नई लाइनों, दोहरीकरण व आमान परिवर्तन के कार्य तीव्रगति से किये गये है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशिकिरण के अनुसार महाप्रबन्धक विजय शर्मा के दिशा-निर्देशन में उत्तर पश्चिम रेलवे पर आधारभूत ढांचे को मजबूत बनाने पर विशेष बल दिया जा रहा है। उत्तर पश्चिम रेलवे पर 2014 से अब तक 150 किलोमीटर नई लाइन, 664 किलोमीटर दोहरीकरण व 815 किलोमीटर आमान परिवर्तन किया गया है।
वर्ष 2014 से अब तक उत्तर पश्चिम रेलवे पर 150 किलोमीटर नई लाइनों का निर्माण किया गया है। जिनमें दौसा-डीडवाना, थ्यात हमीरा-सानू, बांगडग्राम-रास, पीपलाई-गंगापुरसिटी व सादुलपुर बाई पास सम्मलित है। पीपलाई-डीडवाना रेलखण्ड को वर्ष 2022-23 तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है, इसके पूर्ण होने से दौसा-गंगापुर नई रेल लाइन का सम्पूर्ण कार्य पूरा हो जायेगा। उत्तर पश्चिम रेलवे पर विगत 8 वर्षों में आमान 815 किलोमीटर मीटरगेज रेलखण्ड पर आमान परिवर्तन का कार्य पूरा किया गया है। उदयपुर-हिम्मतनगर रेलखण्ड के खारवाचांदा-जयसंमद 37 किलोमीटर रेलखण्ड का आमान परिवर्तन शेष रहा है, जिसे पूर्ण करने का लक्ष्य जून 2022 रखा गया है।
रेल यात्रियों की संख्या तथा व्यस्त मार्गों को ध्यान में रखते हुये दोहरीकरण का कार्य किया जा रहा हैं, जिससे अधिक रेलसेवाओं का संचालन किया जा सके ताकि यात्रियों को अधिक रेल सुविधा तथा उनके समय की बचत हो। 2014 से अब तक 664 किलोमीटर रेलखण्ड का दोहरीकरण पूर्ण किया गया है। जिसमें इस रेलवे की मुख्य लाइन रेवाड़ी-अलवर-जयपुर-अजमेर-पालनपुर रेलखण्ड के मार्ग भी सम्मलित है। इसके अतिरिक्त अन्य महत्वपूर्ण रेलमार्ग फुलेरा-राई का बाग 128 किलोमीटर लम्बाई के डेगाना-मेड़ता रोड, मेड़ता रोड-खारिया खंगार, डेगाना-बोरावड़ व बोरावड़-कुचामन सिटी रेलखण्ड का दोहरीकरण भी पूरा किया गया है। वर्ष 2022-23 में कुचामन सिटी-नावां सिटी, नावां सिटी-फुलेरा, खारिया खंगार-पीपाड रोड व पीपाड रोड-राई का बाग 127 किलोमीटर का दोहरीकरण पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।
आधारभूत संरचना की वृद्धि के तहत महत्वपूर्ण परियोजनाओं को लक्ष्यानुसार पूर्ण करने के लिये इस वर्ष राष्ट्रीय रेल पुरस्कार समारोह में सिविल इंजीनियरिंग-निर्माण शील्ड दक्षिण मध्य रेलवे के साथ संयुक्त रूप से प्रदान की गई। उल्लेखनीय है कि सिविल इंजीनियरिंग-निर्माण शील्ड, उत्तर पश्चिम रेलवे को विगत 3 वर्षों से लगातार प्राप्त हो रही है। बृजेश कुमार गुप्ता, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी/निर्माण के नेतृत्व में उत्तर पश्चिम रेलवे पर वर्ष 2021-22 में 265 किलोमीटर नई लाइन, आमान परिवर्तन व दोहरीकरण का कार्य पूर्ण किया जो इस वर्ष में सम्पूर्ण भारतीय रेलवे पर सर्वाधिक है।