
मध्यप्रदेश के बैतूल का मामला
बैतूल.
हाल ही में हुए उत्तर प्रदेश के चुनावों में बुलडोजर काफी चर्चित रहा था। इसके बाद उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश की सरकार ने बुलडोजर से कार्रवाई को अंजाम दिया जो बाद में उच्चतम न्यायालय तक पहुंच गया।
वहीं मध्य प्रदेश के बैतूल जिले का एक सिविल इंजीनियर अपनी शादी को यादगार बनाने के लिए बारात में पारंपरिक घोड़ी, बग्गी या कार के बजाय बुलडोजर में बैठकर दुल्हन को लेने मंडप पहुंचा। यह घटना मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल बैतूल जिले के भैंसदेही विकासखंड के अंतर्गत आने वाले झल्लार गांव में मंगलवार को हुई और दूल्हे के साथ उसके परिवार की दो महिलाएं भी बुलडोजर में सवार रही। बारात में फूलों से सजे बुलडोजर में बैठकर शादी रचाने के लिए मंडप पहुंचने वाले अंकुश जायसवाल नाम के इस दूल्हे की शादी पूरे इलाके में चर्चा में बनी हुई है और सोशल मीडिया पर भी काफी वायरल हो रही है। झल्लार गांव के रहने वाले दूल्हे ने कहा कि मैं पेशे से सिविल इंजीनियर हूं और बुलडोजर सहित निर्माण कार्यों से जुड़ी अन्य मशीनों के साथ दिनभर काम करता रहता हूं। इसलिए मेरे मन में विचार आया कि मैं अपने पेशे से जुड़े बुलडोजर पर ही बारात निकालूं। अंकुश ने बताया कि झल्लार गांव से बारात निकलने के बाद उन्होंने केरपानी गांव स्थित प्रसिद्ध श्री हनुमान मंदिर में रात्रि विश्राम किया और फिर बुधवार को उनका विवाह केसर बाग में धूमधाम से संपन्न हुआ।