सेना की सूचनाएं पाकिस्तान भेजने का आरोपी 2 दिन के रिमांड पर

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जयपुर। स्टेट इंटेलिजेंस द्वारा पाक खुफिया एजेंसियों की महिला हैंडलर से दोस्ती कर उसके इशारे पर रेलवे पोस्ट ऑफिस से भारतीय सेना के दस्तावेज और सूचनाएं भेजने के आरोपी खेड़ापा जोधपुर निवासी एमटीएस रेलवे पोस्ट ऑफिस कर्मी को न्यायालय ने 13 सितम्बर तक रिमांड पर भेजा है। जासूसी के आरोपी को जयपुर से गिरफ्तार किया गया था। आरोपी भरत को रिमांड मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश करके दो दिवस का गंभीरता और गहन अन्वेषण की आवश्यकता को देखते हुए दो दिन के पुलिस रिमांडर दिया गया है।
महानिदेशक पुलिस इंटेलिजेंस उमेश मिश्रा के अनुसार आरोपी ने भरत गोदारा के नाम से अपनी फेसबुक आईडी बना रखी थी। सर्वप्रथम करीब 6 माह पूर्व आरोपी के फेसबुक मैसेंजर पर छदम नाम की महिला पाकिस्तानी खुफिया एजेंट का मैसेज आया था, जिसके बाद आरोपी इस महिला एजेंट से व्हाट्सएप पर वॉइस कॉल व वीडियो कॉल के माध्यम से बात करने लगा। महिला एजेंट द्वारा आरोपी को हनीट्रैप में फंसा कर भारतीय सेना से संबंधित रेलवे डाक कार्यालय में आने वाली डाक से सामरिक महत्व के दस्तावेजों की सूचना ली जा रही थी। आरोपी के कब्जे से दो मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। आरोपी शातिर किस्म का है, जिसके द्वारा अपने मोबाइल फोन से जो चैट की गई थी। वह अपने गांव जाने से पहले डिलीट कर दिया करता था। इंटेलिजेंस टीम द्वारा मोबाइल फोनों का तकनीकी परीक्षण कराकर बहुत सारा डिलीट किया हुआ डाटा एवं चेट रिकवर करने में सफलता प्राप्त कर ली है।
आरोपी भरत की गिरफ्तारी की सूचना उसके विभाग के पूर्व अधीक्षक जयपुर मंडल को आवश्यक कार्रवाई करने के लिए और इस प्रकार कृत्य में शामिल कर्मचारियों पर निगरानी के लिए लिखा गया है। सीआईडी इंटेलिजेंस तथा मिलिट्री इंटेलिजेंस के साथ मिलकर गहन पूछताछ की जा रही है। सोमवार को आरोपी के बैंक खातों को भी चेक कर यह पता लगाने का प्रयास किया जाएगा कि बैंक खातों में किसी प्रकार की कोई संदिग्ध धन राशि का आहरण तो नहीं हुआ है। आरोपी के मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल प्राप्त कर उसके आधार पर भी पूछताछ की जाएगी।
सभी संदिग्ध मोबाइल नंबर की जांच कर यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि यह पाक महिला एजेंट और किन-किन लोगों के संपर्क में है। आरोपी भरत द्वारा जो सूचनाएं सांझा की गई है इसके संबंध में भी आर्मी विशेषज्ञ से राय प्राप्त कर जानकारी ली जाएगी कि भेजी गई सूचना राष्ट्रीय सुरक्षा व्यवस्था को कितना वह किस प्रकार प्रभावित करती है।

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