अजमेर, 24 जनवरी। भारतीय गाय का दूध ही नहीं गोबर भी आपको कमा कर दे सकता है लाखों रुपए। यहां आयोजित कार्यक्रम के संयोजक प्रदीप तिवारी जी ने यह कहकर समस्त गौशालाओं एवं गोपाल को भारतीय गाय के उत्पाद बनाने का आग्रह किया। उन्होंने समस्त गोपालको को कहा कि आप जैविक खेती के बढ़ते चलन में अपना सहयोग दें एवं भारतीय गाय के गोबर से केंचुआ खाद बनाएं। आज समाज के अंदर जो केमिकल युक्त सब्जियां और अनाज मिल रहा है। कहीं ना कहीं गौशालाओं से निकली कंपोस्ट खाद केमिकल युक्त खेती को दूर करेगी और कंपोस्ट खाद बेच कर हमारी गांव की अर्थव्यवस्था ठीक होगी। हमें अपनी ग्रामीण अर्थव्यवस्था को उन्हें सुधारने के लिए गाय को ही आधार बनाना होगा।
स्वरोजगार के बारे में बताया
इस मौके पर महाराष्ट्र के सुप्रसिद्ध गौ उत्पाद ट्रेनर उधव नेरकर ने इस कार्यक्रम से जुड़े 50 से अधिक गोपाल को बहुत ही कम पैसे से अपना केंचुआ खाद बनाने का स्वरोजगार कैसे स्थापित करें वह समझाया। इस ट्रेनिंग कार्यक्रम में 35 से ज्यादा महिलाओं ने भाग लिया अधिकतर महिलाएं मध्य प्रदेश राजस्थान एवं उत्तराखंड से जुडी थी। बहुत से गौशाला संचालक भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे। उन्होंने अनेकों प्रश्न पूछ कर अपनी गौशाला में केंचुआ खाद बनाने का प्रण भी लिया।
इस ट्रेनिंग के दौरान उद्धव दिवाकर नेरकर ने पूर्ण जानकारी दी कि किस प्रकार से आप केंचुआ खरीद सकते हैं या कुछ संस्थाएं जो फ्री देती हैं, वहां से प्राप्त कर सकते हैं। फिर उसे बाजार में उचित दाम पर बेच भी सकते हैं। इस मौके पर डॉ प्रदीप तिवारी ने पूरे भारत में केंचुआ खाद बनाने वालों के उदाहरण देकर ट्रेनिंग में उपस्थित लोगों को बताया कि आज आप कम से कम पैसे से लाखों रुपए गाय के गोबर से कमा सकते हैं।
यह कार्यक्रम द इंडिया पोस्ट, सुरभि सेवा बहुउद्देशीय संस्था, जलम्ब एवं राष्ट्रीय पंचगव्य उत्पादन संस्थान श्री मदनेश गौशाला मदनगंज किशनगढ़ अजमेर (राजस्थान) संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया। संतोष पारीक ने अंत में कार्यक्रम से जुड़ें सभी लोगों का धन्यवाद व्यक्त किया एवं सूचना दी की प्रत्येक रविवार गौ उत्पाद की फ्री में ट्रेनिंग रात ठीक 8 बजे करवाई जाएगी, इछुक साथी अवशय जुड़ें। इसमें राजस्थान के संतोष पारीक, वैभव पारीक, रामदयाल पारीक, रिया शर्मा, राजेश शर्मा, विश्वंभर दयाल बुनकर, भंवर लाल शर्मा आदि उपस्थित रहे।