
जयपुर। कुछ करने की चाह हो तो डटे रहो, एक दिन सफलता आपके कदम चूमती है। इसी ध्येय के साथ आईएएस की तैयारी में जुटे रहे जमवारामगढ़ तहसील के गांव खवारानीजी निवासी प्रहलाद नारायण शर्मा। आिखर आज वो दिन आ ही गया, जिसका उन्हें वर्ष 2017 से इंतजार था। प्रहलाद नारायण ने आज जारी हुए आईएएस परीक्षा के नतीजों में 104वीं रैंक प्राप्त कर न केवल परिवार बल्कि पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है।
चौथी बार में हुआ सफल
प्रहलाद ने बताया कि उसने आईएएस की तैयारी 2017 में शुरू की थी। तब से आईएएस की परीक्षा चार बार दी, लेकिन पहले तीन प्रयासों में उसे सफलता नहीं मिली। उसने उम्मीद नहीं छोड़ी और डटा रहा। इस बार उसने प्री क्वालिफाई करने के साथ मैन परीक्षा और इंटरव्यू भी क्लीयर कर लिया। प्रहलाद का कहना है कि वह शिक्षा, महिला सशक्तीकरण और एग्रीकल्चर में कार्य करना चाहते हैं।
उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय उन सबको दिया है, जो संघर्ष की घड़ी में उसके साथ खड़े रहे। उसका कहना है कि माता-पिता ने चलना सिखाया तो गुरुजनोें ने आगे बढ़ना। इस राह पर मेरे साथ भाई, दोस्त और समाज हमेशा खड़ा रहा।
किसान का बेटा, गांव में ही पढ़ाई
प्रहलाद के पिता किसान हैं। उसने कक्षा 12 तक की शिक्षा गांव खवारानीजी के ही सरकारी स्कूल से पूरी की। किसान मांगीलाल का कहना है कि मैंने सभी बच्चों की पढ़ाई मेें कोई कसर नहीं छोड़ी। आज मुझे इतनी खुशी मिली है कि मैं उसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता।