
अजमेर। जिले के तित्यारी गांव में 11 सितंबर को शहीद विजेंद्र सिंह के शहीद स्मारक व मूर्ति अनावरण कार्यक्रम का आयोजन जगतगुरु श्री निंबार्काचार्य पीठाधीश्वर श्याम शरण देवाचार्य श्रीजी महाराज के कर कमलों द्वारा संपन्न हुआ। इस अवसर पर श्रीजी महाराज ने भारत भूमि को त्याग व बलिदान की भूमि बताया। साथ ही कहा कि निंबार्क क्षेत्र को शहीद विजेंद्र सिंह क्षेत्र के नाम से भी जाना जाएगा।
सांसद भागीरथ चौधरी ने शहीदों को देवतुल्य मानकर पूजन योग्य बताया। सैनिक कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजोर ने भारतीय सेना के गौरव व सम्मान की रक्षा करने वाले विजेंद्र सिंह शहीद की मूर्ति भेंट की, बाजोर ने इस मौके पर शहीदों के सम्मान के लिए युवाओं को प्रेरणा लेने की बात कही।
पूर्व विधायक नाथूराम सिनोदिया द्वारा बाजौर द्वारा शहीदों के मूर्ति भेंट करने के कार्य की सराहना की व तित्यारी भूमि को शहीद भूमि व परिवार को विशेष सम्मान योग्य बताया। खो-खो संघ उपाध्यक्ष भंवर सिंह पलाड़ा ने तित्यारी गांव में विकास कार्यों की किसी भी तरह की कमी नहीं रखने की बात कही। पूर्व शिक्षा मंत्री नसीम अख्तर इंसाफ ने भी शहीदों के स्मार्क कार्यों को पुनीत कार्य बताया।
राजकीय विद्यालय में पौधारोपण
सरपंच शिवराज डोडवाडिया द्वारा एक हजार औषधीय पौधे वितरित किए गए व श्रीजी महाराज के द्वारा स्थानीय विद्यालय में वृक्षारोपण करवाया गया, जिसमें विद्यालय प्रधानाध्यापक अनिल धैया, रणजीत जाट, सुमन गिरी, आशा सिंह, मानवेंद्र सिंह, सुनीता यादव एवं समस्त स्टाफ उपस्थित रहा। कार्यक्रम के दौरान शहीद परिवार से गजेंद्र सिंह द्वारा शहीद विजेंद्र सिंह जी की जीवनी पर प्रकाश डाला गया। श्री निंबार्क आचार्य श्रीजी महाराज की ओर से शहीद परिवार को सम्मान के रूप में दुपट्टा भेंट किया गया।
गांव देशभक्ति से सराबोर
कार्यक्रम में शहीद विजेंद्र सिंह अमर रहे के नारों से माहौल देशभक्ति मय हो गया। इस दौरान विकास चौधरी, करतार जाट, दिनेश सिंह राठौर, रामचंद्र थाकण, चेतन चौधरी, हरिराम बाना, नंदा राम मूंड, जितेंद्र सिंह, राजेंद्र ओझा, गणेश गुर्जर, गणेश खिलेरी, करतार, अरविंद मुंडोति, रामविलास धाकड़, विजय सिंह, अनिल शर्मा, भीम सिंह, मनोज कुमार शर्मा, संजय धिया, सुरेश सेन, सुभाष शर्मा, चेतन व्यास, बबीता चौधरी, जयसिंह मीणा, त्रिलोक मणि, कमलनाथ, वाजिद खान आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान अन्य गांव से आए शहीद परिवारों के प्रतिनिधियों को भी सम्मानित किया गया।