तमिलनाडु के मंदिर से 1971 में चोरी हुई चोल वंश की मूर्ति अमेरिका में मिली

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चेन्नई। तमिलनाडु के तंजावुर जिले में थंडनथोटम के नादानपुरेश्वर शिवन मंदिर से गायब हुई चोल काल के शैव संप्रदाय के कवि एवं संत संबंदर की 13वीं शताब्दी की कांस्य की मूर्ति अमेरिका में क्रिस्टी नीलामी हाउस में मिली है। तमिलनाडु के मूर्ति प्रकोष्ठ ने शनिवार को यह दावा किया।

नृत्य करते हुए संत की है मूर्ति

बाएं पैर को ऊपर उठाए हुए और अपने बाएं हाथ को फैलाए हुए कमल के फूल पर नृत्य करती हुई संत संबंदर की नक्काशीदार मूर्ति की कमर में घंटियों वाला कमरबंद लिपटा हुआ है। संत संबंदर की इस मूर्ति के टखनों, बाहों, छाती, गर्दन और कानों पर आभूषण जड़े हैं। मूर्ति की बादाम की आकार की आंखें, सिर को सुशोभित करने वाली एक लंबी शंक्वाकार टोपी और एक पुष्प मंडल शिल्पकार की निपुणता को प्रदर्शित करता है।

इसी मंदिर से गायब हो गई थी पार्वती की मूर्ति

इसी थंडनथोटम मंदिर से गायब हुई देवी पार्वती की मूर्ति मिलने के बाद यह दूसरा मामला है, जब अमेरिका में तमिलनाडु से गायब हुई कोई प्राचीन मूर्ति मिली है।

एक साथ पांच मूर्तियांं हुई थी चोरी

गौरतलब है कि नादानपुरेश्वर शिवन मंदिर से संबंदर, कृष्ण कलिंग-नर्थना, अय्यनार, अगस्तियार और देवी पार्वतह की मूर्ति समेत कुल पांच मूर्तियां मई 1971 में चुराई गईं थीं। इस संबंध में के वासू नामक एक व्यक्ति ने 2019 में शिकायत दर्ज कराई थी।
मूर्ति प्रकोष्ठ पुलिस के अनुसार निरीक्षक इंदिरा ने क्रिस्टी नीलामी हाउस की वेबसाइट पर प्रदर्शित संबंदर की मूर्ति का पता लगाया। विशेषज्ञों ने पुष्टि की है कि चुराई गई यह मूर्ति क्रिस्टी को मिली और फिर उसने यह मूर्ति नीलाम कर दी।
तमिलनाडु के मूर्ति प्रकोष्ठ ने क्रिस्टी से मूर्ति को लौटाने का आग्रह किया है।

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