पांच सौ ट्रेनों की बढ़ गई स्पीड

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अब यात्रा होगी और अधिक मंगलमय,500 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों की बढ़ी स्पीड

नई दिल्ली. रेलवे में विश्वस्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाने के साथ नागरिकों को आधुनिक सुविधाएं देकर रेलवे का कायाकल्प किया गया है। रेलवे में नई तकनीकों के शामिल किए जाने से वांछित परिणाम देखने को मिल रहा है। एक तरफ सरकार जहां रेल इंफ्रास्ट्रक्चर में तेजी से विकास कर रही है, वहीं पहले से उपलब्ध संसाधनों को तकनीकों से जोड़कर नए कीर्तिमान स्थापित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में रेलवे द्वारा नयी रेलवे समय सारणी जारी की गई है। सारणी के अनुसार करीब 500 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों की रफ्तार तेज कर दी गई है। ट्रेनों की गति में 10 मिनट से 70 मिनट तक तेजी की गयी है। इसके अलावा, 130 सेवाओं (65 जोड़े) को सुपरफास्ट श्रेणी में परिवर्तित करके रफ्तार तेज की गई है। इससे कुल मिलाकर सभी ट्रेनों की औसत गति में लगभग 5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जिससे अधिक ट्रेनों के संचालन के लिए लगभग 5 प्रतिशत अतिरिक्त मार्ग उपलब्ध हो गए हैं।

भारतीय रेलवे ने किया अपनी समय सारणी में बदलाव

रेलवे ने अपनी समय तालिका में बड़ा बदलाव करते हुए एक नया टाइम टेबल जारी किया है। इस अखिल भारतीय समय सारणी में ट्रेनों के समय में बदलाव के साथ-साथ उनके स्पीड में भी इजाफा किया गया है। देरी से चलने की समस्या से जूझ रही रेलवे के लिए यह फैसला काफी अहम होने वाला है। ट्रेनों के के तेजी परिचालन से जहां रेलवे को अतिरिक्त समय मिलेगा, वहीं यात्रियों को भी काफी सहूलियत होगी। नयी अखिल भारतीय रेलवे समय सारणी 1 अक्टूबर, 2022 से भारतीय रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट www.indianrailways.gov.in पर उपलब्ध है।

समय पाबंदी में तेजी से हो रहा सुधार

भारतीय ट्रेनों का देरी से पहुंचना हमेशा से एक समस्या बना रहा है, लेकिन बीते आठ साल में केंद्र सरकर की परिबद्धता और आधुनिक तकनीकों के समावेश से समय पाबंदी में तेजी से सुधार हो रहा है। आज के समय में अधिकतर ट्रेने अपने निर्धारित समय से लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचा रही है। मंत्रालय द्वारा जारी आकड़ों के अनुसार ना सिर्फ ट्रेन परिचालन के समय मे सुधार हुआ है जबकि मेल एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए समय पर पहुंचना आम हो गया है। रेलवे द्वारा जारी नई समय सारणी में यह बताया गया है कि वर्ष 2022-23 के दौरान भारतीय रेलवे के मेल एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए समय की पाबंदी लगभग 84 प्रतिशत रही, जो 2019-20 के 75 प्रतिशत समय की पाबंदी की तुलना में लगभग 9 प्रतिशत अधिक है।

नई समय सारणी की मुख्य विशेषताएं

रेलवे द्वारा जारी की गई नई समय सारणी में भविष्य की उपयोगिता को ध्यान रखा गया है। इसमे आने वाले समय के जरूरतों के अनुरूप मौजूदा सेवाओं के विस्तार किया गया है। नई समय सारणी की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार से हैं…

–ट्रेन के इंजन और डिब्‍बों का अधिकतम उपयोग करना इस नए सारणी का अहम हिस्सा है। यह इंजन और डिब्‍बों के उपयोग को अधिकतम करेगा और यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।

–वर्ष 2021-22 के दौरान, 106 नई सेवाएं शुरू की गईं, 212 सेवाओं का विस्तार किया गया और 24 सेवाओं की आवृत्ति बढ़ाई गई।

–वर्तमान में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें नई दिल्ली-वाराणसी और नई दिल्ली-श्री माता वैष्णो देवी कटरा के बीच चलाई जा रही हैं। एक और वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन गांधीनगर कैपिटल और मुंबई सेंट्रल के बीच 30.09.2022 से शुरू की गई है। भारतीय रेलवे नेटवर्क पर और वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को शुरू करने का प्रस्ताव किया गया है।

–मनोरंजन, स्थानीय व्यंजन, वाईफाई आदि जैसी ऑनबोर्ड सेवाओं की पेशकश करने वाली तेजस एक्सप्रेस सेवाओं का भी भारतीय रेलवे नेटवर्क पर प्रसार किया जा रहा है। वर्तमान में भारतीय रेलवे में 7 जोड़ी तेजस एक्सप्रेस सेवाएं परिचालित की जा रही हैं।

–यात्री सुरक्षा में सुधार लाने और बेहतर सवारी की सुविधा के साथ तेज पारगमन प्रदान करने के लिए आईसीएफ डिजाइन के रेक के साथ परिचालित की जाने वाली मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों का रूपांतरण किया जा रहा है। भारतीय रेलवे ने वर्ष 2021-2022 की अवधि के लिए आईसीएफ के 187 रेक एलएचबी में परिवर्तित किए है।

–समय की पाबंदी में सुधार लाने के लिए समय सारणी में आवश्यक परिवर्तन शामिल किए गए हैं। ठोस प्रयासों की बदौलत मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के समय पालन में कोविड से पूर्व (2019-20) की समय की पाबंदी की तुलना में लगभग 9 प्रतिशत सुधार हुआ है।

–वर्ष 2021-22 में, 60 पारंपरिक यात्री सेवाओं को एमईएमयू द्वारा प्रतिस्थापित किया गया है, जिससे प्रणाली की समग्र गतिशीलता में वृद्धि हुई है।

3,240 मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन करता है रेलवे

भारतीय रेलवे लगभग 3,240 मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन करता है, जिनमें वंदे भारत एक्सप्रेस, गतिमान एक्सप्रेस, राजधानी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस, हमसफर एक्सप्रेस, तेजस एक्सप्रेस, दुरंतो एक्सप्रेस, अंत्योदय एक्सप्रेस, गरीब रथ एक्सप्रेस, संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, युवा एक्सप्रेस, उदय एक्सप्रेस, जनशताब्दी एक्सप्रेस और अन्य प्रकार की रेलगाड़ियां शामिल हैं। इसके अलावा, भारतीय रेलवे नेटवर्क पर लगभग 3,000 यात्री रेलगाड़ियों और 5,660 उपनगरीय रेलगाड़ियों का भी परिचालन किया जाता है। मंत्रालय के अनुसार ट्रेनों पर प्रतिदिन यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या लगभग 2.23 करोड़ है।

सरकार द्वारा यात्रियों को आधुनिक सुविधा उपलब्ध करने के लिए प्रीमियम ट्रेन की भी शुरुआत की गई है। इस प्रीमियम ट्रेन में वंदे भारत एक्सप्रेस प्रमुख है। नई समय-सारिणी में नई दिल्ली-वाराणसी व नई दिल्ली-कटरा के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस प्रीमियम ट्रेन का भी जिक्र किया गया है। साथ ही इसमें हाल ही में पीएम मोदी द्वारा शुरुआत की गई गांधीनगर और मुंबई के बीच एक अन्य वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का भी जिक्र किया गया है।

2.23 करोड़ यात्री करते हैं प्रतिदिन यात्रा

रेलवे भारत में यात्रा का सबसे बड़ा साधन है। रेलवे का यात्रियों की दृष्टि से सुविधाजनक, सुरक्षित और किफायती होना इसकी पहुंच को और व्यापक बनाता है। भारतीय रेलवे के अनुसार 2.23 करोड़ यात्री करते हैं प्रतिदिन रेल यात्रा करते हैं। यह आकड़ा लोगों का रेलवे के ऊपर विश्वास और देश की यातायात संसाधनों का रेल पर निर्भरता को दर्शाता है। रेल सेवा में लगातार यात्रियों के बढ़ते संख्या से अतिरिक्त भीड़भाड़ को कम करने और यात्रियों की मांग को पूरा करने के लिए, 2021-22 के दौरान 65,000 से अधिक विशेष ट्रेन यात्राएं संचालित की गईं। रेलगाडि़यों की वहन क्षमता बढ़ाने के लिए लगभग 566 कोचों को स्थायी रूप से संवर्धित किया गया।

देश के विकास का अग्रिम वाहक

देश के सबसे बड़े यातायात नेटवर्क के रूप में जाने जाना वाले रेलवे ने बदलती हुई जरूरतों के साथ निरंतर आधुनिक बदलाव किया है। आज के समय में रेलवे यात्रियों की सुविधाओं के साथ-साथ माल ढुलाई संबंधित सुविधाओं में भी विस्तार कर रहा है। भारतीय रेलवे ने सितम्बर, 2022 में 115.80 मीट्रिक टन की अब तक की सबसे अच्छी मासिक माल ढुलाई दर्ज की है। सितम्बर के महीने में ढुलाई 9.7 मीट्रिक टन रही है, जो 2021 में दर्ज पिछले सर्वश्रेष्ठ सितम्‍बर के आंकड़ों की तुलना में 9.15 प्रतिशत अधिक है। इसके साथ ही भारतीय रेलवे ने लगातार 25 महीनों तक सर्वश्रेष्ठ मासिक माल ढुलाई दर्ज की है। मासिक माल ढुलाई दर्ज की गई वृद्धि में भारतीय रेल ने लगभग सभी वस्तु श्रेणियों में प्रभावशाली वृद्धि दर के साथ बढ़ोतरी दर्ज की है। यह वृद्धि का रेलवे द्वारा विकसित की गई फ्रेट कॉरिडोर का परिणाम है। वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का इस प्रकार से विकास किया गया है कि इससे किसानों को विशेष लाभ मिले और आने वाले समय में विशेष किसान रेल भी यहां से चलाई जा सके।

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