पत्रकार समाज की आंख है : शर्मा

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वरिष्ठ पत्रकार जितेंद्र सिंह शेखावत खाचरियावास का किया सम्मान


जयपुर. पत्रकारिता में तथ्य हमेशा पवित्र होता है, तथ्यों के साथ छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए। पत्रकार होने के लिए नारद और संजय की तरह बनना पड़ता है। डॉ. महेश चंद्र शर्मा जितेन्द्र सिंह शेखावत की प्रशस्ति में आयोजित कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार जितेन्द्र सिंह शेखावत खाचरियावास को सम्मानित किया गया।
उन्होंने कहा कि स्मार्टफोन ने हर व्यक्ति को पत्रकार बना दिया है, फिर भी पत्रकार होने के लिए प्रमुख गुण है कि विनम्रता रहे। पत्रकार की नाक खबरों को सूंघ लेती है। वर्तमान में पत्रकारिता में आत्मावलोकन की आवश्यकता है। जीवन की सार्थकता सक्रिय रहने और सरोकारों के साथ जीने में है। जितेंद्र सिंह जी का जीवन तपस्या पूर्ण रहा है और आज ऐसी पत्रकारिता का ही सम्मान है।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता देवांशु झा ने विरासत के वैभव के बारे में बोलते हुए कहा कि ग्वालियर और आसपास के क्षेत्रों में जो भग्न मंदिर हैं, वे हमारी विरासत है। इन मंदिरों को देखकर लगता है कि हमारी विरासत कितनी वैभवशाली रही है। महोबा का सूर्य मंदिर कोणार्क के निर्माण से 400 वर्ष पहले का है। इसी तरह 64 योगिनी मंदिर भी है। इतिहास को वैसे ही देखा जाना चाहिए कि जैसा वह है।
प्रारंभ में वरिष्ठ पत्रकार जितेंद्र सिंह शेखावत खाचरियावास को शॉल ओढ़ाकर और प्रशस्ति पत्र सौंप कर सम्मानित किया।

शेखावत ने कहा कि हम अपनी भाषा भूल रहे है। भाषा को भुलाने का मतलब है कि हम अपनी विरासत को भुला रहे हैं। हमारी अपनी भाषा भी खत्म होती जा रही है। विरासत पर लेखन के माध्यम से पानी बचाना और विरासत को बचाने का प्रयास किया है। आज तालकटोरा के कारण चारदीवारी क्षेत्र में जल स्तर ऊपर उठा है। इस ऐतिहासिक विरासत की रक्षा करना हम सबका धर्म है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ पत्रकार गोपाल शर्मा ने कहा कि एक व्यक्ति का जीवन व्यक्ति के रूप में होने में सार्थक है ना कि पद में। पत्रकारिता के जरिए विरासत से जोड़ना और सैकड़ों लोगों को साथ लेना यह पत्रकारिता की सफलता है और इसी तरह की पत्रकारिता जितेंद्र सिंह शेखावत ने की है। पत्रकारिता करना सरल नहीं है इसके लिए जान हथेली में लेकर काम करना पड़ता है। आज के कार्यक्रम से राजस्थान की पत्रकारिता समृद्धि हुई है।कार्यक्रम का संचालन राजेश मेठी और अश्विनी पारीक ने किया। ग्रासरूट मीडिया फाउंडेशन के संस्थापक प्रमोद शर्मा ने कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी और अंकित तिवारी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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