ऐसा कोई इरादा नहीं था
दौसा। महवा के पास मंडावर उपखंड के कोटे गांव के सरपंच ने अपनी चाची का अंतिम संस्कार गांव के ही राजकीय गिरधारीलाल बोहरा उच्च माध्यमिक स्कूल में कर दिया। इसके लिए स्कूल की छुट्टी तक कर दी गई।
जानकारी के अनुसार ब्रजबाई मीणा (74) पत्नी गिरधारी बोहरा सरपंच जसवंत मीणा की चाची लगती है, जिसका मंगलवार सुबह 6 बजे निधन हो गया। इस दौरान परिवार वाले अंतिम संस्कार के लिए शव को श्मशान घाट की जगह सरकारी स्कूल ले गए। स्कूल का नामकरण सरपंच के चाचा भामाशाह गिरधारी लाल बोहरा के नाम पर है। गिरधारी लाल ने करीब 22 साल पहले भूमि दान कर लाखों रुपए की लागत से स्कूल में मुख्य गेट का निर्माण करवाया था। उनकी पत्नी मृतका ब्रजबाई मीणा भी पूर्व में सरपंच रही हैं।
छुट्टी करने के 3 घंटे बाद दी CBEO को सूचना
मामले में प्रधानाचार्या आशा मीना का कहना है कि स्कूल में पहले तो करीब सुबह 8 बजे कुछ लकड़ियां लाकर डाली गई, जिससे मजबूरी में 9 बजे इंटरवेल में ही स्कूल की छुट्टी करनी पड़ी। करीब 10 बजे अंतिम यात्रा स्कूल में पहुंची, जहां शव का दाह संस्कार शुरू हुआ। जिसके बाद मामले की जानकारी सीबीईओ को दी गई। वहीं सरपंच जसवंत मीणा का कहना है कि गमगीन माहौल में उन्हें कुछ समझ में नहीं आया कि कहां अंतिम संस्कार करना है। मामले में सीबीईओ और डीईओ को सूचना दी है। इसके बाद शिक्षा विभाग प्रधानाचार्या को नोटिस देने की बात कह रहा है।
ग्राम पंचायत कोट के सरपंच जसवंत मीणा का कहना है कि विद्यालय परिसर में दाह संस्कार किए जाने का कोई इरादा नहीं था। गमगीन माहौल में हम कुछ समझ पाते, उससे पहले ही गांव के ही कुछ परिचित लोगों द्वारा वहां लकड़ियां डालकर चिता की तैयारियां कर दी गई थी। ऐसे में ऐनवक्त पर उन्हें वहां ले जाकर दाह संस्कार करना पड़ा।
प्रधानाचार्या को देंगे नोटिस
इस मामले में सीबीईओ, दौसा शिवदयाल मीना का कहना है कि स्कूल परिसर में दाह संस्कार नहीं किया जा सकता। पूर्वाह्न 11.56 बजे प्रिंसिपल ने जानकारी दी थी। इसके तुरंत बाद ही एसडीएम को अवगत कराया गया, लेकिन व्यस्तता के कारण जवाब नहीं दे पाए। तुरंत तहसीलदार को सूचना दी। तहसीलदार ने बताया कि उनका दाह संस्कार तो हो चुका है। मामले में संस्था प्रधान को नोटिस के जरिए जवाब मांगकर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।