सर्द सुबह में सूरज से पहले राहत लेकर आए ‘सरकार’

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किसान के घर पहुंचे सीएम: मांगी 10वीं की स्कूल, गहलोत बोले-12वीं ही करवा देंगे

दौसा। भारत जोड़ो यात्रा सोमवार को भोर से पहले ही करीब 6 बजे बांदीकुई के कौलाना गांव से रवाना हुई। राहुल गांधी के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलाेत भी कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रहे थे। कई किलोमीटर राहुल गांधी के साथ चलने के बाद अचानक सीएम गहलोत यात्रा छोड़ बसवा की ओर निकल गए। अब उनकी गाड़ियों का काफिला गेहूं और सरसों की लहलहाती फसलों के बीच से निकल रही सड़कों पर दौड़ रहा था। अचानक काफिला रुक जाता है और सीएम गहलोत कुछ दूर पैदल चलकर अकेले ही जयसिंहपुरा गांव में किसान बद्रीप्रसाद मीणा के घर पहुंचे। सर्द सुबह में घर के बाहर अलाव अपने शबाब पर जल रहा था और पांच साल का नन्हा बालक मयंक इस अलाव के जरिए सर्दी से निजात पाने का प्रयास कर रहा था। इसी बीच मुख्यमंत्री गहलोत भी उसके पास जमीन पर जाकर बैठ गए और लग गए अलाव तापने। दोनों के बीच सर्दी और अलाव पर बातचीत शुरू हो गई। नन्हा बालक मयंक इस बात से बेखबर था कि उससे बातचीत करने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं, वह पूरे जोश के साथ मुख्यमंत्री को अपनी भाषा में अपने जवाब से संतुष्ट करने का पूरा जतन कर रहा था। इस बीच मुख्यमंत्री ने वहां आस-पास मौजूद अन्य बच्चों व महिलाओं को भी अलाव के पास ही बुला लिया। अब अलाव की बढ़ती लपटों के साथ बच्चों सहित ग्रामीणों का भी अच्छा खासा जमावड़ा हो चुका था। साथ ही उन्हें पता लग चुका था कि वे मुख्यमंत्री गहलोत हैं, जो सुबह-सुबह उनके हाल-चाल जानने आए हैं। वहां मौजूद लोगों को यह हकीकत एक ख्वाब सा ही लग रहा था। इन लोगों ने सपने भी नहीं सोचा था कि एक सर्द सुबह सीएम खुद उनसे मिलने उनके घर आएंगे।

ताउम्र याद रहेगी चंद पल की मुलाकात

मुख्यमंत्री वहां मौजूद लोगों से पूरी आत्मीयता से मिले तो उनके दुख-दर्द पर भी बात की। बच्चों से बातचीत के दौरान वे भी अपने चुलबुले सवालों से बच्चों जैसे ही नजर आए तो वहां मौजूद लोगों के दिलों में भी चंद पल की मुलाकात में गहरी छाप छोड़ गए। सीएम यहां बामुश्किल आधा घंटे रुके, लेकिन अलाव पर मौजूद हर व्यक्ति उनसे बातचीत कर अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहा था तो उन्हें इस बात का फख्र भी था कि उन्होंने अपना वोट सही जगह दिया, जो इस हाड़ कंपाती सर्दी में भी उनके हाल-चाल जानने आया है।

दसवीं तक कर दीजिए स्कूल

मुख्यमंत्री को अचानक वहां देख ग्रामीण जुट गए। महिलाएं घर का काम छोड़ अलाव के पास आ गई। जैसे-जैसे लोगों को जानकारी मिली, अलाव पर पहुंच गए। इस दौरान किसान बद्रीप्रसाद की बेटी कमला ब्याडवाल भी अलाव पर आ गई और मुख्यमंत्री से बातचीत करने लगी। कमला ने मुख्यमंत्री को बताया कि मयंक उनका भतीजा है और पहली क्लास में पढ़ता है। बच्चों की पढ़ाई-लिखाई को लेकर जब मुख्यमंत्री ने पूछा तो कमला ने कहा कि गांव का नजदीकी स्कूल जयसिंहपुरा फाटक के पास है। यह आठवीं तक ही है। आगे की पढ़ाई के लिए बच्चों को बसवा या बांदीकुई जाना पड़ता है। कमला ने स्कूल को 10वीं तक क्रमोन्नत करने की मांग की। इस पर मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि आजकल सेकंडरी नहीं बल्कि सीनियर सेकंडरी होता है, स्कूल को सीधे 12वीं तक क्रमोन्नत कर देंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टर कमर चौधरी को स्कूल का नाम नोट करने के निर्देश दिए।

सरकारी योजनाओं का लिया फीडबैक

मुख्यमंत्री ने वहां मौजूद बच्चों और महिलाओं से सरकारी योजनाओं को लेकर फीडबैक भी लिया। इस दौरान महिला कमला ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने ट्रेन से लालसोट जा रही थी। दौसा में ट्रेन से गिरने के कारण उसके सिर में चोट आई। सरकारी अस्पताल में सीटी स्कैन कराया। रीढ़ की हड्‌डी में अभी भी दर्द है। इस पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कमला से हालचाल पूछा और चिरंजीवी योजना के बारे में पूछ। तब कमला ने कहा कि अस्पताल में उसकी फ्री जांच हुई, दवाएं और इलाज फ्री मिला। करीब आधा घंटा ग्रामीणों से बता कर मुख्यमंत्री वहां से भारत जोड़ो यात्रा में दोबारा शामिल होने निकल गए।

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