
रामायण टे्रन का मामला गरमाया
जयपुर.
रामायण ट्रेन में भगवा वस्त्र पहनाकर भोजन परोसा जा रहा है। इससे देश भर के संत समाज में आक्रोश है। इस मामले पर संत समाज के राष्ट्रीय प्रवक्ता स्वामी सौरभ राघवेंद्र आचार्य महाराज ने बताया कि रेल मंत्रालय ने हिंदुओ, ब्राह्मणों व पंडितो के अपमान की एक नई मुहिम शुरू की है मुहिम का नाम रामायण एक्सप्रेस जिसमे भगवे वस्त्र, गले मे रुद्राक्ष माला पहनाकर पेसेजरो की सेवा की जा रही हैए उनकी झूठन उठाई जा रही है। गौरतलब है कि सनातन परंपरा से ही भगवाधारी ब्राह्मण संत महंत सम्मानीय व्यक्ति रहे हैं जिनके हमेशा चरण पूजन किए जाते हैं लेकिन इस घटना से संत समाज में आक्रोश है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध है कि इस घटना पर तुरंत प्रभाव से अंकुश लगाएं और मामले को तुरंत प्रभाव से संज्ञान में ले ले अन्यथा हिंदुस्तान का संत समाज सडक़ों पर उतरेगा या रामायण ट्रेन के सामने लेट कर विरोध प्रदर्शन करेगा।
गौरतलब है कि रेलवे की ओर से रामायण से जुड़े विभिन्न स्थानों की यात्रा करवाने के लिए यह टे्रन शुरू की गई है। आईआरसीटी की ओर से प्रबंधित इस टे्रन में भोजन परोसने वालों की वेशभूषा को लेकर विवाद हो गया है। दिल्ली से शुरू हुई इस टे्रन का सफर 17 दिन का है। यह सीमामढ़ी, अयोध्या, वाराणसी, जनकपुर, प्रयागराज, चित्रकूट, श्रंगवेरपुर, हंपी आदि स्थानों से होती हुई रामेश्वरम पहुंचेगी। यहां इस यात्रा का समापन होगा।