आयकर अधिकारी बनकर आए थे
घरवालों को बनाया बंदी
लगभग 60 लाख की नकदी और आभूषण लूटे
जयपुर. राजधानी जयपुर में गलता गेट थाना इलाके में शनिवार शाम साढ़े सात बजे हथियारों से लैस बदमाशों ने 24 अगस्त बुधवार की शाम को डकैती डाल दी। बदमाशों ने आटा-मैदा के थोक व्यापारी सत्यनारायण ताम्बी के घर में घुसकर पूरे परिवार को बंधक बनाया और लगभग घंटे भर में ही 60 लाख रुपए नकद और सोने के आभूषण लेकर फरार हो गए। यहीं नहीं बल्कि बदमाश अपने साथ घर में लगा सीसीटीवी की डीवीआर भी ले गए। वे सभी आयकर अधिकारी बताकर घर में घुस गए। घरवालों को शक भी हुआ लेकिन तक तक हथियारों की नोंक पर घर में घुस गए।
बताया जाता है चार बदमाशों के पास हथियार थे। घटना की जानकारी मिलने पर डीसीपी उत्तर परिस देशमुख और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। पूर्व विधायक अशोक परनामी भी मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली।
डकैती की सूचना पर पहुंची पुलिस ने बदमाशों की लग्जरी कार के आधार पर नाकाबंदी की लेकिन कोई सुराग नहीं लग सका। घटना की जानकारी मिलते ही पूरे इलाके में हडकंप मच गया और व्यापारी के घर के बाहर लोग एकत्रित हो गए।
बताया जाता है कि बदमाश सेंट्रो कार में आए थे। देर रात मौके पर एफएसएल टीम भी पहुंची और साक्ष्य जुटाए प्रथम दृष्टया शक परिचितों पर है बाकी अन्य की जांच भी की जा रही है। वारदात के बाद करीब 100 पुलिसकर्मी लगाए गए हैं जो अलग अलग दिशा में काम कर रहे हैं। पुलिस ने चारदीवारी में लगे सीसीटीवी खंगाले हैं जिनमें बदमाशों की लग्जरी कार कैद हुई है। व्यापारी सत्यनारायण ताम्बी ने बताया कि उनकी दुकान सूरजपोल अनाज मण्डी के गेट के सामने आटा, मैदा व सूजी की थोक की दुकान है । यहां बुधवार को दुकान पर खुद व बड़ा बेटा हेमराज ताम्बी थे दुकान और मकान की दूरी एक किलोमीटर है। पीछे से मकान पर उनकी मां गौरी देवी, उनकी पत्नी संतोष, छोटा बेटा जितेन्द्र, हेमराज की पत्नी रितु, उसका बेटा केशव, विनायक, जितेन्द्र की पत्नी प्रियंका और इनका बेटा श्रेयांश मौजूद थे। ये सभी शाम को सभी अपने अपने काम में जुटे थे। इस मकान में दो दुकान और पीछे गोदाम है। इन दुकान पर छह मजदूर और दो मुनीम काम करते हैं। मुनीम के जाते ही 10 मिनट में डकैत आ गए। मुनीम शौकत के जाते ही दस मिनट बाद लग्जरी कार में सवार होकर पांच बदमाश आए और हथियारों को छिपाकर ऊपर प्रथम मंजिल पर पहुंच गए। यहां सभी ने खुद को इन्कम टैक्स अधिकारी बताया परिवार के लोगों ने आईडी मांगी तो हथियार निकालकर वहां मौजूद बच्चों समेत सभी लोगों को बंधक बना लिया और वारदात को अंजाम दिया। बाद में घरवालों ने जैसे तैसे पड़ोसियों को सूचना दी और बाद में व्यापारी तांबी को जानकारी पहुंचाई।