रोडवेज कर्मचारियों ने राज्य के 52 डिपो में किया प्रदर्शन

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रोडवेज चलाओ, आय बढ़ाओ,अस्तित्व बचाओ के संकल्प के साथ रोडवेज को राज्य सरकार के परिवहन विभाग में समायोजित करने की प्रमुख मांग को लेकर रोडवेज के सेवारत एवम सेवानिवृत कर्मियो ने सभी 52 डिपो में किया प्रदर्शन।


जयपुर. रोडवेज में कार्यरत भारतीय मजदूर संघ से सम्बन्धित श्रम संगठन राजस्थान परिवहन निगम संयुक्त कर्मचारी फैडरेशन के नेतृत्व में 2 माह के बकाया वेतन और पेंशन तथा रोडवेज को राज्य सरकार के परिवहन विभाग में समायोजित करने की प्रमुख मांग सहित ,2000 नई बसों की खरीद करने ,10000 रिक्त पदों पर शीघ्र भर्ती करने 8 माह से सेवानिवृत हुए कर्मचारियों के बकाया परिलाभो के भुगतान सहित 10 सूत्रीय मांग पत्र के समर्थन में आज दिनांक 9 जनवरी 2023 को राजस्थान के सभी 52 डिपो इकाइयों पर परिवहन फैडरेशन एवम सेवानिवृत कर्मचारी महासंघ के नेतृत्व में कर्मचारियों ने जोरदार तरीके से प्रदर्शन किया तथा सभी आगारो में मुख्यप्रबंधक के माध्यम से प्रबंध निदेशक रोडवेज और सभी जिला मुख्यालयों पर जिला कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री महोदय को ज्ञापन सौंपे गए।


फैडरेशन के प्रदेश महामंत्री सत्यनारायण शर्मा ने बताया कि आज दिनांक तक रोडवेज कर्मचारियों को 2 माह से वेतन और पेंशन नही मिली है। रोडवेजकर्मियों की आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है। सरकार की कथनी और करनी में अंतर है ,कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय राहुल गांधी ने राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा निकाल कर प्यार बाटने की बात कही उसके विपरीत सरकार भेदभाव और पक्ष पात की राजनीति अपना रही है भारतीय मजदूर संघ के प्रतिनिधि मंडल से आज दिनांक तक सरकार और सरकार के प्रतिनिधियों ने किसी भी प्रकार की वार्ता नही की है इससे सरकार की कर्मचारियों और रोडवेज के प्रति संकीर्ण मानसिकता का परिचय देती है । आज रोडवेज राजस्थान का ऐसा एक मात्र विभाग है जिसमे कर्मचारी सेवानिवृत होने के पश्चात खाली हाथ घर विदा हो रहा है । 8 महीने से सेवानिवृत कर्मचारियों के भुगतान बकाया है रोडवेज की सभी समस्याओं के समाधान के लिए एक मात्र विकल्प रोडवेज को राज्य सरकार के परिवहन विभाग में समायोजित करना है। यदि सरकार इसको परिवहन विभाग में मर्ज कर लेती है तो परिवहन विभाग की प्रशानिक शक्तियां रोडवेज के पास आने से हम अवैद्य वाहनों पर अंकुश लगा सकते है जिससे रोडवेज के राजस्व में बढ़ोतरी होगी ,तथा आज रोडवेज के पास लगभग 70 हजार करोड़ की परिस्मपतिया है उसके व्यवसायिक उपयोग के रास्ते प्रशस्त होंगे। आज रोडवेज लगभग 10 लाख यात्रियों को प्रीतिदिन यात्रा करवा रही है हमारे चालक और परिचालक यात्रा के दौरान यात्रियों को सरकार की उपलब्धियों को और नाकामियों को उजागर करने का काम यात्रा के दौरान चर्चा में करते है और सरकार के फीड बेक पर महत्वपूर्ण तरीके से विज्ञापन की भूमिका निभाने से सरकार के वोट बैंक को बढ़ाने और घटाने का काम सहजता से करते है । रोडवेज कर्मचारियों की अनदेखी करना सरकार को आगामी विधान सभा में नुकसान पहुंचा सकता है। मार्च 2023 के पश्चात रोडवेज के पास मात्र 1500 वाहनों का बेड़ा ही बचेगा ऐसे में प्रतिदिन यात्रा करने वाले 10 लाख लोगो को सरकार यात्रा के लिए किसके भरोसे छोड़ेगी यह भी एक प्रश्नचिन्ह है ? इन सभी समस्याओं के समाधान के लिए फैडरेशन ने चरणबद्घ आंदोलन तय किए है इसी क्रम में आज प्रथम चरण में सभी 52 डीपो में धरने और प्रदर्शन किए जा रहे है तथा 16 से 20 जनवरी तक मुख्यालय पर संभाग स्तरीय धरने होंगे फिर भी रोडवेज कर्मियों की मांगों पर उचित कार्यवाही नहीं की गई तो रोडवेजकर्मी आगामी विधानसभा सत्र में विधानसभा की ओर कूंच करेगा।

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