अपनी योग्यता से ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने ऋषि सुनक

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200 साल में ब्रिटेन के सबसे कम उम्र के PM बनने वाले शख्स ऋषि सुनक

नई दिल्ली. भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बन गए हैं। वे अपनी योग्यता, मेहनत प्रतिभा के दम पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने हैं। वह इंफोसिस कंपनी के मालिक नारायण मूर्ति के दामाद है और भारतीय सभ्यता और संस्कृति के मूल्यों में गहरा विश्वास रखते हैं। ब्रिटेन के पूर्व वित्त मंत्री और भारतीय मूल के ऋषि सुनक 200 से अधिक वर्षों में ब्रिटेन के सबसे युवा प्रधानमंत्री बने हैं। इस चुनाव में उनके सामने उनकी प्रतिद्वंद्वी पेन्नी मोर्डेंट खड़ी थीं जिन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया है। इसके बाद ऋषि सुनक को ब्रिटेन का पीएम चुन लिया गया।

ब्रिटेन के सबसे युवा प्रधानमंत्री

42 वर्षीय ऋषि सुनक ब्रिटेन की राजनीति के 200 से अधिक वर्षों में सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री होंगे। उनकी युवा झलक में राजनीतिक विलक्षण, तेज-तर्रार और शांत स्वभाव, आत्मविश्वास से भरा व्यक्तित्व झलकता है। उनकी इसी शैली ने उन्हें ब्रिटिश मीडिया द्वारा ‘डिशी ऋषि’ करार दिया है। सुनक से पहले विलियम पिट ‘द यंगर’ ब्रिटेन के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री बने थे।

सुनक से पहले 1812 में 42 वर्षीय पीएम ने सभांला था पदभार

सुनक से पहले वर्ष 1812 में ऐसा मौका आया था जब 42 साल की उम्र में अर्ल ऑफ लिवरपूल रॉबर्ट बैंक्स जेनकिंसन को ब्रिटेन के पीएम के रूप में चुना गया था। इनके बाद डेविड कैमरन का नंबर आता है जिन्होंने सबसे कम उम्र का ब्रिटेन का पीएम बनने का यह रिकॉर्ड अपने नाम किया था। डेविड कैमरन वर्ष 2010 में 43 वर्ष की आयु में ब्रिटेन के पीएम चुने गए थे। वहीं प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर ने भी 1997-2007 तक इसी उम्र में ब्रिटेन की सेवा की थी लेकिन वे कुछ महीने ही इस पद पर रहे थे। हालांकि टोनी ब्लेयर, उम्र में केमरन से कुछ बड़े ही थे, जब उन्होंने पीएम कार्यलय का पदभार संभाला। ऋषि सुनक से पहले विलियम पिट ‘द यंगर’ के नाम सबसे कम उम्र में ब्रिटेन का पीएम बनने का रिकॉर्ड है। विलियम पिट ‘द यंगर’ 1783 में ब्रिटेन के पीएम चुने जाने पर महज 24 साल के ही थे। पिट 18वीं सदी के अंत और 19वीं सदी की शुरुआत के एक ब्रिटिश राजनेता थे।

ब्रिटेन के पीएम बनने वाले सबसे अमीर सांसद

इस साल ‘संडे टाइम्स रिच लिस्ट’ ने ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति की संयुक्त संपत्ति का मूल्यांकन 730 मिलियन पाउंड (करीब 68.11 अरब रुपये) किया और उन्हें ब्रिटेन के सबसे धनी 250 लोगों की सूची में 222वां स्थान दिया है।

  • 42 वर्षीय ऋषि सुनक ब्रिटेन के सबसे युवा प्रधानमंत्री होंगे
  • ब्रिटेन के पूर्व वित्त मंत्री यूके के पहले भारतीय मूल के पीएम हैं। इस पद पर वह पहले अभ्यास करने वाले हिंदू भी हैं
  • ऋषि सुनक वेस्टमिंस्टर के सबसे धनी राजनेताओं में से एक हैं और उनकी कुल संपत्ति 700 मिलियन पाउंड से अधिक है
  • 39 वर्ष की आयु में ऋषि सुनक तब दुनिया की नजर में आए जब वे बोरिस जॉनसन की सरकार में वित्त मंत्री बने
  • कोविड के दौरान ऋषि सुनक ने कई प्रभावी योजनाएं चलाईं जिनसे लोगों को काफी राहत मिली
  • ऋषि सुनक ने ब्रिटेन की संसद में भगवद गीता पर हाथ रखकर शपथ लेते हुए सांसद के रूप में शपथ ली थी। ऐसा करने वाल वह यूके के पहले सांसद बने थे
  • उनके माता-पिता दोनों भारतीय मूल के हैं, जो 1960 के दशक में पूर्वी अफ्रीका से यूके चले गए थे
  • सुनक के पिता यशवीर सुनक नेशनल हेल्थ सर्विस जनरल के चिकित्सक थे और मां उषा सुनक एक केमिस्ट की दुकान चलाती थीं
  • ऋषि सुनक की शादी इंफोसिस के प्रमुख नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति से हुई है। उनकी बेटियां – कृष्णा और अनुष्का हैं
  • बोरिस जॉनसन के नेतृत्व में राजकोष के चांसलर रहते हुए ऋषि सुनक ने रेसिडेंस ऑफ डाउनिंग स्ट्रीट पर दिवाली के दीए जलवाए थे
  • ऋषि सुनक अक्सर अपनी विरासत के बारे में बात करते हैं और बताते हैं कि कैसे उनके परिवार ने उन्हें इन मूल्यों और संस्कृति से अवगत कराया
  • अधिकांश भारतीय परिवारों की तरह, सुनक के परिवार में भी शिक्षा पालन-पोषण का एक प्रमुख पहलू था। सुनक स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से स्नातक और पूर्व में इनवेस्टमेंट बैंकर रहे हैं।
  • ऋषि सुनक अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ अक्सर अपने ससुराल वालों से मिलने बैंगलोर जाते हैं
  • 2022 की गर्मियों में पीएम पद के चुनाव प्रचार के दौरान ऋषि सुनक को जब कई तरह की आलोचनाओं का सामना करना पड़ा तो उन्होंने एक बयान साझा करते हुए कहा था कि भगवद गीता अक्सर तनावपूर्ण परिस्थितियों में उन्हें बचाती है और उसे कर्तव्यपरायण रहने की याद दिलाती है।
  • ऋषि सुनक की कुल संपत्ति करीब 700 मिलियन पाउंड से अधिक है। इसके अलावा यूके में उनकी कई संपत्तियां हैं। वे यॉर्कशायर में एक हवेली के मालिक हैं। ऋषि और उनकी पत्नी अक्षता के पास सेंट्रल लंदन के केंसिंग्टन में भी एक संपत्ति है
  • फिट रहने के लिए ऋषि सुनक को क्रिकेट खेलना काफी पसंद है।

ऋषि सुनक का परिचय

ऋषि सुनक का जन्म 12 मई 1980 को ब्रिटेन के साउथेम्प्टन में हुआ था। उनका परिवार मूल रूप से ब्रिटिश इंडिया के पंजाब प्रांत में रहता था और वे भारतीय पंजाबी हिंदू हैं। उनकी मां उषा सुनक फार्मसिस्ट थी और पिता यशवीर सुनक एक जनरल चिकित्सक थे। वो अपने परिवार में तीन भाई बहनों में से सबसे बड़े हैं। यशवंत सुनक जो कि ऋषि सुनक के पिता है उनका जन्म केन्या में हुआ था वहीं उनकी मां उषा तंजानिया में जन्मी थी। हालांकि सुनक अपने आप को भारत से जोड़कर देखते हैं क्योंकि उनके दादा भारतीय थे। इसलिए वो अपने आपको भारतीय मूल का ही बताते हैं। ऋषि सुनक के भाई संजय एक मनोवैज्ञानिक हैं, साथ ही उनकी बहन राखी विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय में शांति निर्माण और संयुक्त राष्ट्र के लिए काम करती हैं।

प्रारंभिक एवं उच्च शिक्षा

ऋषि सुनक ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा विनचेस्टर कॉलेज हेंपशायर, इंग्लैंड से पूरी की। यह कॉलेज एक बोर्डिंग स्कूल है। इसके बाद उन्होंने आगे की शिक्षा लिंकन कॉलेज ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से की। ऑक्सफोर्ड में उन्होंने फिलॉसफी, राजनीति और अर्थशास्त्र का अध्ययन किया। उन्होंने अपनी पढ़ाई के साथ-साथ कंजर्वेटिव कैम्पेन मुख्यालय में इंटर्नशिप भी की। 2006 में उन्होंने स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से एमबीए की डिग्री हासिल की।

भारत से ऋषि सुनक का संबंध

ऋषि सुनक जब अपनी पढ़ाई स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में कर रहे थे इसी दौरान उनकी मुलाकात भविष्य में पत्नी बनी अक्षता मूर्ति से होती है। अक्षता और ऋषि दोनों स्टैनफोर्ड में MBA की पढ़ाई कर रहे थे। आपको मालूम होगा अक्षता मूर्ति भारतीय अरबपति एनआर नारायण मूर्ति की बेटी हैं। पत्नी भारतीय मूल के होने के साथ-साथ ऋषि सुनक के दादा-दादी भी भारतीय रहे हैं इस वजह से कहा जाता है ऋषि का संबंध भारत से गहरा है। सांसद बनकर जब ऋषि सुनक पार्लियामेंट पहुंचे थे तो उन्होंने गीता पर हाथ रखकर शपथ ली थी। ऋषि सुनक और उनकी पत्नी की दो बेटियां हैं वे नॉर्थ यॉर्कशायर के नॉर्थहेलर्टन के पास रहते हैं।

ऋषि सुनक का राजनीतिक सफर

ऋषि सुनक अपने जीवन के प्रारंभिक दिनों में पढ़ाई खत्म करने के बाद नौकरी और फिर बिजनेस से जुड़े थे। उन्होंने पहली बार साल 2014 में ब्रिटेन की संसद में कदम रखा। अक्टूबर 2014 में रिचमंड संसदीय क्षेत्र से सुनक कंजरवेटिव पार्टी के उम्मीदवार थे जहां से उन्हें जीत हासिल हुई। चुनाव जीतने के बाद उन्होंने 2015 से लेकर 2017 तक ब्रिटेन के पर्यावरण, खाघ और ग्रामीण मामलों की चयन समिति में काम किया। इसके बाद साल 2017 में ऋषि सुनक को भारी वोट मिले। जिसके बाद वो एक बार फिर सांसद के रूप में चुने गए। 24 जुलाई 2019 में उनके बेहतरीन कार्यशैली को देखकर ब्रिटेन के तत्कालीन पीएम बोरिस जॉनसन ने उन्हें ट्रेजरी के मुख्य सचिव के रूप में नियुक्त किया।

जाहिर है ऋषि सुनक के प्रधानमंत्री चुने जाने के साथ ही यह कयास लगाए जा रहे हैं कि भारत का ब्रिटेन के साथ राजनीतिक संबंध और प्रगाढ़ होंगे। दोनों देश फ्री ट्रेड एग्रीमेंट, समुद्री सुरक्षा, रिन्यूएबल एनर्जी, क्लाइमेट चेंज जैसे विभिन्न मुद्दों पर सार्थक दिशा में कदम बढ़ाएंगे।

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