जैन धर्म का सम्मान त्याग के कारण

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मदनगंज किशनगढ़।
पर्यूषण पर्व के आठवें दिन उत्तम त्याग दिवस पर धर्म सभा को संबोधित करते हुए पंचायत अध्यक्ष विनोद पाटनी ने कहा कि पयुर्षण पर्व एक आध्यात्मिक पर्व है जिसकी गहराई में अवगाहन करते है तो लगता है कि यह किसी जाति, सम्प्रदाय, धर्म विशेष का पर्व नहीं अपितु सारे विश्व के प्राणियों के पर्व है। अंतर इतना है कि विश्व के लोग प्राय: इससे दूर है अन्य पर्वों, त्योहारों में खाने-पीने, घूमने, पहनने की प्रमुखता रहती है पर जैन धर्म का यह अनूठा पर्व है। जिसमें त्याग, साधना प्रधान होती है। पाटनी ने कहा कि जैन धर्म का सम्मान आज त्याग के कारण ही हो रहा है। हमारे 24 तीर्थंकरों ने त्यागना ही सिखाया है,
त्याग और दान का सही-सही प्रयोजन तो तभी सिद्ध होता है, जब हम जिस चीज का त्याग कर रहे हैं या दान कर रहे हैं, उसके प्रति हमारे मन में किसी प्रकार का मोह या मान-सम्मान पाने का लोभ न हो। क्योंकि जिस वस्तु के प्रति मोह के सद्भाव में कर्मों का बंध होता है, वही वस्तु मोह के अभाव में निर्जरा का कारण बन जाती है। पाटनी ने बताया कि निज शुद्धात्मा के ग्रहणपूर्वक परद्रव्यों में ममत्व, एकत्व रूप, मोह, राग, द्वेष रूप विकारी भावों का छोड़ना ही वास्तविक उत्तम त्याग धर्म है। निश्चय और व्यवहार मोह-राग-द्वेष को निश्चय त्याग व औषधि, शास्त्र, अभय और आहार आदि सुपात्रों को देना वह व्यवहार त्याग या दान है। त्याग का अर्थ है छोड़ना। परिग्रह का त्याग करना त्याग है, बाहरी परिग्रह को छोड़ देना बहिरंग त्याग है तथा अतरंग परिग्रह (विकार, बुराईयाँ आदि) छोड़ देना आंतरिक त्याग है। ग्रहण करते समय भी छोड़ने का भाव रहना उत्तम त्याग धर्म है। सभी को कुछ न कुछ त्याग करना चाहिये। जबक मनुष्य पर द्रव्यो के प्रति होने वाले मोह, राग, द्वेष को छोड़ देता है। सांसारिक सुख एवं भौतिक सुविधाओं को भोगने की इच्छा न करना ही त्याग धर्म है। सभी को अपने सामर्थ्य अनुसार दान के भावो में प्रवृति करते हुये उत्तम त्याग धर्म को ग्रहण करें और मोक्ष मार्ग पर अग्रेषित हो।

उत्तम त्याग धर्म की पूजन
मदनगंज-किशनगढ़।
श्री मुनिसुव्रतनाथ दिगंबर जैन पंचायत के तत्वाधान में आयोजित रुपनगढ़ रोड स्थित श्री मुनिसुव्रतनाथ मंदिर में पयुर्षण पर्व के आठवें दिन उत्तम त्याग धर्मदिवस के दिन पर प्रातः श्रीजी के पंचामृत अभिषेक-शांतिधारा व पूजन की गई। मंत्री सुभाष बडजात्या ने बताया कि सौधर्म इंद्र बनकर श्री जी के पंचामृत अभिषेक शांतिधारा एवं सायंकालीन महाआरती करने का सौभाग्य पारसमल, त्रिलोक चंद, चेतन प्रकाश पांड्या परिवार ऊंटडा वाले को प्राप्त हुआ। श्रावक- भक्तों द्वारा पंच परमेष्ठी पूजन, वीस तीर्थंकर पूजन, पंच मेरु पूजन, नवदेवता पूजन , नंदीश्वर दीप पूजन, सोलह कारण पूजन, दसलक्षण पूजन, उत्तम त्याग पूजन कर प्रभु गुणगान किया। भक्तों द्वारा दसलक्षण पर्व के दौरान निरंतर सामायिक, प्रतिक्रमण कर यथाशक्ति अनुसार व्रत एवं उपवास किए जा रहे हैं।
कार्यकारिणी सदस्य पदम गंगवाल ने बताया कि सायंकालीन मूलनायक मुनिसुव्रतनाथ भगवान, महावीर भगवान, पार्श्वनाथ भगवान, आचार्य वर्धमान सागर महाराज, पद्मावती माता एवं क्षेत्रपाल बाबा की वीर संगीत मंडल की मधुर लहरियों पर नाचते गाते भक्ति भाव से संगीतमय आरती की गई। आरती के पश्चात पंचायत अध्यक्ष द्वारा शास्त्र वाचन करते हुए अपने जीवन में त्याग का महत्व बताया। तत्पश्चात मंगलवार को उत्तम त्याग धर्म दिवस के दिन श्री अखिल भारतीय पुलक जन चेतना मंच द्वारा देव शास्त्र गुरु को नमन म्यूजिकल हाउजी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
सांस्कृतिक मंत्री मुकेश वेद ने बताया कि पर्व के 9वे दिन बुधवार को श्री आचार्य धर्मसागर विद्यालय संस्था द्वारा 3 वर्ष से 10 वर्ष तक 1 मिनट प्रतियोगिता व 10 वर्ष से 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए टैंगो ट्विस्टर प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।

इस दौरान दिलीप कासलीवाल, राजेश पांडया, प्रदीप बाकलीवाल, अंकित दोषी, संजय पांडया, शैलेन्द्र बाकलीवाल, जयंत पाटनी, राकेश पाटनी, अनुराग वेद, सुरेश बागड़ा, अनिल पाटनी फुलेरा, सुनील गदिया, अनुज पांडया, आशीष पांडया, जयेश पांड्या सहित अनेक लोग उपस्थित थे।


सामूहिक पारणा 29 को


सकल दिगम्बर जैन समाज की ओर से दसलक्षण पर्व के तहत दस उपवास करने वाले तपस्वियों का शुक्रवार को सामूहिक पारणा करवाया जाएगा। श्री मुनिसुव्रतनाथ दिगंबर जैन पंचायत के अध्यक्ष विनोद पाटनी एवं आदिनाथ दिगंबर जैन पंचायत के अध्यक्ष प्रकाश चंद गंगवाल ने बताया कि प्रातः 8.15 बजे से आरके कम्युनिटी सेंटर में पारणा महोत्सव आयोजित किया जाएगा। इससे पूर्व सिटी रोड स्थित जैन भवन से सभी तपस्वियों को गाजे-बाजे के साथ बग्गी में सवार कराते हुए प्रातः 7: 15 बजे शोभायात्रा निकाली जाएगी। शोभायात्रा आदिनाथ मंदिर, चंद्रप्रभु मंदिर, मुनिसुव्रतनाथ मंदिर, मुख्य चौराहा होते हुए आरके कम्युनिटी सेंटर पहुंचेगी। कम्युनिटी सेंटर में सभी तपस्वियों के सामूहिक पारणा का कार्यक्रम रहेगा। प्रातः 10:00 बजे से तपस्वियों के परिवारजन द्वारा सकल दिगंबर जैन समाज के वात्सल्य भोज का आयोजन होगा।

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