राजस्थान के 198 बांध फुल, 716 बांध छलकने के कगार पर

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जयपुर। राजस्थान में इस वर्ष अच्छी बारिश होने से प्रमुख बांधों में जलस्तर बढ़ गया है। इसे देखते हुए अगले वर्ष गर्मी के मौसम में पानी का संकट होने के आसार नहीं हैं। राज्य के 716 बांध 20 अगस्त तक कुल जल क्षमता के 73 प्रतिशत तक भरे हुए है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 57 प्रतिशत थे। वहीं अच्छे मानसून से खरीफ फसलों की बोवाई का लक्ष्य लगभग पूरा कर लिया गया है। इसके चलते पिछले वर्ष की तुलना में अधिक उत्पादन होने की उम्मीद है।

राजस्थान में 27 फीसदी अधिक बारिश


मौसम विभाग के अनुसार, राज्य में अब तक सामान्य में 27 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है। प्रदेश के लगभग सभी जिले अब सामान्य बारिश की श्रेणी में आ गए हैं। अभी मानसून का करीब एक माह और बचा है और इसकों देखते हुए प्रदेश में लगभग सभी इलाकों में सामान्य से कहीं ज्यादा बारिश होने की संभावना है।


सोलह फीसदी अधिक पानी आया


जल संसाधन विभाग के अनुसार, राज्य के 716 बांधों की कुल क्षमता 12608.29 मिलियन क्यूबिक मीटर के मुकाबले वर्तमान में 9177.14 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी है। जो कि 72.79 प्रतिशत है। पिछले वर्ष इसी समयावधि में यह 56.97 प्रतिशत थी। वर्तमान में 198 बांध पूर्ण क्षमता में भरे हैं और 299 आंशिक रूप से भरे हुए हैं। वहीं राजस्थान में एक जून से 20 अगस्त तक सामान्य वर्षा 404.02 मिमी के मुकाबले राज्य में 515.25 मिमी बारिश हुई है, जो कि 27.5 प्रतिशत अधिक है।

जवाई बांध का जल स्तर 45.65 पर पहुंचा



प्रदेश में पाली जिले के जवाई बांध में पर्याप्त पानी आने से आगामी गर्मियों में रेल से जल का परिवहन नहीं होने की संभावना बन गई है। पाली में जवाई बांध में इतना पानी बरसों बाद आया है। गौरतलब है कि पानी नहीं होने से इस वर्ष गर्मी के मौसम में पाली जिले में जल संकट गहरा गया था। पाली में जोधपुर से ट्रेनों के माध्यम से पीने के पानी की आपूर्ति की जाती गई थी। जवाई बांध से पूरे पाली जिले और निकटवर्ती सिरोही जिले की सिवाना तहसील में पेयजल की आपूर्ति की जाती है।


जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियंता (जवाई) मदन सिंह जैतावत ने बताया कि बांध में वर्तमान में जल स्तर 45.65 फुट है। जबकि पिछले साल इस दौरान इसका स्तर केवल 20 फुट था। वहीं जन स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के मुख्य अभियंता(शहर) मनीष बेनीवाल ने कहा कि इस साल जवाई बांध में पर्याप्त पानी आने से जोधपुर से पाली तक पानी पहुंचाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

बुआई के लक्ष्य के नजदीक


कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक (सांख्यिकी) पी के गुप्ता ने बताया कि खरीफ फसल की बुवाई के लक्ष्य 164.17 लाख हेक्टयर के मुकाबले अब तक 162.26 लाख हेक्टेयर बोवाई का कार्य पूरा कर लिया गया है जो लक्ष्य के लगभग पूरा होने के करीब है। मूंग, मोठ, बाजरा और तिल का रिकॉर्ड उत्पादन होने की उम्मीद है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार इस बारिश से रबी सीजन में भी फायदा होगा। उन्होंने बताया कि महंगाई पर मानसून का सीधा असर पड़ता है। फसल उत्पादन बढ़ेगा तो आपूर्ति भी बढ़ेगी। इससे महंगाई में भी कमी आने के आसार है।

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