मुख्यमंत्री का भरतपुर दौरा
नदबई विधानसभा क्षेत्र में 333 करोड़ रुपये के कार्यों का शिलान्यास
95 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का किया लोकार्पण
भरतपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमने आमजन के हितार्थ बजट घोषणाओं, जनकल्याणकारी योजनाओं और अहम फैसलों को धरातल पर उतारकर उन्हें सामाजिक और आर्थिक सम्बल प्रदान किया है। शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, सड़क, विद्युत, आधारभूत संरचनाओं सहित हर क्षेत्र के चहुमुंखी विकास में किसी भी तरह की कमी नहीं रखी है। उन्होंने कहा कि पंचायत समिति उच्चैन में हुए विकास कार्य इनका एक बेहतर उदाहरण हैं। यहां के जनप्रतिनिधियों ने आमजन की मंशानुसार विकास कार्य कराए हैं। वर्तमान में यहां पर बालिका महाविद्यालय से लेकर कई सरकारी कार्यालय संचालित हैं। इससे लोगों को नजदीक ही सभी सुविधाएं मिल रही हैं।
सीएम गहलोत रविवार को भरतपुर के नदबई में उच्चैन स्थित खेल मैदान में क्षेत्र के विभिन्न विकास कार्यों के शिलान्यास और लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने 95 करोड़ रुपये से अधिक लागत के विभिन्न कार्यों का लोकार्पण और 333 करोड़ रुपये से अधिक लागत के कार्यों का शिलान्यास कर नदबई क्षेत्र की जनता को सौगात दी है। साथ ही क्षेत्र में लगभग 1०81 करोड़ रुपये के विकास कार्य भी विभिन्न स्तर की स्वीकृतियों के बाद शुरु होंगेे। इससे पूर्व गहलोत ने देवनारायण भगवान, महाराजा सूरजमल एवं डॉ. भीमराव अंबेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित किए।
रसोई घर के बजट में लाएंगे कमी
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में महंगाई और बेरोजगारी बड़ी समस्या बन गई है। राज्य सरकार एक अप्रेल, 2०23 से उज्ज्वला योजना से जुड़े परिवारों, बीपीएल और कमजोर वर्ग को 5०० रुपये में सिलेंडर उपलब्ध कराएगी। साथ ही, रसोई घर के बजट में कमी लाने के लिए जरूरतमंद परिवारों को राशन किट उपलब्ध कराने का भी प्रयास किया जा रहा है।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में अग्रणी राजस्थान
गहलोत ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र की योजनाओं से राज्य देश में मॉडल स्टेट बना है। मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में 1० लाख रुपये तक का नि:शुल्क इलाज कराया जा रहा है। हार्ट, लीवर, किडनी ट्रांसप्लांट, कोक्लियर इम्प्लांट में सम्पूर्ण खर्च राज्य सरकार वहन कर रही है। दवाइयां और जांचें नि:शुल्क उपलब्ध करा रहे हैं। साथ ही, 5 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा कर विपरीत परिस्थितियों में सम्बल प्रदान किया जा रहा है।
योजनाओं और फैसलों से आमजन को राहत
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी जनकल्याणकारी योजनाओं की पूरे देश में चर्चा है। कई राज्यों द्बारा इन्हें अपनाया भी जा रहा है। निरोगी राजस्थान अभियान, उड़ान योजना (नि:शुल्क सैनेटरी नैपकिन), मानवीय दृष्टिकोण से लागू की गई पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस), कोई भूखा ना सोए के संकल्प को साकार करती इंदिरा रसोई योजना, मनरेगा की तर्ज पर शुरू इंदिरा गांधी शहरी रोजगार योजना, पालनहार योजना, लगभग 1 करोड़ लोगों को मिलने वाली सामाजिक सुरक्षा पेंशन सहित अन्य योजनाओं से आमजन को सम्बल मिला है। गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार को राजस्थान जैसी सामाजिक सुरक्षा पूरे देश के लिए एक समान पॉलिसी बनाकर लागू करनी चाहिए।
शिक्षा में लिए क्रांतिकारी फैसले
गहलोत ने कहा कि राजस्थान के उज्ज्वल भविष्य के लिए महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय शुरू करने का क्रांतिकारी फैसला लिया गया। इससे प्रदेश के लगभग 1276 विद्यालयों में कमजोर वर्ग के विद्यार्थियों को अंग्रेजी माध्यम में नि:शुल्क गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल रही है। साथ ही, राज्य में 211 महाविद्यालय खोले हैं, जिनमें 94 बालिका महाविद्यालय हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिग योजना से कमजोर वर्ग के 15 हजार से अधिक विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए नि:शुल्क कोचिग दी जा रही है। वहीं, राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस के जरिए प्रतिवर्ष 2०० विद्यार्थियों को विदेश में नि:शुल्क पढ़ाई करने का अवसर प्रदान कर रहे हैं। छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाने और प्रोत्साहित करने के लिए देवनारायण छात्रा स्कूटी वितरण योजना में उन्हें स्कूटियां दी जा रही हैं।
22 लाख किसानों के ऋण माफ
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के हित में अहम फैसले ले रही है। देश में पहली बार अलग से कृषि बजट पेश किया गया। साथ ही, 22 लाख किसानों के ऋण माफ किए गए। मुख्यमंत्री किसान ऊर्ज़ा मित्र योजना में प्रतिमाह 1 हजार रूपए का अनुदान दिया जा रहा है, जिससे 8 लाख किसानों का बिजली बिल शून्य हो गया है। नई तकनीक से उन्नत कृषि के लिए उपकरणों पर अनुदान भी दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सरकार के 5० यूनिट नि:शुल्क बिजली देने के अहम फैसले से प्रदेश के 46 लाख घरेलू उपभोक्ताओं का बिजली बिल शून्य आ रहा है।
रोजगार देने में राज्य अग्रणी
गहलोत ने कहा कि राजस्थान राजकीय और निजी क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध कराने में देश में अग्रणी राज्य बन गया है। अभी तक लगभग 1.35 लाख सरकारी नौकरियां दी गई हैं, लगभग 1.25 लाख पदों पर भर्ती प्रक्रियाधीन है। आगामी दिनों में 1 लाख से अधिक नौकरियां देने की घोषणा भी की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि इन्वेस्ट राजस्थान समिट में 11 लाख करोड़ रुपये के एमओयू हुए हैं, जिससे वृहद् स्तर पर रोजगार सृजित होंगे। जयपुर, जोधपुर और बीकानेर जॉब फ़ेयर में भी हजारों युवाओं को रोजगार मिला है। युवाओं को उद्योग इकाइयां स्थापित करने के लिए कई छूट दी गई हैं।
देवनारायण बोर्ड के अध्यक्ष एवं नदबई विधायक जोगिन्दर सिह अवाना ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में नदबई में शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, सड़क, उद्योग, बिजली सहित सभी क्षेत्रों में सौगातें मिली हैं। अब यहां के गरीब एवं वंचित वर्ग के लिए क्षेत्रीय स्तर पर ही मूलभूत सुविधाओं के लिए राज्य सरकार द्बारा अहम योजनाएं चलाई जा रही हैं।
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. महेश जोशी ने कहा कि ईआरसीपी की महत्ता को देखते हुए राज्य सरकार अपने उपलब्ध संसाधनों से योजना को पूरा कर 13 जिलों में पेयजल एवं सिचाई के लिए पानी उपलब्ध कराएगी। पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिह ने कहा कि भरतपुर जिले में हुए विकास कार्यों से मुख्यमंत्री का सेवा ही कर्म-सेवा ही धर्म का उद्देश्य साकार हो रहा है। सार्वजनिक निर्माण मंत्री भजनलाल जाटव ने कहा कि प्रदेश में हर वर्ग के उत्थान में उल्लेखनीय कार्य कराए जा रहे हैं। पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री गोविन्द सिह डोटासरा ने कहा कि कोरोना महामारी के बावजूद सरकार ने जनकल्याणकारी योजनाओं के जरिए आमजन को राहत प्रदान की है। उन्होंने कहा कि ईआरसीपी प्रदेशवासियों का हक है और राज्य सरकार इस योजना को जल्द पूरा करेगी।
समारोह में तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग, राजस्थान पर्यटन विकास निगम अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़, राजस्थान राज्य क्रीडा परिषद अध्यक्षा कृष्णा पूनिया सहित विभिन्न बोर्ड के अध्यक्ष, विधायक, भरतपुर नगर निगम महापौर अभिजीत कुमार, उच्चैन पंचायत समिति प्रधान हिमांशु अवाना, उच्चैन नगरपालिका चेयरमेन विमला राजौरिया सहित जिला कलक्टर आलोक रंजन, जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ अधिकारी एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।
भरतपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमने आमजन के हितार्थ बजट घोषणाओं, जनकल्याणकारी योजनाओं और अहम फैसलों को धरातल पर उतारकर उन्हें सामाजिक और आर्थिक सम्बल प्रदान किया है। शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, सड़क, विद्युत, आधारभूत संरचनाओं सहित हर क्षेत्र के चहुमुंखी विकास में किसी भी तरह की कमी नहीं रखी है। उन्होंने कहा कि पंचायत समिति उच्चैन में हुए विकास कार्य इनका एक बेहतर उदाहरण हैं। यहां के जनप्रतिनिधियों ने आमजन की मंशानुसार विकास कार्य कराए हैं। वर्तमान में यहां पर बालिका महाविद्यालय से लेकर कई सरकारी कार्यालय संचालित हैं। इससे लोगों को नजदीक ही सभी सुविधाएं मिल रही हैं।
सीएम गहलोत रविवार को भरतपुर के नदबई में उच्चैन स्थित खेल मैदान में क्षेत्र के विभिन्न विकास कार्यों के शिलान्यास और लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने 95 करोड़ रुपये से अधिक लागत के विभिन्न कार्यों का लोकार्पण और 333 करोड़ रुपये से अधिक लागत के कार्यों का शिलान्यास कर नदबई क्षेत्र की जनता को सौगात दी है। साथ ही क्षेत्र में लगभग 1०81 करोड़ रुपये के विकास कार्य भी विभिन्न स्तर की स्वीकृतियों के बाद शुरु होंगेे। इससे पूर्व गहलोत ने देवनारायण भगवान, महाराजा सूरजमल एवं डॉ. भीमराव अंबेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित किए।
रसोई घर के बजट में लाएंगे कमी
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में महंगाई और बेरोजगारी बड़ी समस्या बन गई है। राज्य सरकार एक अप्रेल, 2०23 से उज्ज्वला योजना से जुड़े परिवारों, बीपीएल और कमजोर वर्ग को 5०० रुपये में सिलेंडर उपलब्ध कराएगी। साथ ही, रसोई घर के बजट में कमी लाने के लिए जरूरतमंद परिवारों को राशन किट उपलब्ध कराने का भी प्रयास किया जा रहा है।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में अग्रणी राजस्थान
गहलोत ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र की योजनाओं से राज्य देश में मॉडल स्टेट बना है। मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में 1० लाख रुपये तक का नि:शुल्क इलाज कराया जा रहा है। हार्ट, लीवर, किडनी ट्रांसप्लांट, कोक्लियर इम्प्लांट में सम्पूर्ण खर्च राज्य सरकार वहन कर रही है। दवाइयां और जांचें नि:शुल्क उपलब्ध करा रहे हैं। साथ ही, 5 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा कर विपरीत परिस्थितियों में सम्बल प्रदान किया जा रहा है।
योजनाओं और फैसलों से आमजन को राहत
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी जनकल्याणकारी योजनाओं की पूरे देश में चर्चा है। कई राज्यों द्बारा इन्हें अपनाया भी जा रहा है। निरोगी राजस्थान अभियान, उड़ान योजना (नि:शुल्क सैनेटरी नैपकिन), मानवीय दृष्टिकोण से लागू की गई पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस), कोई भूखा ना सोए के संकल्प को साकार करती इंदिरा रसोई योजना, मनरेगा की तर्ज पर शुरू इंदिरा गांधी शहरी रोजगार योजना, पालनहार योजना, लगभग 1 करोड़ लोगों को मिलने वाली सामाजिक सुरक्षा पेंशन सहित अन्य योजनाओं से आमजन को सम्बल मिला है। गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार को राजस्थान जैसी सामाजिक सुरक्षा पूरे देश के लिए एक समान पॉलिसी बनाकर लागू करनी चाहिए।
शिक्षा में लिए क्रांतिकारी फैसले
गहलोत ने कहा कि राजस्थान के उज्ज्वल भविष्य के लिए महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय शुरू करने का क्रांतिकारी फैसला लिया गया। इससे प्रदेश के लगभग 1276 विद्यालयों में कमजोर वर्ग के विद्यार्थियों को अंग्रेजी माध्यम में नि:शुल्क गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल रही है। साथ ही, राज्य में 211 महाविद्यालय खोले हैं, जिनमें 94 बालिका महाविद्यालय हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिग योजना से कमजोर वर्ग के 15 हजार से अधिक विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए नि:शुल्क कोचिग दी जा रही है। वहीं, राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस के जरिए प्रतिवर्ष 2०० विद्यार्थियों को विदेश में नि:शुल्क पढ़ाई करने का अवसर प्रदान कर रहे हैं। छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाने और प्रोत्साहित करने के लिए देवनारायण छात्रा स्कूटी वितरण योजना में उन्हें स्कूटियां दी जा रही हैं।
22 लाख किसानों के ऋण माफ
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के हित में अहम फैसले ले रही है। देश में पहली बार अलग से कृषि बजट पेश किया गया। साथ ही, 22 लाख किसानों के ऋण माफ किए गए। मुख्यमंत्री किसान ऊर्ज़ा मित्र योजना में प्रतिमाह 1 हजार रूपए का अनुदान दिया जा रहा है, जिससे 8 लाख किसानों का बिजली बिल शून्य हो गया है। नई तकनीक से उन्नत कृषि के लिए उपकरणों पर अनुदान भी दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सरकार के 5० यूनिट नि:शुल्क बिजली देने के अहम फैसले से प्रदेश के 46 लाख घरेलू उपभोक्ताओं का बिजली बिल शून्य आ रहा है।
रोजगार देने में राज्य अग्रणी
गहलोत ने कहा कि राजस्थान राजकीय और निजी क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध कराने में देश में अग्रणी राज्य बन गया है। अभी तक लगभग 1.35 लाख सरकारी नौकरियां दी गई हैं, लगभग 1.25 लाख पदों पर भर्ती प्रक्रियाधीन है। आगामी दिनों में 1 लाख से अधिक नौकरियां देने की घोषणा भी की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि इन्वेस्ट राजस्थान समिट में 11 लाख करोड़ रुपये के एमओयू हुए हैं, जिससे वृहद् स्तर पर रोजगार सृजित होंगे। जयपुर, जोधपुर और बीकानेर जॉब फ़ेयर में भी हजारों युवाओं को रोजगार मिला है। युवाओं को उद्योग इकाइयां स्थापित करने के लिए कई छूट दी गई हैं।
देवनारायण बोर्ड के अध्यक्ष एवं नदबई विधायक जोगिन्दर सिह अवाना ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में नदबई में शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, सड़क, उद्योग, बिजली सहित सभी क्षेत्रों में सौगातें मिली हैं। अब यहां के गरीब एवं वंचित वर्ग के लिए क्षेत्रीय स्तर पर ही मूलभूत सुविधाओं के लिए राज्य सरकार द्बारा अहम योजनाएं चलाई जा रही हैं।
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. महेश जोशी ने कहा कि ईआरसीपी की महत्ता को देखते हुए राज्य सरकार अपने उपलब्ध संसाधनों से योजना को पूरा कर 13 जिलों में पेयजल एवं सिचाई के लिए पानी उपलब्ध कराएगी। पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिह ने कहा कि भरतपुर जिले में हुए विकास कार्यों से मुख्यमंत्री का सेवा ही कर्म-सेवा ही धर्म का उद्देश्य साकार हो रहा है। सार्वजनिक निर्माण मंत्री भजनलाल जाटव ने कहा कि प्रदेश में हर वर्ग के उत्थान में उल्लेखनीय कार्य कराए जा रहे हैं। पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री गोविन्द सिह डोटासरा ने कहा कि कोरोना महामारी के बावजूद सरकार ने जनकल्याणकारी योजनाओं के जरिए आमजन को राहत प्रदान की है। उन्होंने कहा कि ईआरसीपी प्रदेशवासियों का हक है और राज्य सरकार इस योजना को जल्द पूरा करेगी।
समारोह में तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग, राजस्थान पर्यटन विकास निगम अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़, राजस्थान राज्य क्रीडा परिषद अध्यक्षा कृष्णा पूनिया सहित विभिन्न बोर्ड के अध्यक्ष, विधायक, भरतपुर नगर निगम महापौर अभिजीत कुमार, उच्चैन पंचायत समिति प्रधान हिमांशु अवाना, उच्चैन नगरपालिका चेयरमेन विमला राजौरिया सहित जिला कलक्टर आलोक रंजन, जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ अधिकारी एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने महाराजा सूरजमल की प्रतिमा पर किए श्रद्धा-सुमन अर्पित
महाराजा सूरजमल के 259वें बलिदान दिवस पर भरतपुर पहुंचे मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा, महापुरूषों की जीवनी से युवा पीढ़ी को लेनी चाहिए शिक्षा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को महाराजा सूरजमल के 259वें बलिदान दिवस पर भरतपुर में उनकी प्रतिमा के समक्ष श्रद्धा-सुमन अर्पित किए। उन्होंने महारानी जया महाविद्यालय मैदान में महाराजा सूरजमल की जीवनी पर आधारित सेंड आर्ट का भी अवलोकन किया।
सीएम गहलोत ने कहा कि भरतपुर के संस्थापक महाराजा सूरजमल एक महान योद्धा, रण-कौशल के धनी होने के साथ-साथ उत्तम कूटनीतिज्ञ भी थे। इसी कारण भरतपुर रियासत मुगल व अंग्रेजों से हमेशा एक कदम आगे रही तथा लोहागढ किला अजेय रहा। उन्होंने कहा कि महापुरूषों की जीवनी से युवा पीढ़ी को अपने भविष्य में आगे बढ़ने की शिक्षा लेनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि महापुरूषों का कोई जाति या धर्म नहीं होता, उनके लिए 36 कौम और समस्त धर्म एक समान रहते हैं। उन्हीं से प्रेरणा लेकर राज्य सरकार लगभग 1 करोड़ लोगों को सामाजिक सुरक्षा के तहत पेंशन उपलब्ध करा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की जनकल्याणकारी योजनाएं देशभर में मॉडल के रूप में स्थापित हो रही हैं। इनमें मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, राजकीय कार्मिकों के लिए मानवीय दृष्टिकोण से फिर लागू की गई पुरानी पेंशन स्कीम (ओपीएस) की पूरे देश में चर्चा हो रही है।
इस अवसर पर पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिह ने भी महाराजा सूरजमल की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। इस दौरान जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. महेश जोशी, तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग, पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री गोविद सिह डोटासरा, संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा, पुलिस महानिरीक्षक गौरव श्रीवास्तव सहित महाराजा सूरजमल संरक्षक समिति के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं आमजन उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने बिहारी जी मंदिर में की पूजा अर्चना
हिदी साहित्य समिति का किया अवलोकन
मुख्यमंत्री का भरतपुर शहरवासियों ने विभिन्न जगहों पर किया स्वागत
सीएम गहलोत ने रविवार को भरतपुर शहर के किला स्थित बांके बिहारी जी मंदिर में पूजा अर्चना करते हुए प्रदेश में शांति और खुशहाली के लिए कामना की। इससे पहले गहलोत ने हिदी साहित्य समिति परिसर का अवलोकन भी किया।
सीएम गहलोत ने समिति का अवलोकन करते हुए कहा कि यहां विकास में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। इसके बाद मुख्यमंत्री लक्ष्मण मंदिर से मुख्य बाजार होते हुए किला स्थित बांके बिहारी जी मंदिर पहुंचे। यहां मंदिर परिसर में हुए विकास कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान रास्ते में विभिन्न जगहों पर शहरवासियों ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. महेश जोशी, पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिह, सार्वजनिक निर्माण मंत्री भजन लाल जाटव, तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग, पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री गोविद सिह डोटासरा, संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा, जिला कलक्टर आलोक रंजन, पुलिस महानिरीक्षक गौरव श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक श्याम सिह सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।