
जमवारामगढ़, 8 फरवरी (विकास शर्मा)। सरजोली गांव के कैलाश चन्द्र मीणा ने अपने इंजीनियर पुत्र की बिना दहेज के शादी कर समाज में एक मिशाल पेश की है। उपखंड क्षेत्र जमवारामगढ़ के ग्राम पंचायत नेवर के सरजोली गांव में बालाजी सर्व समाज जन सेवक टीम के सदस्य व उत्तरी रेलवे के सीनियर मैटेरियल मैनेजर ( आईआरएसएस) कैलाश चन्द्र मीणा ने पुत्र गोपाल लाल मीणा की बिना दहेज लिए शादी की है। उनका पुत्र गोपाल इंजीनियर है। उन्होंने समाज व गांव में बिना दहेज शादी कर एक सराहनीय पहल की है।
कैलाश चन्द्र मीणा ने इस पहल के माध्यम से समाज के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों अपील की है कि सभी इसी प्रकार से दहेज मुक्त शादी कर समाज के नवयुवकों को अच्छा संदेश दें, जिससे हमारे समाज, गांव और राष्ट्र का विकास हो। इस प्रकार बेटी की शादी में होने वाले दहेज रूपी फिजूलखर्ची को बंद करके बेटी की शिक्षा को अधिक से अधिक बढ़ावा देना है। दहेज मुक्त शादी करने से सभी गरीब परिवारों को इसका लाभ मिलेगा और उन परिवारों पर कोई किसी प्रकार का कर्जा नहीं होगा। इससे सभी गरीब व मध्यम परिवार अपनी बेटी को बोझ नहीं समझेंगे और खुशहाल तरीके से जीवन यापन कर सकेंगे।
दूसरे पुत्र की शादी में भी नहीं लेंगे दहेज
इनका दूसरा पुत्र अरविन्द मीणा भारतीय रेलवे में लोको पायलट के पद पर कार्यरत है। उसकी शादी 18 फरवरी को होने वाली है। उसकी शादी में भी कैलाश मीणा दहेज के रूप में एक रूपया भी नहीं लेंगे। केलाश मीणा की इस पहल की जितनी प्रशंसा की जाए कम है। इस महंगाई के दौर में दहेज रूपी कुप्रथा से समाज को मुक्त करने के लिए प्रबुद्ध जनों व युवा वर्ग को आगे आना चाहिए।