किशनगढ़ में ही रहे सार्वजनिक जिला पुस्तकालय

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भाजपा नेता पाटनी ने उठाई मांग


मदनगंज-किशनगढ़.
सार्वजनिक जिला पुस्तकालय को किशनगढ़ में ही रखने की मांग भाजपा नेता महेंद्र पाटनी ने उठाई है। भाजपा नेता पाटनी ने बताया कि दिसंबर 2020 के केकडी में स्थानांतरण आदेश के विरुद्ध क्षेत्रीय जन आक्रोश के मद्देनजर की गई यथावत रखने की मांग संबंधी लगाए गए एक तारांकित प्रश्न संख्या 2556 के जवाब में राजस्थान विधानसभा सत्र के दौरान राज्य सरकार के भाषा एवं पुस्तकालय विभाग के मंत्री राजेंद्र सिंह यादव द्वारा की गई राजकीय सार्वजनिक जिला पुस्तकालय किशनगढ़ को केकड़ी में स्थानांतरित नहीं कर किशनगढ़ में ही यथावत रखने की घोषणा महज लॉलीपाप साबित हुई है क्योंकि स्थानांतरण प्रक्रिया को जारी रखते हुए गत 3 मार्च 2022 को सरकार के आदेश अनुसार नगर पालिका केकड़ी द्वारा राजकीय सार्वजनिक जिला पुस्तकालय केकड़ी के नाम से भूमि आवंटन के साथ पट्टा जारी कर भवन निर्माण की निविदा जारी कर दी गई है।

भाजपा के जिला प्रवक्ता महेंद्र पाटनी ने राज्य के भाषा एवं पुस्तकालय विभागए मुख्यालय जयपुर की विशेष अधिकारी डॉ. पूनम गुप्ता से दूरभाष पर आमजन का आक्रोश जताते हुए स्थानांतरण प्रक्रिया को रोके जाने हेतु जोर देकर बताया कि किशनगढ़ में पिछले 66 वर्षों से संचालित अजमेर जिले की एकमात्र राजकीय सार्वजनिक जिला पुस्तकालय किशनगढ़ को केवल इस आधार पर कि केकड़ी के पाठकों व विद्यार्थियों के लिए कोई सार्वजनिक पुस्तकालय नहीं है, स्थानांतरण किया जाना क्षेत्र के आमजन पाठको ए साहित्य प्रेमियों तथा प्रतियोगी विद्यार्थियों के साथ विश्वासघात तथा विश्व प्रसिद्ध किशनगढ़ के साथ राजनैतिक धोखा है जबकि केकड़ी के लिए अन्य नई सार्वजनिक पुस्तकालय भी सृजित की जा सकती है।
पुस्त्कालय के स्थानांतरण प्रक्रिया को रोकने में असमर्थता जाहिर करते हुए विशेष अधिकारी डॉ गुप्ता ने भाजपाई प्रवक्ता पाटनी को राज्य सरकार से संपर्क कर स्थानांतरित आदेश रद्ध कराने की कार्रवाई करने को कहा।
ज्ञातव्य है कि नगर परिषद किशनगढ़ क्षेत्र में मुख्य चौराहे के पास सन 1956 से संचालित राजकीय सर्वजनिक जिला पुस्तकालय में पचास हज़ार से अधिक चिल्ड्रन बुक्स, सामाजिक, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक एवं राजनीतिक तथा विभिन्न विषयों की पुस्तकों सहित दैनिक सभी समाचार पत्रों और पुस्तकों के अलावा कला, विज्ञान व वाणिज्य तथा आधुनिक तकनीकी संबंधी प्रतियोगितात्मक सैंकड़ो नियमित मैगजीनों से क्षेत्र का आम पाठक एवं विद्यार्थी और युवा पीढ़ी लाभान्वित हो रही हैं।

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