अखिल भारतीय पर्यावरण संरक्षण गतिवधि की ओर से होगा आयोजन

जयपुर.
अखिल भारतीय पर्यावरण संरक्षण गतिविधि द्वारा पूरे देश में 22 अगस्त से 29 अगस्त तक प्रकृति वंदन का सप्ताह मनाया जाएगा। इसमें हरित घर के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होंग। हरित घर के 5 बिंदु की पूर्ति करनी होगी।
अखिल भारतीय पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के हनुमान प्रसाद शर्मा ने बताया कि पहला घर में खाली भूमि अथवा गमले में कोई भी 5 प्रकार के औषधीय, फलदार, छायादार पेड़ों के पौधे हों अगर गमले में लगाते है तो कुछ वर्षों बाद बड़े होने के बाद कहीं भी जमीन में लगाने के उपयोग में आ सकेंगे। दूसरा पानी की बचत में घर का वर्षा का पानी घर में उपयोग के लिए कोई प्रयोग किया हो। घर में आरओ, ऐसी के पानी का उपयोग करते है। तीसरा घर के सभी सदस्य नहाने, कपड़े धोने, बर्तन साफ करने आदि में पहले की अपेक्षा कम पानी का उपयोग करने लगे है। चौथा घर में आए मेहमान को आधा गिलास पानी देते है। मांगने पर पुन: सर्व करते है। घर के कचरे का घर में उपयोग करते है। इसके लिए रसोई बगिया, ऑर्गेनिक खाद बनाना। सिंगल यूज प्लास्टिक पॉलीथिन पाउच आदि को बोतल में भर कर इको ब्रिक्स बनाते है।
- बिजली की बचत
- सोलर प्लांट लगाया हो।
- घर के सभी सदस्य बिजली की फिजूल खर्ची न हों इसका ध्यान रखते हों।
- पक्षियों को दाना पानी की व्यवस्था अपने घर में करते हों।
इस प्रकार 5 पौधों के 5 पाइंट, पानी की बचत के 4 पाइंट, घर का कचरा घर में उपयोग के 3 पाइंट, बिजली बचत के 2 पाइंट व पक्षी सेवा का 1 पाइंट कुल 15 बिंदुओं की पूर्ति करने वाले घर को फाइव स्टार घर अर्थात हरित घर का सर्टिफिकेट ऑनलाइन जारी होगा। तथा खंड, जिला, विभाग, प्रान्त जिनमें अधिक संख्या में हरित घर उनका प्रान्त व अखिल भारतीय स्तर पर जानकारी दी जाएगी।
हरित घर पंजीकरण में 15 बिंदुओं में से जितने बिंदुओं की पूर्ति होगी उनकी पूर्ति होकर पंजीकरण होगा। बाद में भी अगर किसी बिंदू की पूर्ति करेंगे ऑनलाइन कर सकेंगे। इस कार्यक्रम की पूरी जानकारी ऑनलाइन प्राप्त करने के लिए शीघ्र ही वेबसाइट जारी की जाएगी।
आरएसएस करेगा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की चित्रकूट में हुई अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक बैठक में संगठनात्मक गतिविधियों की चर्चा के साथ ही कोरोना के दूसरी लहर से उत्पन्न परिस्थितियों की व्यापक रूप से चर्चा हुई तथा प्रांतों में हुए सेवा कार्यों की समीक्षा की गयी। स्वयंसेवकों द्वारा संचालित वैक्सीन के टीकाकरण हेतु सुविधा केंद्र व प्रोत्साहन के अभियानों की भी समीक्षा की गयी।
कोरोना की तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए पूरे देश में शासन-प्रशासन का सहयोग करने एवं संभावित पीडि़तों की सहायता के लिए विशेष कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जाएगा। ऐसी परिस्थिति में समाज का मनोबल बढ़ाने के लिए आवश्यक सभी जानकारी उचित समय पर लोगों तक पहुँचाने के लिए यह प्रशिक्षित कार्यकर्ता लगभग 2.5 लाख स्थानों तक पहुँचेंगे।
आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने बताया कि यह प्रशिक्षण अगस्त माह में पूर्ण किया जायेगा तथा सितंबर से जनजागरण द्वारा हर गाँव व बस्ती में कई स्वयंसेवी लोगों व संस्थाओं को इस अभियान में जोड़ा जायेगा। इस प्रशिक्षण में कोरोना से बचाव हेतु बच्चों व माताओं के लिए विशेष रूप से आवश्यक सावधानियाँ व उपायों को शामिल किया गया है।
जैसे जैसे कोरोना के प्रकोप के पश्चात स्थितियाँ सामान्य हो रही है। संघ शाखाओं का संचालन भी मैदान में प्रारंभ हुआ है। बैठक में प्राप्त जानकारी के अनुसार देश भर में वर्तमान में कुल 39454 शाखाएँ संचालित हो रही है जिसमें 27166 शाखाएँ अब मैदान में लग रही है तथा 12288 ई.शाखाएँ है। साथ ही साप्ताहिक मिलन कुल 10130 है जिसमें प्रत्यक्ष रूप से मैदान में 6510 पुन: प्रारंभ हुये तथा ई.मिलन 3620 है। कोरोना के लॉकडाउन काल में विशेष रूप से प्रारंभ हुए कुटुंब मिलन देश भर में 9637 है।