
मदनगंज किशनगढ़. विश्व में नम भूमि क्षेत्र को संरक्षित करना अति आवश्यक है जिससे जैवविविधता भी संरक्षित रहेगी। इसी क्रम में श्री रतनलाल कंवरलाल पाटनी गर्ल्स कॉलेज की छात्राओं ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, मगरा एवं मगरा तालाब क्षेत्र पर पौधारोपण किया।
महाविद्यालय निदेशक एवं सचिव सुभाष अग्रवाल ने संदेश प्रेषित करते हुए कहा कि विश्व में कई नम-भूमि क्षेत्र संरक्षण के अभाव में विलुप्त हो रहे हैं, लेकिन वर्तमान पीढ़ी अब इन क्षेत्रों का महत्व समझने लगी है जो जीव जंतुओं के संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण कार्य है।
महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. रवि शर्मा ने इस दिवस पर अपने उद्बोधन में कहा कि वर्तमान समय में पूरे भारतवर्ष में नम भूमि क्षेत्रों को बचाने एवं उनको और अधिक विकसित करने के लिए सभी शैक्षणिक संस्थाएं एन.जी.ओ. एवं पर्यावरणविद कार्यरत हैं जिनके निर्देशन में स्थानीय लोगों के सहयोग से इन क्षेत्रों के संरक्षण का कार्य किया जा रहा है।
विश्व नम-भूमि दिवस कार्यक्रम के संयोजक एवं उन्नत भारत अभियान के समन्वयक स्नातकोत्तर प्राणी शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष विश्वजीत जारोली ने बताया कि आज के समय में अगर प्राणी विविधता को बचाए रखना है तो जो नम-भूमि क्षेत्र वर्तमान में उपेक्षित हैं, उनको अनेकों कार्यक्रमों के माध्यम से यथा पौधारोपण, घास-स्थल का विकास, सभी शैक्षणिक संस्थाओं में जागरूकता कार्यक्रम द्वारा विकसित किया जाए और उनकी देखभाल स्थानीय लोगों को सौंपी जाए। नम-भूमि विकास से स्थानीय पर्यटन में भी वृद्धि होती है। आज इसी क्रम में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, मगरा एवं मगरा तालाब पर महाविद्यालय नेचर एवं वाइल्डलाइफ क्लब के तत्वावधान में पौधारोपण किया गया।
महाविद्यालय की क्लब सह-समन्वयक गीता पालीवाल ने बताया कि इस दिवस पर स्कूल की प्राचार्य अल्का समरवाल, व्याख्याता कैलाश चंद फुलवारी, जावेद अहमद, राजेंद्र चौधरी, झालेंद्र सिंह आदि के निर्देशन में क्लब की छात्राओं ने स्कूली छात्र-छात्राओं के सहयोग से स्कूल परिसर एवं मगरा नाड़ी पर 25 पौधे लगाकर नम-भूमि क्षेत्र संरक्षण में अपनी भूमिका निभाई। पौधारोपण कार्यक्रम में महाविद्यालय एन.एस.एस. प्रभारी डॉ. रुचि मिश्रा, डॉ. राधा गुप्ता, रुचि चौहान, ज्योति चौहान, सिमरनजीत कौर, प्रशासनिक अधिकारी अमित दाधीच, कनिका गुप्ता, वंदना जोशी, निक्कू टाक, नेहा शर्मा, मुकेश, पुखराज एवं नवीन ने सहयोग प्रदान किया।
