विद्याश्रम स्कूल में Autism पीड़ित बच्चों के पेरेंट्स ने साझा किए अनुभव

Spread the love

जयपुर। मुश्किलें कितनी भी बड़ी हों, लेकिन उनसे लड़ने का हौसला हो तो हर मुिश्कल छोटी हो जाती है। ऑटिज्म जैसी बीमारी से लड़ रहे बच्चों के साथ कई वर्षों तक सारथी बन कर जूझ रहे अभिभावकों ने बुधवार को समर्पण और धैर्य की तस्वीर को साकार कर दिया। मौका था चिरंजीव केसरी की ओर से अिभव्यक्ति कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित ऑटिज्म जागरूकता परिचर्चा का। विद्याश्रम स्कूल के सुरुचि केन्द्र में आयोजित परिचर्चा के प्रथम सत्र में ऑटिज्म पीड़ित बच्चे के साथ तीस वर्ष से अिधक समय तक संघर्ष करके उसे स्वावलंबी बनाने वाली मां प्रतिभा भटनाागर से लेखिका शिवानी शर्मा ने परिचर्चा की। प्रतिभा भटनागर ने अपने तीस वर्ष के सफर के दौरान सामने आई चुनौतियों से श्रोताओं को रूबरू करवाया। इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन कर की गई।
डॉ. शांति जौहरी ने अतिथियों का स्वागत किया। शांभवी वर्मा ने नृत्य प्रस्तुति के साथ गणेश वंदना प्रस्तुत की।

ऑटिज्म से युद्ध जीत दी जीवन को नई दिशा

कार्यक्रम के दौरान एक सत्र में ऑटिज्म पीड़ित रहे अक्षय भटनागर ने अपने सफर पर बात की। कथाकार व समीक्षक कविता मुखर से बात करते हुए अक्षय ने कहा कि बीमारी के उस दौर में हर दिन एक नई चुनौती लेकर आता था लेकिन ना तो मैने कभी हार मानी ना ही मेरे माता पिता ने। नियती को दोष ना देते हुए हमने लगातार संघर्ष किया और ऑटिज्म से युद्ध जीतकर निकले। परिचर्चा के दौरान अक्षय के पिता नवनीत भटनागर व माता ने भी अपने अनुभव साझा किए।

निदान और जागरूकता पर हुई चर्चा

कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने श्रोताओं के प्रश्नों के जवाब दिए और ऑटिज्म के प्रति जागरूकता फैलाने पर बल दिया। राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. राकेश नागर ने इस बीमारी के निदान पर प्रकाश डाला। ऑटिज्म के क्षेत्र में 35 वर्ष से कार्य कर रहे रवि हूजा ने ऑटिज्म के प्रति समाज में आई चेतना पर वक्तव्य दिया।
कार्यक्रम का संयोजन शैलेश सोनी चिरंजीव, डॉ. शांति जौहरी, जिगिशा सोनी व कृष्ण वर्धन सोनी ने किया। संचालन डॉ. नेहा पारीक ने किया।
कार्यक्रम में डिवाइन सोल फाउंडेशन से रमेश शर्मा, बोधि प्रकाशन से कवि मायामृग, अमराई समूह से साकार श्रीवास्तव, जयपुर इंटरनेशनल पोएट्री लाइब्रेरी से राहुल चौधरी, जयपुर बुक लवर्स क्लब से लोकेंद्र राठौर, गायक रितेश श्रीवास्तव, वरिष्ठ लेखिका प्रशंसा श्रीवास्तव, मनीष वर्मा, रमेश जैन, डॉ नेहा पारीक,
ज्योत्सना सक्सेना, रजनी भारद्वाज, नरेंद्र लुहाना, शुभम शर्मा , पुनीत, निरंजन खत्री, कवि अरुण ठक्कर, लेखिका विनीता किरण, महेश कुमार, शोभा सक्सेना, मनोज अरोड़ा, वीरेंद्र प्रताप, नवनीत भटनागर, स्नेह लता शर्मा, कवि व माही संदेश के संस्थापक रोहित कृष्ण नंदन, लेखिका मीनाक्षी माथुर सहित बड़ी संख्या में प्रतिभागी मौजूद रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version