
जयपुर हार्डवेयर मर्चेंट एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
परीक्षा केंद्रों पर जैमर लगाने का दिया सुझाव
जयपुर.
जयपुर हार्डवेयर मर्चेंट एसोसिएशन ने मुख्यमत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर व्यापारियों को हुए नुकसान की जानकारी दी है। एसोसिएशन के अध्यक्ष विमल कुमार जैन और महामंत्री प्रभात गुप्ता ने बताया कि पत्र में कोरोना का जिक्र करते हुए परेशानियों का जिक्र किया है व्यवसाय धीरे धीरे पटरी पर आने लगा ही था कि व्यापारियों के सामने नेटबंदी की विकट समस्या आ खड़ी हुई है। इसके साथ ही परीक्षा केंद्रों पर जैमर लगाने का सुझाव भी दिया है।
युवाओं के लिए आयोजित की जाने वाली भर्ती परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए इंटरनेट बंदी के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है। बीते 32 दिनों की बात कि जाए तो परीक्षा के लिए 4 दिन इंटरनेट बंद किया गया है। पहले रीटए फिर पटवारी और अब आरएएस प्री एग्जाम परंतु बड़ा सवाल यह की इंटरनेट बंद करने के बाद भी नकल को रोकना सरकार के लिए बड़ा मुश्किल हो रहा है ।
आए दिन की जा रही इस नेट बंदी के कारण व्यापारियों को करोड़ों को नुकसान हो रहा है। उनका व्यापार करना मुश्किल हो रहा है क्योंकि वर्तमान समय में सम्पूर्ण लेनदेन ऑनलाइन ही होता है बिना इसके व्यापारी बिना माल लिए ही चला जाता है। उन्होंने बताया कि नेट बंद होने से ऑनलाइन कैमरों का संचालन, डेबिट, क्रेडिट कार्ड भुगतान सिस्टम, ई वॉलेट ट्रांजेक्शन, मोबाइल बैंकिंग, कार्ड स्वाइप मशीन, मनी ट्रांसफर, होटल बुकिंग, केब बुकिंग, ऑनलाइन फूड सेक्टर आदि व्यवसाय प्रभावित हो रहे हैं। इसके अलावा इनकम टैक्स एवं जीएसटी की सभी फाइलें, इनवॉइस एवम ईवे बिल भी ऑनलाइन ही बनते है जिसके बिना माल को भेजना पूर्णतया बाधित होता है ।
सरकार को भर्ती परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए पुख्ता इंतजामात करने होंगे। नकल करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करनी होगी। नेटबंदी करने से इस समस्या का कोई समाधान नहीं होगा बल्कि इससे देश के युवाओं का भविष्य तो खतरे में पड़ेगा ही साथ में आर्थिक हानि भी होगी।
सरकार को उन सभी स्कूल-कॉलेजों और अन्य सरकारी संस्थाओं में स्थाई अथवा अस्थाई तौर पर नेट जैमर लगा देना चाहिए जिनमें परीक्षा आयोजित की जाती हैं ताकि संपूर्ण क्षेत्र का इंटरनेट बंद ना करना पड़े। परिणामस्वरूप परीक्षा भी सरकारी मानदंडों के हिसाब से संपन्न हो जाएगी जिससे ना तो व्यापारियों को नुक़सान होगा और न ही सामान्य जन को भी असुविधा होगी ।