भाजपा नेता पाटनी ने उठाई मांग
मदनगंज-किशनगढ़.
किशनगढ़ उपखंड को लोकर्पित दोनों पैनोरमाओ की दुर्दशा लापरवाही का नतीजा है। भाजपा नेता महेंद्र पाटनी ने बताया कि एक ओर जहां संत नागरीदास पैनोरमा को असामाजिक तत्वों द्वारा तहस-नहस कर दिया गया वहीं दूसरी ओर निंबार्क पीठ स्थित निम्बार्क सरोवर के किनारे निर्मित श्री निंबार्काचार्य पैनोरमा को राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण द्वारा उपखंड प्रशासन को सौंप दिए जाने के बावजूद पीठ के अनुयायियों व आमजन के लिए नहीं खोले जाने से विगत चार वर्षों से ताले में बंद पैनोरमा धूल-धूसरित हो रहा है।
निंबार्क पीठ के प्रतिनिधि विनोद दीक्षित से मिली जानकारी के अनुसार श्रीजी महाराज की तपोस्थली में अखिल भारतीय श्री निम्बार्क पीठाधीश्वर श्यामशरण देवाचार्य के कर कमलों से रखी गई आधारशिला तत्पश्चात प्राधिकरण द्वारा निर्मित अद्भुत पैनोरमा पर विगत चार वर्षों से ताला लगा होने से उसके अंदर निंबार्क संप्रदाय के उद्भव से अब तक हुई आध्यात्मिक उन्नति की यात्रा का चित्रांकन तथा सभी प्रतिस्थापित पीठाधीश्वरों की देवत्व मूर्तियों सहित अन्य सांस्कृतिक व धार्मिक श्लोकों का दर्शन व अवलोकन से पीठ पर आने वाले निंबार्क संप्रदाय के अनुयाई व आम जन पैनोरमा के अंदर के भव्य स्वरूप को देखने से वंचित है।
राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण जयपुर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टीकम चंद बोहरा से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि राज्य की तत्कालीन भाजपा सरकार द्वारा तीन करोड़ की लागत का जोधपुरी पत्थर से दो मंजिला बना श्री निंबार्काचार्य पैनोरमा सन 2018 में लोकर्पित किए जाने के बाद किशनगढ़ के उपखंड प्रशासन को सौंप दिया गया था लेकिन इस पैनोरमा को अब तक आमजन हेतु नहीं खोले जाने तथा दूसरे पैनोरमा की सुपुरदगी को नकार कर संत नागरीदास पैनोरमा की दुर्दशा की जिम्मेदारी से प्रशासन बच नहीं सकता।
भाजपा नेता पाटनी ने बताया कि एफआईआर दर्ज कराने की मांग सहित पैनोरमा का पूर्ववत भव्य स्वरूप प्रतिस्थापित कराने एवं निंबार्काचार्य पैनोरमा को शीघ्र खुलवाने के लिए क्षेत्रीय राजनीतिक व सामाजिक संस्थाएं प्रयासरत व आंदोलित रहेगी।