राजसमंद में जल संरक्षण पर कार्यशाला का आयोजन

राजसमन्द.
सांसद दीयाकुमारी के निर्देशन में भाजपा के जिला कार्यालय पर जल संरक्षण कार्यशाला का आयोजन रखा गया जिसके मुख्य वक्ता स्लम इम्प्रूवमेंट कमेटी सूरत के चेयरमेन दिनेश राजपुरोहित एवं चीफ ऑपरेशन ऑफिसर धवल पंड्या थे।
कार्यशाला को वर्चुअल सम्बोधित करते हुए सांसद दीयाकुमारी ने कहा कि हमारा प्रदेश पानी की अहमियत को समझता है। इसी क्रम में राजसमंद में भी हम गांव और शहर तक आमजन के लिए पेयजल की सुचारू रूप से व्यवस्था करवा रहे हैं । इसके साथ ही जल संरक्षण हो इसको लेकर हमें अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करना होगा। इस दौरान सांसद दिया कुमारी ने गुजरात के नवसारी सांसद व गुजरात बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटील का विशेष आभार जताया।
सांसद दिया कुमारी ने बताया कि सीआर पाटील अपने क्षेत्र में जल संरक्षण को लेकर काफी अच्छे कार्य कर रहे हैं और विशेष आग्रह पर उन्होंने राजसमंद में एक टीम को भेजा है। वह जल संरक्षण को लेकर वह आगे भी हमें सहयोग प्रदान करेंगे इसके लिए मैं उनका विशेष तौर से आभार व्यक्त करती हूं।
इस कार्यशाला को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में पानी की बचत किस प्रकार से की जा सकती है उसको लेकर मौखिक और प्रायोगिक प्रदर्शन कर कार्यक्रम में मौजूद किसानों एवं आमजन को समझाया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ताओं से कई अहम सवाल भी किए जिनका संतोषप्रद जवाब दिया गया। वक्ता पंड्या ने एक प्रेजेंटेशन देकर किस प्रकार से शहर और ग्रामीण इलाकों में जल संरक्षण किया जा सकता है इसको लेकर विस्तार से बातचीत की।
कार्यक्रम में जिला अध्यक्ष वीरेंद्र पुरोहित, जिला प्रमुख रतनी देवी जाट, भाजपा नेता कर्णवीर सिंह राठौड़, जिला उपाध्यक्ष गोपाल कृष्ण पालीवाल, उप जिला प्रमुख सोहनी देवी गुर्जर, नगर अध्यक्ष सुभाष पालीवाल, कोषाध्यक्ष मानसिंह बारहट, प्रतिपक्ष नेता हिम्मत कुमावत, महिला मोर्चा अध्यक्ष सविता सनाढ्य, पार्षद दीपक शर्मा, भेरूलाल गायरी, मोहन कुमावत, उत्तम खिची, महेश आचार्य, प्रमोद गौड सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।

प्रधानमंत्री मोदी की अपील पर बढ़ी खादी की बिक्री
जयपुर.
खादी को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बार बार की गयी अपील के कारण 2014 के बाद से देश भर में खादी उत्पादों की बिक्री में जबरदस्त वृद्धि हुई है। अक्टूबर 2016 से नई दिल्ली के कनॉट प्लेस इलाके में स्थित खादी इंडिया के प्रमुख आउटलेट पर एक दिन की बिक्री ने 11 अलग अलग मौकों पर एक करोड़ रुपये का आंकड़ा पार किया है। प्रधानमंत्री ने खादी के इस रिकॉर्ड प्रदर्शन का अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात के नवीनतम एपिसोड में विशेष उल्लेख किया। यह एपिसोड रविवार 25 जुलाई को प्रसारित हुआ।
जो बात इस प्रदर्शन को और भी महत्वपूर्ण बनाती है वह यह है कि आर्थिक संकट और कोरोना महामारी के डर के बावजूद अक्टूबर नवंबर 2020 में खादी की एक दिन की बिक्री चार मौकों पर एक करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गयी। इससे पहले 2018 में भी खादी के कनॉट प्लेस स्थित आउटलेट में एक दिन की बिक्री चार बार एक करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर गई थी। दो अक्टूबर 2019 को खादी और ग्रामोद्योग आयोग के इस आउटलेट पर 1.27 करोड़ रुपये की बिक्री हुई जो किसी एक दिन में बिक्री का अब तक का रिकॉर्ड है।
22 अक्टूबर 2016 को पहली बार कनॉट प्लेस स्थित खादी इंडिया के आउटलेट पर एक दिन की बिक्री ने 1.16 करोड़ रुपये का आंकड़ा छुआ था। इससे पहले खादी की एक दिन की सर्वाधिक बिक्री 66.81 लाख रुपये थी जो मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री के पहले संबोधन के एक दिन बाद चार अक्टूबर 2014 को दर्ज की गई थी। अपने रेडियो कार्यक्रम के पहले एपिसोड में प्रधानमंत्री ने देशवासियों से कम से कम एक खादी उत्पाद खरीदने की अपील की थी और कहा था कि इससे गरीब कारीगरों को दिवाली पर अपने घरों में दीया जलाने में मदद मिलेगी।
केवीआईसी के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना ने खादी की बिक्री में वृद्धि का श्रेय खादी को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री के निरंतर समर्थन को दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की अपील के कारण ही इतनी बड़ी संख्या में लोगों विशेषकर युवाओं में खादी खरीदने के लिए रुचि पैदा हुई है। स्वदेशी को लेकर बढ़ती चर्चा से कोविड.19महामारी के चुनौतीपूर्ण समय के दौरान भी लाखों ग्रामोद्योगों को आगे बढ़ाने में मदद मिली है।
यह उल्लेखनीय है कि कोविड.19 महामारी के गंभीर प्रभाव के बावजूदए केवीआईसी ने 2020-21 में 95 हजार 74.174 करोड़ रुपये का अपना उच्चतम वार्षिक कारोबार दर्ज किया। इस तरह इसमें 2019-20 में किए गए 88 हजार 887 करोड़ रुपये के कारोबार की तुलना में 7.71 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
खादी की एक दिन की बिक्री से जुड़ा आंकड़ा
4 अक्टूबर 2014 – 66.81 लाख रुपये
2 अक्टूबर 2015 – 91.42 लाख रुपये
22 अक्टूबरए 2016 – 116.13 लाख रुपए
17 अक्टूबर 2017 – 117.08 लाख रुपये
2 अक्टूबर 2018- 105.94 लाख रुपये
13 अक्टूबर 2018 -125.25 लाख रुपये
17 अक्टूबर 2018 – 102.72 लाख रुपये
20 अक्टूबर 2018- 102.14 लाख रुपये
2 अक्टूबर 2019 – 127.57 लाख रुपये
2 अक्टूबर 2020 – 102.24 लाख रुपये
24 अक्टूबर 2020 – 105.62 लाख रुपये
7 नवंबर 2020 – 106.18 लाख रुपये
13 नवंबर 2020 -111.40 लाख रुपये
