नए रोजगार भी होंगे सृजित
भारत कंटेट क्रिएशन और पोस्ट प्रोडक्शन का वैश्विक केंद्र बनने के लिए तैयार
पुणे.
भारत का मीडिया एवं मनोरंजन उद्योग अगले कुछ वर्ष में 4 लाख करोड़ रूपए का हो जाएगा। इसके साथ ही यह क्षेत्र रोजगार भी सृजित करेगा। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने यह बात करते हुए कहा कि देश में तेजी से बढ़ते डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और एवीजीसी (एनिमेशन) विजुअल इफेक्ट्स गेमिंग और कॉमिक्स क्षेत्र में हो रही प्रगति भारत को मीडिया और मनोरंजन उद्योग का पसंदीदा पोस्ट-प्रोडक्शन केंद्र बनाने की क्षमता रखती है।
पुणे में सिम्बायोसिस स्किल एंड प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित श्मीडिया और मनोरंजन के बदलते परिदृश्य 2022 पर राष्ट्रीय सम्मेलन में मुख्य भाषण देते हुए ठाकुर ने कहा कि वीजीसी क्षेत्र के लिए एक ठोस डिजिटल आधार देश भर में उभर रहा है तथा घरेलू एवं वैश्विक मांग को पूरा करने के लिए विश्व स्तरीय रचनात्मक प्रतिभा विकसित करने के लिए सरकार ने एवीजीसी क्षेत्र के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया है। मीडिया और इंटरटेनमेंट इको.सिस्टम एक उभरता हुआ क्षेत्र है जो 2025 तक सालाना 4 लाख करोड़ रुपये अर्जित करने और 2030 तक 100 अरब डॉलर या 7.5 लाख करोड़ रुपये के उद्योग तक पहुंच सकता है। भारत सरकार ने ऑडियो-विजुअल सेवाओं को 12 चैंपियन सेवा क्षेत्रों में से एक के रूप में नामित किया है और उन्होंने इसके निरंतर विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रमुख नीतिगत उपायों की घोषणा की।
केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने कहा कि रेडियो, फिल्म और मनोरंजन उद्योग में रोजगार के बहुत बड़े अवसर हैं क्योंकि हम गुणवत्तापूर्ण कंटेंट क्रिएशन के डिजिटल युग में छलांग लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वीडियो संपादन, कलर ग्रेडिंग, विजुअल इफेक्ट्स (वीएफएक्स) साउंड डिजाइन, रोटोस्कोपिंग 3 डी मॉडलिंग इत्यादि क्षेत्रों में कई प्रकार के रोजगार उभरे हैं। इस क्षेत्र में प्रत्येक नौकरी की भूमिका के लिए कौशल और दक्षताओं के एक विशिष्ट सेट की आवश्यकता होती है। उद्योग और शिक्षा जगत के लिए यह अनिवार्य है कि वे एक साथ आएं और इस क्षेत्र की जरूरतों के लिए प्रासंगिक कार्यक्रम तैयार करें।
यह बताते हुए कि भारत में कंटेंट क्रिएशन उद्योग ने डिजिटल इंडिया के साथ बड़े पैमाने पर सुधार किया है केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण कंटेंट आसान पहुंच और उत्सुक दर्शकों के साथ भारत अपनी सफलता की कहानी कहने और कंटेंट निर्माण का केंद्र बनने के लिए तैयार है।
ऑस्कर और बाफ्टा पुरस्कार विजेता साउंड डिजाइनर रेसुल पुकुट्टी राष्ट्रीय सम्मेलन में सम्मानित अतिथि थे। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों को कौशल विकसित करने के अलावा छात्रों को बाहरी दुनिया का सामना करने के लिए ज्ञान प्रदान करने की प्राचीन भारतीय परंपरा को पुनर्जीवित करना चाहिए।
एनिमेशन, वीएफएक्स, गेमिंग और कॉमिक्स के सत्र में अवसर ओटीटी टीवी और फिल्म प्रोडक्शन, ऑगमेंटेड रियलिटी, वर्चुअल रियलिटी इमर्सिव मीडिया स्किल्स आदि में अवसरों के उभरते क्षेत्र राष्ट्रीय सम्मेलन के मुख्य विषय थे। मीडिया और मनोरंजन उद्योग क्षेत्र के दिग्गज, सिम्बायोसिस स्किल्स एंड प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. एस बी मजूमदार, प्रो.चांसलर डॉ. स्वाति मजूमदार, वाइस चांसलर डॉ. गौरी शिऊरकर उपस्थित रहे।