
अभिभावक एकता आंदोलन के प्रदेश अध्यक्ष मनीष विजयवर्गीय ने उठाई मांग
जयपुर.
शिक्षा के अधिकार (आरटीई) के तहत प्रथम कक्षा में प्रवेश के लिए नियम अनुसार लॉटरी से चयनित होने वाले विद्यार्थियों को प्रवेश नहीं देने वाले जयपुर शहर के चार निजी विद्यालय एसएमएस स्कूल, सेंट एंडमंड्स कॉन्वेंट स्कूल, नीरजा मोदी स्कूल, कैम्ब्रिज कोर्ट वल्र्ड स्कूल, मानसरोवर की मान्यता रद्द किए जाने की कार्रवाई शिक्षा विभाग ने आगे बढ़ाई है।
इस मामले में बच्चों की भविष्य एवं मानवीय दृष्टिकोण के मध्य नजर अभिभावक एकता आंदोलन के प्रदेश अध्यक्ष मनीष विजयवर्गीय ने कहा कि अभिभावक एकता संघ राजस्थान के सदस्य ललित शर्मा, मुसर्रत शाहिद अहमद एवं अन्य अभिभावकों जिनके बच्चों का प्रथम कक्षा में प्रवेश लॉटरी के माध्यम से हुआ है परंतु कुछ निजी स्कूलों द्वारा प्रवेश ना दिए जाने की हमारी शिकायतों पर शिक्षा विभाग कार्यवाही करने जा रहा है इससे तो हम शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल एवं जिला शिक्षा अधिकारी राजेंद्र शर्मा का धन्यवाद देते हैं क्योंकि इस मामले में अब परस्पर टकराव की स्थिति बनी है जिसका विपरीत दुष्प्रभाव मासूम बच्चों की शिक्षा के साथ साथ उनकी मानसिक स्थिति पर भी पड़ता है। ऐसे में संबंधित स्कूलों को चाहिए कि वह अपनी गलती सुधारते हुए विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को हुई परेशानी के लिए क्षमा मांगते हुए जरूरतमंद तबके के बच्चों को तुरंत प्रवेश दे हठधर्मिता छोड़ें और ऐसा ना किए जाने पर हम शिक्षा मंत्री एवं निदेशक शिक्षा से अपील करते हैं कि ऐसे हठधर्मी स्कूलों की मान्यता तुरंत रद्द की जाए।
मामला है कि इन चारों स्कूलों ने अब तक शिक्षा विभाग के आदेश के बावजूद सूचना के अधिकार (आरटीई) के तहत अपने अपने स्कूलों में सत्र 2022-23 में बच्चों को कक्षा 1 में निशुल्क प्रवेश नहीं दिया है। शासन उप सचिव स्कूल शिक्षा ने इन स्कूलों को पोर्टल पर चयनित स्टूडेंट्स को तत्काल प्रवेश देने ये आदेश दिए गए थे।
शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा स्कूल संचालकों को व्यक्तिगत समझाइश भी की गई लेकिन स्कूल संचालकों व प्रबन्धन की ओर से हठधर्मिता दिखाने पर शिक्षा मंत्री, प्रमुख शिक्षा सचिव, माध्यमिक शिक्षा निदेशालय, निदेशक व जिला शिक्षा अधिकारी मुख्यालय जयपुर ने विशेष बैठक आहूत की। जिसमें निर्णय लिया गया कि विभागीय निर्देशों की अवहेलना करने व लगातार चेतावनी देने के बावजूद लापरवाह पूर्ण व्यवहार करने के कृत्य पर इन स्कूलों की मान्यता को ही प्रत्याहरित (रद्द) किया जावे।
जिला शिक्षा अधिकारी मुख्यालय जयपुर राजेंद्र कुमार शर्मा हंस ने इन चारों स्कूलों की मान्यता रद्द करने के लिए विभाग की ओर से निदेशक माध्यमिक शिक्षा बीकानेर को पत्र भेज दिया गया है।