जोधपुर। शहर में गणगौर पर्व पर आयोजित होने वाले फागड़ घुड़ला मेले का लोगों को बेसब्री से इंतजार रहता है। यहां इस मेले का आयोजन पिछले 55 साल से किया जा रहा है। आज से करीब 55 साल पहले इस मेले की शुरुआत वर्ष 1969 में हुई थी, तब सर्वप्रथम लेखराज ने महिला का वेश धरा था। इसमें नैनसा ने घुड़ला उठाया था। इस मेले की खासियत ही यह है कि इसमें पुरुष को महिला की वेशभूषा में तैयार किया जाता है। इस बार इसके लिए जोधपुर के एक बिजनेस मैन को चुना गया, जिसे महज 5 घंटे में लड़की बना दिया गया। दुल्हन की तरह उसे सजाया गया और इसके बाद पहनाए गए करीब 3 किलो वजनी जेवरात, जिनकी कीमत लगभग 2 करोड़ रुपए है। यह आयोजन इस बार शुक्रवार रात हुआ। इस मेले के दौरान शोभायात्रा भी निकाली जाती है, जिसमें करीब 50 से झांकियां शामिल होती हैं।
पांच घंटे लगे युवक को लड़की बनाने में
शोभायात्रा में एक युवक लड़की बनकर सिर पर लोटा रखकर चलता है। इस पर्व को महिलाओं की मुक्ति के तौर पर मनाया जाता है। इसके पीछे मुगलों के एक सूबेदार घुड़ले खान से जुड़ा वाकया है। लड़के को लड़की बनाने की परंपरा के पीछे कई दिनों की मेहनत होती है। इस बार इसके लिए एमबीए 29 साल के बिजनेसमैन निखिल गांधी का चयन किया गया।
निखिल गांधी को दुल्हन की तरह सजाया गया। इसमें करीब 5 घंटे का समय लगा और इसके बाद वे देर रात करीब 10 बजे इस मेले में पहुंचे।
100 युवाओं में से किया चयन
दरअसल, फगड़ा घुड़ला मेले के लिए हर साल किसी एक लड़के को लड़की जैसा शृंगार करवाने के लिए चुना जाता है। निखिल का पुश्तैनी परफ्यूम का कारोबार है। निखिल ने बताया कि इस संस्कृति को बचाए रखने और परंपरा के तहत जब चयन हुआ तो तुरंत ही घुड़ला उठाने के लिए हां कर दी। इस बार इसके लिए करीब 100 युवाओं ने आवेदन किया था, जिनमें से निखिल का चयन किया गया।