
संसदीय लोकतत्र की मजबूती के लिए नीति बनाकर राष्ट्र निर्माण करना होगा : विधानसभा अध्यक्ष
जयपुर, 16 सितम्बर। राजस्थान विधान सभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने कहा है कि संसदीय लोकतंत्र को मजबूत बनाना होगा। इसके लिए नीति बनाकर राष्ट्र निर्माण का कार्य करना होगा। मतदान के प्रति युवाओं को जागरूक करना होगा और उन्होने कहा कि प्राथमिक विद्यालय के अध्यापक के एक पुत्र को राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री श्री मोहनलाल सुखाड़िया ने छात्र नेता के रूप में पहचाना और मात्र 29 वर्ष की उम्र में विधायक बनने का मौका दिया। लोकतंत्र में ही यह सम्भव है।
डॉ. जोशी को शुक्रवार को पुणे में भारतीय छात्र संसद द्वारा आदर्श विधान सभा अध्यक्ष के सम्मान से नवाजा गया। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार और पूर्व गृहमंत्री शिवराज पाटील ने डॉ. जोशी को साफा पहनाकर, शॉल ओढाकर एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. जोशी को सदन संचालन में अनुकरणीय नेतृत्व के प्रदर्शन और लोकतांत्रिक मूल्यों को सुनिश्चित करके लोकतंत्र को मजबूत करने के प्रति सभी नागरिकांे को विशेष रूप से युवाओं के समक्ष लोकतंत्र को प्रचारित किये जाने के लिए सम्मानित किया गया।
डॉ. जोशी ने कहा कि पण्डित नेहरू ने नीति और सुनियोजित योजनाओं के आधार पर राष्ट्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण कार्य किये। नीति बनाकर ही देश का निर्माण सुनिश्चित किया जा सकता है। लोग शिक्षित होगें तब ही देश और लोकतंत्र मजबूत हो सकेगा। दुनिया में हम ताकत बनकर उभर रहें है। संसद और विधान सभाएं ज्यादा दिन चलनी चाहिए क्योंकि सांसद और विधायकगण की जनता के प्रति जवाबदेही होती है।
उन्होंने गर्व के साथ कहा की भारत देश का लोकतंत्र मजबूत है। डॉ. जोशी ने विधान सभा व लोकसभा के सदनों को 200 दिन चलने की आवश्यकता बतायी। उन्होने कहा कि नीति प्रमुख है व्यक्ति नहीं। इसलिए नौजवानों को लोकतंत्र सही अर्थों में समझाना होगा। डॉ. जोशी ने कहा की ऐसे लोगों को आगे लाना हेागा जो देश के लिए सक्रिय भागेदारी निभा सकें। उन्होने कहा डॉ. मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री बन जिन्होने लोकतंत्र को आगे बढाया। डॉ. जोशी के ओजस्वी भाषण ने छात्र संसद में युवाओं में जोश भर दिया युवाओं ने उनका भाषण तलीनता से सुना और बीच बीच में तालियां बजाकर उसे सराहा ।
समारोह में अनेक जनप्रतिनिधि और छात्रसंघ के प्रतिनिधीगण मौजूद थे।