लगभग 200 कंपनियां कर रही है कार्य
जर्मन भाषा जानने वालों की लगातार बढ़ रही मांग

जयपुर.
ऐसा नहीं है कि जर्मनी की कंपनियां ही भारत में लगातार निवेश कर रही है और जर्मन भाषा को जानने वालों की भर्तियां कर रही है। भारतीय कंपनियां भी जर्मनी में निवेश कर रही है और जर्मन जानने वालों की भर्तियां कर रही है। इससे जर्मन जानने वालों का भविष्य सुनहरा दिखाई देने लगा है। कई स्थानों पर और कई क्षेत्रों में तो ऐसा भी है कि जर्मन भाषा जानने वाले युवा मिल ही नहीं रहे है इस कारण आकर्षक पैकेज मिल रहे है।
दरअसल भारतीय कंपनियां भी जर्मनी में मजबूत तकनीकी आधारभूत ढांचे का लाभ उठाना चाहती है। यही कारण है यह कंपनियां जर्मनी में निवेश के लिए उत्साहित है और लगातार कार्य कर रही है। इसके लिए जर्मनी में अपनी उपस्थिति बढ़ा रही है। जर्मनी के यूरोप में बड़े प्रभाव के कारण यूरोप में बिजनेस बढ़ाना आसान हो जाता है इसलिए भारतीय कंपनियों की संख्या भी वहां बढ़ती जा रही है। वहां वर्तमान में 200 से अधिक भारतीय कंपनियां हो गई है। यूरोप में बिजनेस बढ़ाने से कंपनियों को वैश्विक स्तर प्राप्त करने में मदद मिलती है। इससे उनको विस्तार करने के लिए अधिक धन जुटाना आसान हो जाता है।
प्रमुख भारतीय कंपनियां जर्मनी में
जर्मनी में भारत फोर्ज लिमिटेड, हैक्सेवेयर टेक्नोलॉजीज, एनआईआईटी, इन्फोसिस, टीसीएस, विप्रो, डॉ. रेड्डी लेबोरेट्रीज लिमिटेड आदि शामिल है। यह कंपनियां पूरे यूरोप में निर्यात करने के लिए केंद्र विकसित कर रही है। भारत जर्मन सरकारें भी आपस में व्यापार बढ़ाने पर जोर दे रही है।
अंगे्रजी नहीं जर्मन जरूरी
जर्मनी में काम करने के लिए जर्मन भाषा ही जरूरी है वहां अंगे्रजी की इतनी आवश्यकता नहीं पड़ती है। जर्मनी का पूरा प्रशासनिक तंत्र जर्मन भाषा में ही काम करता है इस कारण जर्मनी में बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए जर्मन जानना अनिवार्य है। इसके बिना वहां सफलता नहीं पाई जा सकती है।
जर्मन जानने वालों की मांग बढ़ी
जर्मनी में भी भारतीय कंपनियों के जाने और कारोबार बढ़ाने के कारण जर्मन जानने वाले युवाओं की मांग बढ़ गई है। इससे जर्मन भाषा की जानकारी रखने वाले युवाओं के सामने अच्छे कॅरिअर की संभावनाएं बढ़ गई है। ई लैंग्वेज स्टूडियों के निदेशक देवकरण सैनी ने बताया कि इस समय यूरोप में बहुत से युवा काम कर रहे है। विशेषकर जर्मन सीख कर गए छात्रों का प्लेसमेंट करना आसान हो गया है। ऐसे युवा जो अपना कॅरिअर विश्व स्तरीय बनाना चाहते है उन्हे जर्मन अवश्य सीखनी चाहिए। अभी हाल ही में कई कंपनियां जर्मन भाषा जानने वालों की मांग कर रही है। इस बारे में भी युवाओं को बताया गया है।
