
नई दिल्ली. स्वावलंबी भारत अभियान के अन्तर्गत शुक्रवार से नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान परिषद् में चल रही राष्ट्रीय कार्यशाला रोजगार सृजन केंद्र का समापन रविवार को हुआ | समापन अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा कि यदि देश के युवाओं के हाथ में रोजगार मिल जाये तो भारत को विश्व सिरमौर बनने से कोई नही रोक सकता | एंगस माडिसन के अध्ययन अनुसार सन पंद्रह सौ में विश्व अर्थव्यवस्था में भारत की हिस्सेदारी चौबीस प्रतिशत से अधिक थी जिससे स्पस्ट है कि भारत विश्व स्तर पर एक सशक्त अर्थव्यवस्था वाला देश रहा है | स्वावलंबी भारत अभियान के लक्ष्य यदि पूरे होते हैं तो भारत को पुनः विश्व अर्थव्यवस्था में उच्च पायदान पर पहुचने से कोई नही रोक सकता |
कार्यशाला के विषय में जानकारी देते हुए स्वावलंबी भारत अभियान के समन्वयक प्रो. भगवती प्रकाश शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के 18 विविध संगठनो एवं 10 अन्य संगठनो से जुड़े कार्यकर्ताओं की उद्यमिता, स्वरोजगार, स्वदेशी, सहकारिता के विषय पर यह कार्यशाला आयोजित की गई | इस कार्यशाला में जिला स्तर शुरू किये गये रोजगार सृजन केन्द्रों के संचालक, संरक्षक, व्यवस्थापक एवं महिला प्रमुख सहित प्रान्तों एवं क्षेत्रों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया जिनकी कुल संख्या 1354 रही | इसमें देश भर के 45 प्रान्तों से सहभाग हुआ |
तीन दिन में 70 से अधिक वरिष्ठ वक्ताओं एवं विषय विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न विषयों पर प्रस्तुतीकरण किया गया |
इस कार्यशाला में संघ के सह-सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल एवं मदनदास देवी, पूर्व सह-सरकार्यवाह भगैया ने स्वावलंबी भारत अभियान को जिला स्तर से लेकर ब्लॉक एवं गाँव तक मूर्त रूप देने के लिए मार्गदर्शन दिया | बक्रांगी, देआसरा, जाग्रति, चोयल ग्रुप, सेपियो ऐनालिटिक के सी.ई.ओ. एवं वरिष्ठ प्रतिनिधिओं ने अपना अपना प्रस्तुतीकरण दिया | बिट्टू टिक्की वाला, बिकानो, अमूल, शिव नरेश जैसे भारतीय उद्यमियों ने अपनी सफलता की कहानी साझा की |
अभियान की सह समन्वयक अर्चना मीना ने जानकारी दी कि तीन दिन चले इस कार्यशाला में 70 से अधिक वक्ताओं ने विभिन्न विषयों पर संबोधित किया | कार्यशाला में भारत सरकार के केंद्रीय राज्य मंत्री (कौशल विकास एवं उद्यमिता) राजीव चंद्रशेखर एवं केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री बी.एल.वर्मा ने भारत सरकार द्वारा कौशल विकास एवं सहकारिता विषयों पर चलाई जा रही योजनाओं की जनकारी दी |
अभियान में जुटे हुए सहकार भारती, ग्राहक पंचायत, विद्यार्थी परिषद, भारतीय मजदूर संघ, सेवा भारती, विश्व हिन्दू परिषद, बनवासी कल्याण आश्रम, लघु उद्योग भारती, सेवा भारती, भारतीय शिक्षण मंडल, सक्षम, पहल इंडिया, स्वदेशी जागरण मंच से जुड़े हुए राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय पदाधिकारियों ने अभियान में अपने अपने संगठनों की भूमिका को स्पस्ट किया |
स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संगठक कश्मीरी लाल ने समापन समारोह में अभियान के लिए प्रदेशों एवं केंद्रीय दाइत्वों की घोषणा की | कार्यशाला के अंत में मंच के सह संगठक सतीश कुमार ने आगामी कार्य योजना कैलेण्डर जारी किया जिसके अनुसार अभियान के अंतर्गत 23 मार्च शहीद दिवस पर राष्ट्रव्यापी कार्यक्रमों का आयोजन होगा | देश के 700 जिला केन्द्रों पर एक साथ सामूहिक कार्यक्रम आयोजित होंगे जिसकी थीम “नौकरी पाने वाला नहीं देने वाला बनू” होगी | अभियान के अंतर्गत स्वदेशी उत्पादों, सहकारिता, जैविक कृषि, हस्तशिल्प, उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए जिला केन्द्रों पर स्वदेशी स्वरोजगार मेलों का आयोजन किया जायेगा |
कार्यशाला का समापन उद्बोधन देते हुए मंच के राष्ट्रीय संयोजक आर. सुन्दरम ने देश भर में चल रहे अभियान से आमजन को जोड़ने, समाज में परिवर्तन लाने के लिए कार्यकर्ताओं से कार्य करने का आह्वान किया|
समापन सत्र में अभियान के सह-समन्वयक राजीव कुमार, मोहिनी मोहन मिश्र, मंच के अखिल भारतीय सह-संयोजक अश्वनी महाजन, स्वावलंबी भारत अभियान की संरक्षिका किरण चोपड़ा ने अपने विचार रखे।
