
चंडीगढ़, 18 जनवरी। पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) ने सीएम चेहरे का ऐलान कर दिया है। आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मोहाली में सीएम चेहरे के रूप में भगवंत मान के नाम का ऐलान किया। आप ने सीएम कैंडिडेट चुनने के लिए मोबाइल नंबर जारी करके जनता की राय मांगी थी। 3 दिन में 21.59 लाख लोगों ने राय दी। करीब 15 लाख लोगों ने भगवंत मान का नाम लिया। केजरीवाल ने इस रिजल्ट के साथ ही भगवंत मान के नाम का ऐलान कर दिया। भगवंत मान एक समय जाने माने कॉमेडियन थे। उन्होंने शोज में पार्टिसिपेट किया और खूब नाम कमाया। इसके बाद वे आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए।
अरविंद केजरीवाल ने पहले ही कहा था कि वह पंजाब में सीएम की दौड़ में नहीं हैं। पंजाब का सीएम चेहरा सिख समाज से होगा। 2017 में आप को इसी वजह से बड़ा झटका लगा था कि सीएम फेस सिख समाज से नहीं था। विरोधियों ने कहा कि बाहर से आकर कोई मुख्यमंत्री बन सकता है, जिससे पंजाबी आप से दूर होते चले गए।
पंजाब में आप का प्रचार अभी भी अरविंद केजरीवाल के चेहरे पर हो रहा है। आप केजरीवाल के नाम पर पंजाब में एक मौका मांग रही है। आप ने एक पोस्टर भी जारी किया है, जिसमें भ्रष्टाचार, कमजोर सरकारी स्कूल, खराब अस्पताल, महंगे बिजली-पानी बिल और बेरोजगारी का एक ही सॉल्यूशन केजरीवाल को बताया गया है।
भगवंत मान को पिछले साल आम आदमी पार्टी ने पंजाब का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया था। वे पार्टी के इकलौते लोकसभा सांसद हैं। भगवंत मान 2014 में भी लोकसभा का चुनाव जीते थे। भगवंत मान संगरूर से लगातार दूसरी बार सांसद हैं।
राजनीति के चक्कर में बिखर गया परिवार
भगवंत मान बताते हैं कि राजनीति में आने की वजह से उन्हें बहुत कुछ खोना पड़ा। भगवंत मान का उनकी पत्नी से 2015 में ही तलाक हो गया। उनके बच्चे भी अब उनसे बात नहीं करते हैं।
एक इंटरव्यू में खुद भगवंत मान ने बताया था कि मेरी अब मेरे बच्चों से फोन पर भी बात नहीं होती। शायद मैं अपने परिवार को वक्त नहीं दे पाता था, इस वजह से मुझे पत्नी से दूर होना पड़ा। हमने आपसी सहमति से ही तलाक लिया था।
भगवंत मान ने ही यह भी बताया कि कई सालों से फोन पर भी बच्चों और पत्नी से उनकी बात नहीं हुई। अब वे पंजाब को ही अपना पूरा परिवार बताते हैं।
48 वर्षीय भगवंत मान के परिवार में एक लडक़ा और एक लडक़ी है, जो अब विदेश में रहते हैं और उन्होंने वहां की नागरिकता भी ले ली है।
भरे मंच पर शराब न पीने का वादा
भगवंत मान पर शराब पीकर संसद आने के भी आरोप लगे थे। उन्होंने आम आदमी पार्टी की जनसभा में कसम खाई थी कि वे अब कभी शराब नहीं पिएंगे। वर्ष 2019 में उन्होंने एक सभा में मंच पर अपनी मां की कसम खाकर कहा था कि वे अब कभी शराब नहीं पीएंगे।