
भानपुर कलां, 9 जनवरी। जयपुर जिले के अचरोल कस्बे में रविवार को प्रांतीय बलाई समाज संस्था की ओर से प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि केबिनेट मंत्री गोविंद राम मेघवाल रहे।
मेघवाल ने कहा कि शिक्षा पाने का लक्ष्य केवल निजी सरकारी विभाग में उच्च पदों पर आसीन होना नहीं है बल्कि श्रेष्ठ समाज की रचना में सक्रिय भूमिका का निर्वहन करना है। समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्रांतीय बलाई समाज के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र खंडेलवाल ने कहा कि प्रतिभाओं के सम्मान से बच्चों को आगे बढऩे की प्रेरणा मिलती है। इसलिए नई प्रतिभाओं को दिशा निर्देश देने के साथ-साथ संसाधनों की की पूर्ति में सहयोग देना आवश्यक है। समारोह में इस वर्ष की मैट्रिक की परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र छात्राओं को सम्मानित किया गया। महेश कुमार कलावत, मोहनलाल चौहान, रविंद्र कुमार मंलिडा ने बताया कि इस कार्यक्रम में आमेर, जमवारामगढ़, चोमू , शाहपुरा, विराटनगर सहित अन्य तहसीलों के छह सौ छात्र छात्राओं को प्रशस्ति पत्र एवं बाबा साहब की प्रतिमा देकर सम्मानित किया गया। आमेर पूर्व प्रधान बदाम देवी वर्मा ने बलाई समाज के सामुदायिक भवन के लिए ग्यारह लाख रुपये की घोषणा की।
विशिष्ट अतिथि अंबेडकर मेमोरियल वेलफेयर सोसाइटी के प्रदेश अध्यक्ष भजनलाल रोलन, अखिल भारतीय बलाई महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मीरा वर्मा ने समाज को एकजुट रहने पर जोर दिया। अति विशिष्ट अतिथि कैलाश वर्मा पूर्व संसदीय सचिव राजस्थान सरकार ने कहा कि बाबा साहब ने कहा था कि शिक्षा वह शेरनी का दूध है, जो जितना पिएगा वह उतना दहाड़ेगा। विनोद जाखड़ पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष राजस्थान विश्वविद्यालय, जिला परिषद सदस्य पवन वर्मा का प्रांतीय बलाई महासभा की ओर से माला साफा पहनाकर स्वागत किया गया। इस मौके पर गंजान्द नारनोलियां, भरत बुनकर, महेश बुनकर, डॉ मनीष वर्मा, राजेंद्र बुनकर, रामेश्वर बुनकर, सत्यनारायण बुनकर, नवीन कुमार बुनकर, शैलेंद्र वर्मा, महावीर जिंदल, जितेन्द्र चौहान,रोशन वर्मा,राहुल जाटावत, निखिल वर्मा, राकेश डूमोलियां सहित समाज के सैकड़ों लोग मौजूद रहे।