
स्टेच्यू ऑफ यूनिटी परिसर में बनने वाले संग्रहालय की भूमि का किया अवलोकन
कार्ययोजना और रूपरेखा के संदर्भ में भी की विस्तार से चर्चा
राजसमन्द.
सांसद दीयाकुमारी ने कहा कि गुजरात स्थित केवडिया संग्रहालय के माध्यम से रजवाड़ों के गौरवशाली इतिहास को जानने और समझने का अवसर मिलेगा वहीं आने वाली पीढि़यों तक इसे सुरक्षित तरीके से सहेज कर रखा जा सकेगा। सांसद ने कहा कि इतिहास, संस्कृति और पर्यटन को संरक्षित रखने की दिशा में पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार का यह कदम ऐतिहासिक और अभूतपूर्व है।
अवसर था, गुजरात के नर्मदा जिले के केवडिया स्थित स्टेच्यू ऑफ यूनिटी परिसर में बनने वाले संग्रहालय के लिए आवंटित भूमि का अवलोकन किया। इस दौरान संग्रहालय के निर्माण की कार्ययोजना और रूपरेखा के संदर्भ में चर्चा की। ज्ञात रहे कि पिछले दिनों ही केंद्र सरकार द्वारा सांसद दीयाकुमारी को इस संग्रहालय का सदस्य मनोनीत किया गया था।
यह संग्रहालय 562 देशी रजवाड़ों के विलीनीकरण से एक अखंड भारत के निर्माण की गाथा बताने के साथ रजवाड़ों के वैभव, त्याग व बलिदान के गौरवपूर्ण इतिहास का जीवंत बखान करेगा। लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की यहां सबसे ऊंची प्रतिमा है।
इस अवसर पर प्रबंध निदेशक एस.एस. राठौड़, पद्मश्री रघुवीर सिंह सिरोही, मानदाता सिंह राजकोट, मेहरानगढ़- जोधपुर निदेशक करणी सिंह जसोल, गुजरात सरकार में पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के निदेशक पंकज शर्मा भी उपस्थित रहे।