
सैनी कुशवाहा और शाक्य समाज के लोगों ने शुरू किया आंदोलन
जयपुर.
सैनी, कुशवाहा व शाक्य समाज के लोगों ने आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन शुरू कर दिया है। आगरा-बीकानेर हाईवे पर भरतपुर जिले में अरोदा गांव के पास लोगों ने चक्का जाम कर दिया है। हाथों में लाठी डंडे लेकर आंदोलनकारियों ने हाईवे पर चलने वाले वाहनों को रोक दिया है।
लगभग 3 महीने पहले से ही समाज के लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन देकर आंदोलन की चेतावनी भी दी थी लेकिन सरकार द्वारा मामले को गंभीरता से नहीं लेने के बाद इन समाजों के सैकड़ों लोग आज हाईवे पर उतर गए। महात्मा ज्योतिबा राव फुले आरक्षण संघर्ष समिति के बैनर तले आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन शुरू किया गया है और बड़ी संख्या में भरतपुर सहित आसपास के जिलों से भी लोग आंदोलन में शामिल हुए हैं।
प्रदेश संयोजक मुरारीलाल सैनी के नेतृत्व में आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन किया जा रहा है। आंदोलनकारियों का कहना है कि राजस्थान में माली सैनी, कुशवाहा शाक्य मौर्य समाज की जनसंख्या 1 करोड़ के आसपास है लेकिन आरक्षण के अभाव में सामाजिक, राजनीतिक, शैक्षिक, आर्थिक रूप से पिछड़े हुए हैं।
अधिकतर लोग गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने को मजबूर हैं और आर्थिक संकट के कारण इन समाजों के लोग अपने बच्चों को उचित शिक्षा दिलवाने में असमर्थ हैं और यही वजह है कि सरकारी सेवा में उनकी भागीदारी न के बराबर है। आंदोलन कर रहे इन समाजों के लोगों ने फरवरी माह से ही आरक्षण की मांग को लेकर गांव गांव में बैठके करना शुरू कर दिया था और लोगों से आंदोलन के लिए तैयार रहने की अपील की गई थी। पिछले दिनों सैनी समाज की हुई महापंचायत में भी बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लेकर अपने इरादे साफ कर दिए थे। महापंचायत के बाद समाज के लोगों ने भरतपुर शहर के मुख्य बाजार में रैली भी निकाली थी। आंदोलनकारियों का कहना है कि 11 सूत्रीय मांगों को लेकर इन सभी समाज के लोगों ने जयपुर में भी सरकार को अवगत कराया था लेकिन सरकार का सकारात्मक रुख सामने नहीं आने पर आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा है।