Technical Helper भर्ती परीक्षा में हाईटेक नकल, सात गिरफ्तार, 20 कोचिंग संचालक रडार पर

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जयपुर। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से आयोजित टेक्निकल असिस्टेंट भर्ती परीक्षा में नकल कराने की तैयारी में जुटे गिरोह का भंडाफोड़ कर एसओजी ने सात जनों को गिरफ्तार किया है। साथ ही 20 से अधिक कोचिंग संचालक एसओजी के रडार पर हैं।

पांच जिलों में थी नकल की तैयारी

प्रारंभिक जांच में सामने आया कि यह सभी राजस्थान के 5 जिलों में नकल करवाने की तैयारी कर चुके थे। यह इतने शातिर थे कि मोबाइल पर लैपटॉप से सेंटर के सर्वर को हैक कर चुके थे, लेकिन इससे पहले पकड़े गए। नकल गिरोह ने एग्जाम सेंटर्स में मौजूद स्टाफ से सांठ-गांठ की। परीक्षा में प्रत्येक सेंटर में मौजूद सर्वर और इससे जुड़े कम्प्यूटर सिस्टम को हैक करने की कोशिश की गई। एसओजी को मिले टेक्निकल इनपुट के आधार इस गिरोह के बारे में पता चला।

एसओजी के एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि नकल गिरोह के मुख्य साजिशकर्ता रावल मीणा उर्फ राहुल मीणा (27) पुत्र कैलाश चंद मीणा निवासी महुवा दौसा हाल जामडोली कानोता जयपुर, अजीत सिंह (34) पुत्र बिजेन्द्र कुमार निवासी मुण्डावर अलवर, जस्साराम (41) पुत्र सूरजनाराम निवासी नसीराबाद अजमेर, भाग्यशाली चंद (32) पुत्र छोटेलाल मीना निवासी राजगढ़ अलवर, विनोद कुमार मीणा (34) पुत्र श्रीराम मीणा निवासी विजय नगर महेश नगर जयपुर, गिर्राज शर्मा (34) पुत्र बाबूलाल शर्मा निवासी गांव बालकिशनपुरा जयसिंहपुरा जयपुर और महेश मीणा (29) पुत्र जगदीश प्रसाद मीणा निवासी रामगढ़ पचवारा दौसा को गिरफ्तार किया गया है। सभी आरोपियों से ऑनलाइन परीक्षा को हैक करने के लिए यूज लिए 8 लैपटॉप, 10 मोबाइल और 3 कार जब्त की गई है।

गिरोह का प्रमुख है IT Expert

तकनीकी सहायक की ऑनलाइन परीक्षा में नकल के लिए गिरोह ने तैयारी पहले ही शुरू कर दी थी। गिरोह को तैयार करने वाला आरोपी कैलाश चंद मीणा जयपुर के कानोता में कम्प्यूटर सेंटर चलाता है। उसने आईटी एक्सपर्ट होने के साथ गिरोह में शामिल लोगों को ट्रेनिंग भी दी। साथ ही आगरा रोड स्थिति कोचिंग संस्थान पर ही ऑनलाइन एग्जाम का पेपर हैक करने के लिए सिस्टम सेटअप किया था।

परीक्षार्थी के पेपर को लेते थे रिमोट पर

 गिरोह नकल करने के लिए पूरी टेक्नोलॉजी का उपयोग करते थे। इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के जरिए वीपीएन और रिमोट कंट्रोल एप्लिकेशन से अभ्यर्थी के कम्प्यूटर सिस्टम को हैक कर क्वैश्चन पेपर लेनेे की कोशिश करते। परीक्षा के एग्जाम सेंटर अलवर स्थित नेशनल एकेडमी में कैंडिडेट की अपने साथी के साथ मिलकर मदद की। जयपुर के बनीपार्क स्थित राजकीय आईटीआई कॉलेज में कार्यरत कर्मचारी विनोद कुमार मीणा को आरोपी राहुल मीणा ने कोचिंग में बुलाकर प्रश्न पत्र को सॉल्व करने की जिम्मेदारी दी थी।

एक्सपर्ट से कराते थे Paper solve

जानकारी के अनुसार तकनीकी सहायक भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थी को ऑनलाइन एग्जाम देने के लिए एक सिस्टम अलॉट हुआ था। जो अभ्यर्थी तय रकम दे देता तो उसके सिस्टम को ये शातिर हैकर कानोता स्थित मुख्य सेंटर से हैक कर लेते। अभ्यर्थी के कंप्यूटर पर दिखाई देने वाला पेपर हैकिंग के बाद उनके कम्प्यूटर पर भी आ जाता। इसके लिए एक्सपर्ट टीचर को भी सेंटर पर बैठा दिया गया था।

Agent बनकर करते थे अभ्यर्थियों की व्यवस्था

एसओजी की जांच में सामने आया की सरगना परीक्षा में नकल कराने के लिए एजेंट रखता था। गिरफ्तार आरोपी महेश मीणा एजेंट के रूप में मुख्य साजिशकर्ता के सहयोगियों के साथ मिलकर अभ्यर्थियों की व्यवस्था करता। इसमें कई अभ्यर्थियों से पहले ही 6 – 6 लाख रुपए एडवांस ले लिए गए थे। नकल कराने के लिए सेंटर पर भी पूरी सांठगांठ करते थे और मिलकर अभ्यर्थियों का कम्प्यूटर हैक कर पेपर हल करते थे।

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